नए आपराधिक कानूनों पर प्रशिक्षण देने के लिए एचएनएलयू और छत्तीसगढ़ पुलिस का समझौता

किसी भी राष्ट्र की कानून प्रणाली सहमत मूल्यों का प्रतिबिंब-साय रायपुर, 7 मार्च। हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने आज, जुलाई 2024 से लागू होने वाले नए आपराधिक कानून पर एक व्यापक प्रशिक्षण सह संवेदीकरण कार्यक्रम प्रदान करने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य पुलिस विभाग के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान एचएनएलयू के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन और डीजीपी अशोक जुनेजा के बीच किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री (गृह ) विजय शर्मा, नए कानूनों पर भारत सरकार को मसौदे की सिफारिश करने वाली विशेषज्ञ समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) रणबीर सिंह, अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, अधिकारी और एचएनएलयू के प्राध्यापक उपस्थित थे । समझौता ज्ञापन दो दिन, तीन दिन और पांच दिन के क्षमता निर्माण कार्यक्रमों को कवर करेगा जिसमें शीर्ष पुलिस अधिकारी और एस.एच.ओ. शामिल होंगे। इन कार्यक्रमों में प्रशिक्षण और जागरूकता के लिए सुप्रीम कोर्ट/हाईकोर्ट के पूर्व न्यायविदों, सुप्रीम कोर्ट/हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकीलों और अकादमिक विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा। एचएनएलयू के कुलपति, प्रो. वी.सी. विवेकानंदन ने अपनी टिप्पणी में कहा, क्षेत्र में प्रभावी कार्यान्वयन के लिए नए आपराधिक कानूनों के प्रति संवेदनशील बनाने और प्रशिक्षित करने के लिए कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ जुडऩे के लिए एचएनएलयू के लिए यह एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम नीति निर्माताओं को आगे के सुधारों और संशोधनों के लिए नए कानूनों के परिचालन पक्ष से एचएनएलयू को फीडबैक भी देगा। एमओयू समारोह में बोलते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा, किसी भी राष्ट्र की कानून प्रणाली उस राष्ट्र के सहमत मूल्यों का प्रतिबिंब है। इसलिए, औपनिवेशिक काल के तीन कानूनों के नाम में शामिल शब्द को शब्द से बदल दिया गया है जो हमारे समाज में न्याय का सच्चा प्रतिनिधित्व है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा, एचएनएलयू छत्तीसगढ़ हमेशा कानूनी और कानून प्रवर्तन सुधारों में सबसे आगे रहा है, और यह पहल पुलिसिंग में उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। प्रोफेसर (डॉ.) रणबीर सिंह, प्रो-चांसलर, आईआईएलएम विश्वविद्यालयऔर एनएएलएसएआर हैदराबाद और एनएलयू दिल्ली के पूर्व कुलपति इस कार्यक्रम में सम्मानितअतिथि थे।

नए आपराधिक कानूनों पर प्रशिक्षण देने के लिए  एचएनएलयू और छत्तीसगढ़ पुलिस का समझौता
किसी भी राष्ट्र की कानून प्रणाली सहमत मूल्यों का प्रतिबिंब-साय रायपुर, 7 मार्च। हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने आज, जुलाई 2024 से लागू होने वाले नए आपराधिक कानून पर एक व्यापक प्रशिक्षण सह संवेदीकरण कार्यक्रम प्रदान करने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य पुलिस विभाग के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान एचएनएलयू के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन और डीजीपी अशोक जुनेजा के बीच किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री (गृह ) विजय शर्मा, नए कानूनों पर भारत सरकार को मसौदे की सिफारिश करने वाली विशेषज्ञ समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) रणबीर सिंह, अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, अधिकारी और एचएनएलयू के प्राध्यापक उपस्थित थे । समझौता ज्ञापन दो दिन, तीन दिन और पांच दिन के क्षमता निर्माण कार्यक्रमों को कवर करेगा जिसमें शीर्ष पुलिस अधिकारी और एस.एच.ओ. शामिल होंगे। इन कार्यक्रमों में प्रशिक्षण और जागरूकता के लिए सुप्रीम कोर्ट/हाईकोर्ट के पूर्व न्यायविदों, सुप्रीम कोर्ट/हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकीलों और अकादमिक विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा। एचएनएलयू के कुलपति, प्रो. वी.सी. विवेकानंदन ने अपनी टिप्पणी में कहा, क्षेत्र में प्रभावी कार्यान्वयन के लिए नए आपराधिक कानूनों के प्रति संवेदनशील बनाने और प्रशिक्षित करने के लिए कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ जुडऩे के लिए एचएनएलयू के लिए यह एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम नीति निर्माताओं को आगे के सुधारों और संशोधनों के लिए नए कानूनों के परिचालन पक्ष से एचएनएलयू को फीडबैक भी देगा। एमओयू समारोह में बोलते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा, किसी भी राष्ट्र की कानून प्रणाली उस राष्ट्र के सहमत मूल्यों का प्रतिबिंब है। इसलिए, औपनिवेशिक काल के तीन कानूनों के नाम में शामिल शब्द को शब्द से बदल दिया गया है जो हमारे समाज में न्याय का सच्चा प्रतिनिधित्व है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा, एचएनएलयू छत्तीसगढ़ हमेशा कानूनी और कानून प्रवर्तन सुधारों में सबसे आगे रहा है, और यह पहल पुलिसिंग में उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। प्रोफेसर (डॉ.) रणबीर सिंह, प्रो-चांसलर, आईआईएलएम विश्वविद्यालयऔर एनएएलएसएआर हैदराबाद और एनएलयू दिल्ली के पूर्व कुलपति इस कार्यक्रम में सम्मानितअतिथि थे।