ध्वस्त स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर महिला-युवा कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

छत्तीसगढ़ संवाददाता अंबिकापुर, 25 फरवरी। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने के महज 3 माह के अंदर स्वास्थ्य सेवाऐं जिस प्रकार ध्वस्त हो गयी हैं, उसे लेकर गत शनिवार को सरगुजा जिला महिला कांग्रेस और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामने प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। गुरुवार को ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमसीएच हॉस्पिटल में प्रसव पीडा झेल रही एक ग्रामीण महिला ने अस्पताल के बालकनी में मृत शिशु का प्रसव हुआ था। शंकरगढ़ से मेडिकल कॉलेज रेफर इस महिला को प्रसव पीड़ा हो रही थी। प्रसव पीड़ा की हालत में उस महिला को सोनोग्राफी के लिये सोनोग्राफी कक्ष के बाहर घंटो इंतजार कराया गया। इस दौरान इस महिला को सोनोग्राफी कक्ष के पास बालकनी में मृत शिशु का प्रसव हुआ। बताया जाता है कि एमसीएच भवन में लिफ्ट और रिवाल्विंग चेयर की व्यवस्था होने के बावजूद महिला को पैदल सीढिय़ों से सोनोग्राफी के लिये भवन के उपरी तल पर ले जाया गया। इस अमानवीय घटना के होने के 2 दिन के बाद भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन ने न तो कोई जांच की है न ही जिम्मेदार पर कोई कारवाई की गई है। प्रदर्शन के दौरान जिला महिला कांग्रेस(शहर) की अध्यक्ष सीमा सोनी ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन संवेदनहीन हो गया है। उसे तुरंत जवाबदेह स्टाफ पर कारवाई करनी चाहिये। मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गये ज्ञापन में यह मांग की गई है कि पिडिता को शासन तत्काल मुआवजा प्रदान करे। रिजेंट केमिकल के अभाव में 20 दिन से ठप हमर लैब पूर्व उपमुख्यमंत्री द्वारा सरगुजा संभाग की जरुरतों को ध्यान में रखकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल अम्बिकापुर में हमर लैब की स्थापना की गई थी। इसके माध्यम से मरीजों को मुफ्त जांच परीक्षण की सुविधा प्राप्त होती थी। लगभग 25 दिनों से रिजेंट केमिकल के अभाव में यह लैब ठप पडा हुआ है। लोंगों को पैसे खर्च कर निजि लैब में जांच करानी पड रही है। बताया जा रहा है कि सीजीएमएस द्वारा 2 माह से बजट आबंटित नहीं किये जाने के कारण लैब में रिजेंट केमिकल की खरीदी ही नहीं हो पा रही है। धरना प्रदर्शन के उपरांत इस अव्यवस्था को लेकर भी मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपा गया है।

ध्वस्त स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर महिला-युवा कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ संवाददाता अंबिकापुर, 25 फरवरी। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने के महज 3 माह के अंदर स्वास्थ्य सेवाऐं जिस प्रकार ध्वस्त हो गयी हैं, उसे लेकर गत शनिवार को सरगुजा जिला महिला कांग्रेस और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामने प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है। गुरुवार को ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमसीएच हॉस्पिटल में प्रसव पीडा झेल रही एक ग्रामीण महिला ने अस्पताल के बालकनी में मृत शिशु का प्रसव हुआ था। शंकरगढ़ से मेडिकल कॉलेज रेफर इस महिला को प्रसव पीड़ा हो रही थी। प्रसव पीड़ा की हालत में उस महिला को सोनोग्राफी के लिये सोनोग्राफी कक्ष के बाहर घंटो इंतजार कराया गया। इस दौरान इस महिला को सोनोग्राफी कक्ष के पास बालकनी में मृत शिशु का प्रसव हुआ। बताया जाता है कि एमसीएच भवन में लिफ्ट और रिवाल्विंग चेयर की व्यवस्था होने के बावजूद महिला को पैदल सीढिय़ों से सोनोग्राफी के लिये भवन के उपरी तल पर ले जाया गया। इस अमानवीय घटना के होने के 2 दिन के बाद भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन ने न तो कोई जांच की है न ही जिम्मेदार पर कोई कारवाई की गई है। प्रदर्शन के दौरान जिला महिला कांग्रेस(शहर) की अध्यक्ष सीमा सोनी ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन संवेदनहीन हो गया है। उसे तुरंत जवाबदेह स्टाफ पर कारवाई करनी चाहिये। मुख्यमंत्री के नाम सौंपे गये ज्ञापन में यह मांग की गई है कि पिडिता को शासन तत्काल मुआवजा प्रदान करे। रिजेंट केमिकल के अभाव में 20 दिन से ठप हमर लैब पूर्व उपमुख्यमंत्री द्वारा सरगुजा संभाग की जरुरतों को ध्यान में रखकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल अम्बिकापुर में हमर लैब की स्थापना की गई थी। इसके माध्यम से मरीजों को मुफ्त जांच परीक्षण की सुविधा प्राप्त होती थी। लगभग 25 दिनों से रिजेंट केमिकल के अभाव में यह लैब ठप पडा हुआ है। लोंगों को पैसे खर्च कर निजि लैब में जांच करानी पड रही है। बताया जा रहा है कि सीजीएमएस द्वारा 2 माह से बजट आबंटित नहीं किये जाने के कारण लैब में रिजेंट केमिकल की खरीदी ही नहीं हो पा रही है। धरना प्रदर्शन के उपरांत इस अव्यवस्था को लेकर भी मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपा गया है।