चिन्हांकित गांवों में शत प्रतिशत बच्चों को पिलाई पोलियो की खुराक

छत्तीसगढ़ संवाददाता सुकमा, 6 मार्च। जिले में 3, 4 और 5 मार्च को राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान का आयोजन किया गया। अभियान के तहतजिले के 0 से 5 वर्ष तक के लगभग 36,083 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलायी गई। कलेक्टर हरिस. एस के मार्गदर्शन में जिले के माओवाद प्रभावित अंदरूनी वंनाचल ग्रामों में व्यापक रूप से प्लस पोलियों अभियान चलाया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश सांडिया ने बताया कि भारत को पूर्व में ही पोलियो मुक्त देश घोषित किया जा चुका है तथापि बच्चों में पोलियो वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा बनाए रखने तथा भारत में पोलियोमुक्त स्थिति को बनाए रखने के लिए 3 से 5 मार्च तक सघन पल्स पोलियो अभियान का आयोजन किया गया। जिले में नियद नेल्ला नार योजना में चिन्हांकित ग्रामों में शत् प्रतिशत पोलियो अभियान हुई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि वनांचल एवं पहुंचविहीन क्षेत्र में पोलियो खुराक टीम द्वारा पिलाया गया। जिसमें पोटकपल्ली के अदरूनी क्षेत्र छोटे केड़वाल, बड़े केड़वाल, साकलेर, सालातोग, टेटे मरका में कुल 434 बच्चों को पिलाया गया। इसी प्रकार टेकलगुड़ा के 40 बच्चें, पूवर्ती में 146 बच्चें, कोडासावली के 132 बच्चें, समससेट्टी के 140 बच्चें, दुलेड़ के 56 एवं परिया 242 बच्चें को 0 से 5 वर्ष तक को पोलियो की खुराक पिलाई गई। बगड़ेगुड़ा, एलमागुण्डा, गोंदपल्ली, गुंडराजपाड़, सिलगेर, बेदरे , मंडीमरका, निलावाया, गुटागुड़ा, उपनपल्ली, चिकपल्ली, बोरगुड़ा, तिमापुरम, चिमलीपेन्टा शामिल हैं। सीएमएचओ ने बताया कि आभियान के तहत 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को निर्धारित पोलियो बूथ पर दवा पिलायी गई। साथ ही दूसरे व तीसरे दिन 4 एवं 5 मार्च 2024 को टीम के सदस्यों द्वारा घर-घर जाकर छूटे हुए बच्चों को पोलियो की दवा पिलाया गई। उन्होंने बताया कि 0 से 5 वर्ष के बच्चों को पल्स पोलियो अभियान में ऑगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूल, उप स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सार्वजनिक भवनों, हाट बाजारों, दूरस्थ बसाहटों में बनाए गए बूथों, मोबाईल टीमों के द्वारा पोलियो की दवा पिलाई गई।

चिन्हांकित गांवों में शत प्रतिशत बच्चों को पिलाई पोलियो की खुराक
छत्तीसगढ़ संवाददाता सुकमा, 6 मार्च। जिले में 3, 4 और 5 मार्च को राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान का आयोजन किया गया। अभियान के तहतजिले के 0 से 5 वर्ष तक के लगभग 36,083 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलायी गई। कलेक्टर हरिस. एस के मार्गदर्शन में जिले के माओवाद प्रभावित अंदरूनी वंनाचल ग्रामों में व्यापक रूप से प्लस पोलियों अभियान चलाया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश सांडिया ने बताया कि भारत को पूर्व में ही पोलियो मुक्त देश घोषित किया जा चुका है तथापि बच्चों में पोलियो वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा बनाए रखने तथा भारत में पोलियोमुक्त स्थिति को बनाए रखने के लिए 3 से 5 मार्च तक सघन पल्स पोलियो अभियान का आयोजन किया गया। जिले में नियद नेल्ला नार योजना में चिन्हांकित ग्रामों में शत् प्रतिशत पोलियो अभियान हुई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि वनांचल एवं पहुंचविहीन क्षेत्र में पोलियो खुराक टीम द्वारा पिलाया गया। जिसमें पोटकपल्ली के अदरूनी क्षेत्र छोटे केड़वाल, बड़े केड़वाल, साकलेर, सालातोग, टेटे मरका में कुल 434 बच्चों को पिलाया गया। इसी प्रकार टेकलगुड़ा के 40 बच्चें, पूवर्ती में 146 बच्चें, कोडासावली के 132 बच्चें, समससेट्टी के 140 बच्चें, दुलेड़ के 56 एवं परिया 242 बच्चें को 0 से 5 वर्ष तक को पोलियो की खुराक पिलाई गई। बगड़ेगुड़ा, एलमागुण्डा, गोंदपल्ली, गुंडराजपाड़, सिलगेर, बेदरे , मंडीमरका, निलावाया, गुटागुड़ा, उपनपल्ली, चिकपल्ली, बोरगुड़ा, तिमापुरम, चिमलीपेन्टा शामिल हैं। सीएमएचओ ने बताया कि आभियान के तहत 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को निर्धारित पोलियो बूथ पर दवा पिलायी गई। साथ ही दूसरे व तीसरे दिन 4 एवं 5 मार्च 2024 को टीम के सदस्यों द्वारा घर-घर जाकर छूटे हुए बच्चों को पोलियो की दवा पिलाया गई। उन्होंने बताया कि 0 से 5 वर्ष के बच्चों को पल्स पोलियो अभियान में ऑगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूल, उप स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सार्वजनिक भवनों, हाट बाजारों, दूरस्थ बसाहटों में बनाए गए बूथों, मोबाईल टीमों के द्वारा पोलियो की दवा पिलाई गई।