छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायगढ़, 22 मार्च। सडक़ दुर्घटना में कमी लाने के लिए आईआरएडी प्रोजेक्ट के तहत जांचकर्ता पुलिस अधिकारी को प्रत्येक घटनास्थल का बारीकी से अध्ययन कर दुर्घटना के हर कारणों को ऐप में दर्ज करना अनिवार्य है, जिससे आगे उस स्थान पर सडक़ हादसों को नियंत्रण किया जा सकें।
जिले में आईआरएडी (इंट्रीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस) प्रोजेक्ट के तहत सभी थाना प्रभारियों और विवेचना अधिकारियों को पुलिस कंट्रोल रूम में प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
इसी परिपेक्ष्य में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल गुरुवार को शहर के गौशाला चौक जहां विगत दिनों सडक़ हादसे में एक व्यक्ति की मौत हुई थी, उस स्थान की ट्रैफिक डीएसपी रमेश चंद्रा एवं थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक सुखनंदन पटेल के साथ समीक्षा किये तथा संबंधित थाने के विवेचकों को साथ लेकर मौके पर ऐप में प्रविष्टि कराये। इसके बाद शहर के प्रमुख चौक- चौराहा में यातायात का जायजा लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया गया है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायगढ़, 22 मार्च। सडक़ दुर्घटना में कमी लाने के लिए आईआरएडी प्रोजेक्ट के तहत जांचकर्ता पुलिस अधिकारी को प्रत्येक घटनास्थल का बारीकी से अध्ययन कर दुर्घटना के हर कारणों को ऐप में दर्ज करना अनिवार्य है, जिससे आगे उस स्थान पर सडक़ हादसों को नियंत्रण किया जा सकें।
जिले में आईआरएडी (इंट्रीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस) प्रोजेक्ट के तहत सभी थाना प्रभारियों और विवेचना अधिकारियों को पुलिस कंट्रोल रूम में प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
इसी परिपेक्ष्य में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल गुरुवार को शहर के गौशाला चौक जहां विगत दिनों सडक़ हादसे में एक व्यक्ति की मौत हुई थी, उस स्थान की ट्रैफिक डीएसपी रमेश चंद्रा एवं थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक सुखनंदन पटेल के साथ समीक्षा किये तथा संबंधित थाने के विवेचकों को साथ लेकर मौके पर ऐप में प्रविष्टि कराये। इसके बाद शहर के प्रमुख चौक- चौराहा में यातायात का जायजा लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया गया है।