केसीजी को अग्निशमन गाड़ी,आपात कालीन स्थितियों से निपटने मिलेगी मदद

छत्तीसगढ़ संवाददाता खैरागढ़, 29 जुलाई। जिला खैरागढ़ छुईखदान गंडई की बहुप्रतीक्षित मांग अंतत: पूरी हो गई है। गत वर्ष से ही जिला प्रशासन द्वारा अग्निशमन यंत्र का मांग पत्र राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग को भेजा गया था जिस पर सरकार ने मुहर लगाते हुए अग्निशमन वाहन की स्वीकृति दी। विगत दिन वाहनों को तैयार कर जिला मुख्यालय में वेंडर द्वारा पहुँचाया गया। कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा ने नए वाहनों की पूजा की तथा साथ में प्रमुख उपकरणों का ट्रायल भी करवाया। ज्ञात हो कि खैरागढ़ और छुईखदान में फ़ायर वाहन नहीं होने के कारण आपातकालीन स्थितियों से निपटने में प्रशासन को काफी दिक्कत होती रही है, किंतु अब नये अग्निशमन वाहनों के आ जाने से इन स्थितियों से निपटने में आसानी होगी। दो प्रकार के फायर वाहन जिसमे एक वाटर टेंडर और दूसरा फोम टेंडर वाहन है का क्रय किया गया है। वाहन और सामग्री का भौतिक सत्यापन विगत दिनों किया गया। भौतिक सत्यापन दल में अपर कलेक्टर, जिला सेनानी एवं जिला अग्निशमन अधिकारी, राजनंदगांव, अनुविभागीय अधिकारी, लोक निर्माण विभाग, जिला कोषालय अधिकारी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी एवं वेंडर के अधिकृत प्रतिनिधि सम्मिलित थे। वाहनों को जिला सेनानी के अभिरक्षा में दिया जाएगा जो इन्हें आवश्यकता अनुरूप उपयोग करेंगे।

केसीजी को अग्निशमन गाड़ी,आपात कालीन स्थितियों से निपटने मिलेगी मदद
छत्तीसगढ़ संवाददाता खैरागढ़, 29 जुलाई। जिला खैरागढ़ छुईखदान गंडई की बहुप्रतीक्षित मांग अंतत: पूरी हो गई है। गत वर्ष से ही जिला प्रशासन द्वारा अग्निशमन यंत्र का मांग पत्र राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग को भेजा गया था जिस पर सरकार ने मुहर लगाते हुए अग्निशमन वाहन की स्वीकृति दी। विगत दिन वाहनों को तैयार कर जिला मुख्यालय में वेंडर द्वारा पहुँचाया गया। कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा ने नए वाहनों की पूजा की तथा साथ में प्रमुख उपकरणों का ट्रायल भी करवाया। ज्ञात हो कि खैरागढ़ और छुईखदान में फ़ायर वाहन नहीं होने के कारण आपातकालीन स्थितियों से निपटने में प्रशासन को काफी दिक्कत होती रही है, किंतु अब नये अग्निशमन वाहनों के आ जाने से इन स्थितियों से निपटने में आसानी होगी। दो प्रकार के फायर वाहन जिसमे एक वाटर टेंडर और दूसरा फोम टेंडर वाहन है का क्रय किया गया है। वाहन और सामग्री का भौतिक सत्यापन विगत दिनों किया गया। भौतिक सत्यापन दल में अपर कलेक्टर, जिला सेनानी एवं जिला अग्निशमन अधिकारी, राजनंदगांव, अनुविभागीय अधिकारी, लोक निर्माण विभाग, जिला कोषालय अधिकारी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी एवं वेंडर के अधिकृत प्रतिनिधि सम्मिलित थे। वाहनों को जिला सेनानी के अभिरक्षा में दिया जाएगा जो इन्हें आवश्यकता अनुरूप उपयोग करेंगे।