क्रिकेट संघ को आपत्ति प्रीमियर लीग से नहीं बल्कि पिछड़े, आदिवासी खिलाडिय़ों के खेलने से है- जैन

छत्तीसगढ़ संवाददाता रायपुर, 12 फरवरी।छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट काउंसिल के प्रदेश संयोजक प्रवीण जैन ने प्रेस कांफ्रेंस कर छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ के इस बयान पर सवाल उठाया है कि संघ को सिर्फ प्रीमियर लीग नाम से आपत्ति है और कोई भी अनाधिकृत संस्था प्रीमियर लीग शब्दों का उपयोग अपनी क्षेत्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए नहीं कर सकती। प्रवीण जैन ने कहा कि बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष और मुंबई अध्यक्ष इंडियन स्ट्रीट प्रीमियर लीग टी 10 टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता करा रहे हैं जबकि लोढा कमेटी के अनुसार कोई भी बीसीसीआई के पदाधिकारी एक से ज्यादा लाभ के पद में नहीं रह सकता और टेनिस बॉल को प्रमोट भी नहीं कर सकता। इस प्रतियोगिता में देश के लाखों युवाओं से ट्रायल्स शुल्क के नाम पर हजारों रुपया वसूले जा रहे हैं जबकि इस प्रतियोगिता के बड़े बड़े सेलिब्रिटीज प्रायोजक हैं, क्या ये लोग अनाधिकृत संस्था के रूप में काम नहीं कर रहे और प्रीमियर लीग शब्द का उपयोग नहीं कर रहे? छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी ऐसी कई पेशेवर क्रिकेट प्रतियोगिताएं हो रही हैं जैसे कोरबा, बिलासपुर प्रीमियर लीग इनमें खेलने से क्रिकेट संघ के खिलाडिय़ों पर कोई प्रतिबंध की धमकी नहीं दी जाती न ही प्रीमियर लीग शब्द पर और खिलाडिय़ों के ऑक्शन पर आपत्ति की जाती है, सिर्फ हमारे लिए ही क्रिकेट संघ नियमों के सारे पैमाने तय कर रहा है। प्रवीण जैन ने कहा बीते दो वर्षों से हमारे द्वारा विभिन्न संस्थाओं के बैनर तले छत्तीसगढ़ प्रीमियर लीग टी 20 क्रिकेट प्रतियोगिता महिला एवं पुरुष वर्ग में कराई जा रही है और इस वर्ष हम एकदिवसीय सीरीज भी कराने जा रहे हैं, जिसमें प्रदेश के आदिवासी, पिछड़े और छोटे मझौले कस्बों और संघ द्वारा किनारे लगाए गए प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय स्तर पर तैयार करेंगे। इस बात से क्रिकेट संघ के कुछ पूर्णकालिक पदाधिकारियों को आपत्ति हो रही है। क्रिकेट संघ लगातार दोनो वर्ष प्रतियोगिता से पूर्व खिलाडिय़ों को डराने धमकाने के साथ प्रदेश के कोच, पिच क्यूरेटर, अंपायर तथा हर टेनिकल व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप डराती धमका रहा है। प्रवीण जैन ने बतलाया कि जनवरी 2020 से 22 तक लगातार हमने संघ के पदाधिकारियों से मुलाकात कर प्रदेश में पेशेवर क्रिकेट को बढ़ावा देने झीरमघाटी शहीद स्मृति छत्तीसगढ़ कप के नाम से आयोजन की संबद्धता एवं आवश्यक दिशानिर्देश के लिए लिखित, मेल एवं मौखिक प्रस्ताव रखे था लेकिन लगातार हमारे प्रस्ताव की उपेक्षा की गई। प्रवीण जैन ने कहा है कि एक बार पुन: क्रिकेट संघ से चर्चा कर अपेक्षा करेंगे कि वे छत्तीसगढ़ में क्रिकेट और खेल खिलाडिय़ों के हित में हमारा मार्ग प्रशस्त करेंगे।

क्रिकेट संघ को आपत्ति प्रीमियर लीग से नहीं बल्कि पिछड़े, आदिवासी खिलाडिय़ों के खेलने से है- जैन
छत्तीसगढ़ संवाददाता रायपुर, 12 फरवरी।छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट काउंसिल के प्रदेश संयोजक प्रवीण जैन ने प्रेस कांफ्रेंस कर छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ के इस बयान पर सवाल उठाया है कि संघ को सिर्फ प्रीमियर लीग नाम से आपत्ति है और कोई भी अनाधिकृत संस्था प्रीमियर लीग शब्दों का उपयोग अपनी क्षेत्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए नहीं कर सकती। प्रवीण जैन ने कहा कि बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष और मुंबई अध्यक्ष इंडियन स्ट्रीट प्रीमियर लीग टी 10 टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता करा रहे हैं जबकि लोढा कमेटी के अनुसार कोई भी बीसीसीआई के पदाधिकारी एक से ज्यादा लाभ के पद में नहीं रह सकता और टेनिस बॉल को प्रमोट भी नहीं कर सकता। इस प्रतियोगिता में देश के लाखों युवाओं से ट्रायल्स शुल्क के नाम पर हजारों रुपया वसूले जा रहे हैं जबकि इस प्रतियोगिता के बड़े बड़े सेलिब्रिटीज प्रायोजक हैं, क्या ये लोग अनाधिकृत संस्था के रूप में काम नहीं कर रहे और प्रीमियर लीग शब्द का उपयोग नहीं कर रहे? छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी ऐसी कई पेशेवर क्रिकेट प्रतियोगिताएं हो रही हैं जैसे कोरबा, बिलासपुर प्रीमियर लीग इनमें खेलने से क्रिकेट संघ के खिलाडिय़ों पर कोई प्रतिबंध की धमकी नहीं दी जाती न ही प्रीमियर लीग शब्द पर और खिलाडिय़ों के ऑक्शन पर आपत्ति की जाती है, सिर्फ हमारे लिए ही क्रिकेट संघ नियमों के सारे पैमाने तय कर रहा है। प्रवीण जैन ने कहा बीते दो वर्षों से हमारे द्वारा विभिन्न संस्थाओं के बैनर तले छत्तीसगढ़ प्रीमियर लीग टी 20 क्रिकेट प्रतियोगिता महिला एवं पुरुष वर्ग में कराई जा रही है और इस वर्ष हम एकदिवसीय सीरीज भी कराने जा रहे हैं, जिसमें प्रदेश के आदिवासी, पिछड़े और छोटे मझौले कस्बों और संघ द्वारा किनारे लगाए गए प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय स्तर पर तैयार करेंगे। इस बात से क्रिकेट संघ के कुछ पूर्णकालिक पदाधिकारियों को आपत्ति हो रही है। क्रिकेट संघ लगातार दोनो वर्ष प्रतियोगिता से पूर्व खिलाडिय़ों को डराने धमकाने के साथ प्रदेश के कोच, पिच क्यूरेटर, अंपायर तथा हर टेनिकल व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप डराती धमका रहा है। प्रवीण जैन ने बतलाया कि जनवरी 2020 से 22 तक लगातार हमने संघ के पदाधिकारियों से मुलाकात कर प्रदेश में पेशेवर क्रिकेट को बढ़ावा देने झीरमघाटी शहीद स्मृति छत्तीसगढ़ कप के नाम से आयोजन की संबद्धता एवं आवश्यक दिशानिर्देश के लिए लिखित, मेल एवं मौखिक प्रस्ताव रखे था लेकिन लगातार हमारे प्रस्ताव की उपेक्षा की गई। प्रवीण जैन ने कहा है कि एक बार पुन: क्रिकेट संघ से चर्चा कर अपेक्षा करेंगे कि वे छत्तीसगढ़ में क्रिकेट और खेल खिलाडिय़ों के हित में हमारा मार्ग प्रशस्त करेंगे।