अल्पसंख्यक संगठन रजा यूनिटी फाउंडेशन की बैठक

लखनपुर, 25 फरवरी। अल्पसंख्यक संगठन रजा यूनिटी फाउंडेशन के मुख्य कार्यालय अम्बिकापुर लखनपुर में शब-ए-बारात के संबंध में बैठक कर संगठन के तरफ से गाइडलाइन जारी की गयी। इस संबंध में रजा यूनिटी फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष शादाब आलम रिजवी ने बताया कि शबे बारात मुसलमानों के प्रमुख त्यौहारों में से एक है। इस रात मुसलमान इबादत करते हैं और वह अपने मरहूम रिश्तेदारों को याद कर शबे बरात को कब्रिस्तान जाते हैं। अमनों - चैन सलामति की दुआ करते है। उन्होंने कहा कि शबे बरात इबादत की रात है, इस अवसर पर आतिशबाजी बिल्कुल नहीं करें। इस अवसर पर गरीब और जरूरतमंदों की मदद करके अपने मरहूम को सवाब पहुंचाने की कोशिश करें। इस रात में अपने घर वालों की हिफाजत के साथ साथ पूरे देश की हिफाजत, तरक्की,अमन और शांति के लिए भी दुआ करें। देश की गंगा जमुना सभ्यता और रिवायत का ख्याल करते हुए एक दूसरे के धार्मिक जज्बात का ख्याल रखें। बैठक में रजा यूनिटी फाउंडेशन मुस्लिम समाज के लोग मौजूद रहे।

अल्पसंख्यक संगठन रजा यूनिटी फाउंडेशन की बैठक
लखनपुर, 25 फरवरी। अल्पसंख्यक संगठन रजा यूनिटी फाउंडेशन के मुख्य कार्यालय अम्बिकापुर लखनपुर में शब-ए-बारात के संबंध में बैठक कर संगठन के तरफ से गाइडलाइन जारी की गयी। इस संबंध में रजा यूनिटी फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष शादाब आलम रिजवी ने बताया कि शबे बारात मुसलमानों के प्रमुख त्यौहारों में से एक है। इस रात मुसलमान इबादत करते हैं और वह अपने मरहूम रिश्तेदारों को याद कर शबे बरात को कब्रिस्तान जाते हैं। अमनों - चैन सलामति की दुआ करते है। उन्होंने कहा कि शबे बरात इबादत की रात है, इस अवसर पर आतिशबाजी बिल्कुल नहीं करें। इस अवसर पर गरीब और जरूरतमंदों की मदद करके अपने मरहूम को सवाब पहुंचाने की कोशिश करें। इस रात में अपने घर वालों की हिफाजत के साथ साथ पूरे देश की हिफाजत, तरक्की,अमन और शांति के लिए भी दुआ करें। देश की गंगा जमुना सभ्यता और रिवायत का ख्याल करते हुए एक दूसरे के धार्मिक जज्बात का ख्याल रखें। बैठक में रजा यूनिटी फाउंडेशन मुस्लिम समाज के लोग मौजूद रहे।