दो करोड़ लोन दिलाने के नाम पर नांदगांव के कारोबारी से लाखों की धोखाधड़ी

बिलासपुर के रहने वाले दंपत्ति समेत 4 पर मामला दर्ज छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 26 मई। राजनांदगांव के रहने वाले एक कारोबारी से बिलासपुर के एक दंपत्ति द्वारा अपने साथियों संग दो करोड़ रुपए लोन दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। बसंतपुर पुलिस ने मामले में आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी सत्यनारायण देवांगन ने छत्तीसगढ़ को बताया कि सभी आरोपी फरार हैं। जल्द ही गिरफ्तारी होगी। पुलिस के मुताबिक स्थानीय चौखडिय़ापारा के रहने वाले पंकज पढ़ारिया का नंदई चौक में महामाया इंजीनियरिंग वक्र्स का एक फर्म है। कामकाज के सिलसिले के बीच उनकी मुलाकात पुरूषोत्तम मानिकपुरी नामक व्यक्ति से हुई। जिसने स्वयं का फाईनेंस कंपनी के जरिये लोन देने का जिक्र किया। कामकाज को आगे बढ़ाने के लिए पंकज पढ़ारिया ने दो करोड़ रुपए लोन लेने की इच्छा जाहिर की। इसके एवज में मानिकपुरी ने कारोबारी से अलग-अलग तारीखों में 39 लाख 22 हजार रुपए जमा करा लिए। काफी दिनों तक चक्कर लगाने के बाद शिकायतकर्ता को लोन नहीं मिला। बाद में उसने दिए गए रकम के लिए दबाव बनाया। इस बीच मुख्य आरोपी ने देवकुमार पटेल नामक व्यक्ति को जेल से बाहर निकालने के नाम पर कारोबारी से फिर 3-3 लाख रुपए लिए। इसके पीछे पूर्व में लिए गए रकम जेल में बंद व्यक्ति के पास होना बताया गया, ताकि बाहर निकलकर वह रकम लौटा सके। लगातार आरोपियों के जाल में फंसकर कारोबारी ने कुल 39 लाख 22 हजार 150 रुपए दिए। इस तरह आरोपियों ने लोन देने के नाम पर कारोबारी को चूना लगाया। पुलिस का कहना है कि उक्त जालसाजी में मुख्य आरोपी की पत्नी ललिता मानिकपुरी और टिकाशंकर सिदार तथा देवकुमार पटेल भी शामिल हैं। मानिकपुरी दंपत्ति मूलत: बिलासपुर के कोटा के रहने वाले हैं। उन पर राजधानी रायपुर समेत अन्य शहरों में जालसाजी के तहत मामले दर्ज हैं। फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं। पुलिस सरगर्मी से आरोपियों की तलाश कर रही है।

दो करोड़ लोन दिलाने के नाम पर नांदगांव के कारोबारी से लाखों की धोखाधड़ी
बिलासपुर के रहने वाले दंपत्ति समेत 4 पर मामला दर्ज छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 26 मई। राजनांदगांव के रहने वाले एक कारोबारी से बिलासपुर के एक दंपत्ति द्वारा अपने साथियों संग दो करोड़ रुपए लोन दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। बसंतपुर पुलिस ने मामले में आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी सत्यनारायण देवांगन ने छत्तीसगढ़ को बताया कि सभी आरोपी फरार हैं। जल्द ही गिरफ्तारी होगी। पुलिस के मुताबिक स्थानीय चौखडिय़ापारा के रहने वाले पंकज पढ़ारिया का नंदई चौक में महामाया इंजीनियरिंग वक्र्स का एक फर्म है। कामकाज के सिलसिले के बीच उनकी मुलाकात पुरूषोत्तम मानिकपुरी नामक व्यक्ति से हुई। जिसने स्वयं का फाईनेंस कंपनी के जरिये लोन देने का जिक्र किया। कामकाज को आगे बढ़ाने के लिए पंकज पढ़ारिया ने दो करोड़ रुपए लोन लेने की इच्छा जाहिर की। इसके एवज में मानिकपुरी ने कारोबारी से अलग-अलग तारीखों में 39 लाख 22 हजार रुपए जमा करा लिए। काफी दिनों तक चक्कर लगाने के बाद शिकायतकर्ता को लोन नहीं मिला। बाद में उसने दिए गए रकम के लिए दबाव बनाया। इस बीच मुख्य आरोपी ने देवकुमार पटेल नामक व्यक्ति को जेल से बाहर निकालने के नाम पर कारोबारी से फिर 3-3 लाख रुपए लिए। इसके पीछे पूर्व में लिए गए रकम जेल में बंद व्यक्ति के पास होना बताया गया, ताकि बाहर निकलकर वह रकम लौटा सके। लगातार आरोपियों के जाल में फंसकर कारोबारी ने कुल 39 लाख 22 हजार 150 रुपए दिए। इस तरह आरोपियों ने लोन देने के नाम पर कारोबारी को चूना लगाया। पुलिस का कहना है कि उक्त जालसाजी में मुख्य आरोपी की पत्नी ललिता मानिकपुरी और टिकाशंकर सिदार तथा देवकुमार पटेल भी शामिल हैं। मानिकपुरी दंपत्ति मूलत: बिलासपुर के कोटा के रहने वाले हैं। उन पर राजधानी रायपुर समेत अन्य शहरों में जालसाजी के तहत मामले दर्ज हैं। फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं। पुलिस सरगर्मी से आरोपियों की तलाश कर रही है।