सिद्ध चक्र महामंडल विधान के चौथे दिन इंद्र इंद्राणियों ने 128 अर्घ्य समर्पित किया

रायपुर, 20 मार्च। श्री आदिनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर में चल रहे 8 दिवसीय श्रीसिद्ध चक्र महामण्डल विधान में आज मंगलवार को चौथे दिन भगवान शांतिनाथ की वृहद शांतिधारा का वाचन ब्रह्मचारी विजय भईया गुणायतन ने किया ।ट्रस्ट मंदिर कमेटी के अध्यक्ष संजय जैन नायक ने बताया कि विधान में सैकडों श्रद्धालुओं ने आज पुष्पदंत भगवान का स्वर्ण कलशों से अभिषेक कर पूजा अर्चना की। साथ ही आज की शांति धारा दिलीप निकुंज जैन गुढियारी ने किया।विधान की पूजा में चौथे वलय की आराधना करके इन्द्र इन्द्राणियों ने 128 श्रीफल अघ्र्य समर्पित किए। इस अवसर पर ब्रम्हचारी विजय भईया गुणायतन ने धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि भगवान की पूजा अर्चना करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और सुख दु:ख तो आते जाते हैं। अपने अपने कर्मो का फल सबको मिलता है। बड़े मंदिर में चल रहे सिद्धचक्र मण्डल विधान की मधुर भक्तिमय संगीत से महा अर्चना हुई। इसमें प्रथम बार 300 श्रावक श्राविकाओं ने एक साथ महा आराधना की। सभी ने संगीतमय भजनों पर नृत्य भी किया। इस अवसर पर ट्रस्ट कमेटी एवं सदस्य के साथ साथ समाज के धर्म प्रेमी बंधु सदस्य उपस्थित थे

सिद्ध चक्र महामंडल विधान के चौथे दिन इंद्र इंद्राणियों ने 128 अर्घ्य समर्पित किया
रायपुर, 20 मार्च। श्री आदिनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर में चल रहे 8 दिवसीय श्रीसिद्ध चक्र महामण्डल विधान में आज मंगलवार को चौथे दिन भगवान शांतिनाथ की वृहद शांतिधारा का वाचन ब्रह्मचारी विजय भईया गुणायतन ने किया ।ट्रस्ट मंदिर कमेटी के अध्यक्ष संजय जैन नायक ने बताया कि विधान में सैकडों श्रद्धालुओं ने आज पुष्पदंत भगवान का स्वर्ण कलशों से अभिषेक कर पूजा अर्चना की। साथ ही आज की शांति धारा दिलीप निकुंज जैन गुढियारी ने किया।विधान की पूजा में चौथे वलय की आराधना करके इन्द्र इन्द्राणियों ने 128 श्रीफल अघ्र्य समर्पित किए। इस अवसर पर ब्रम्हचारी विजय भईया गुणायतन ने धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि भगवान की पूजा अर्चना करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और सुख दु:ख तो आते जाते हैं। अपने अपने कर्मो का फल सबको मिलता है। बड़े मंदिर में चल रहे सिद्धचक्र मण्डल विधान की मधुर भक्तिमय संगीत से महा अर्चना हुई। इसमें प्रथम बार 300 श्रावक श्राविकाओं ने एक साथ महा आराधना की। सभी ने संगीतमय भजनों पर नृत्य भी किया। इस अवसर पर ट्रस्ट कमेटी एवं सदस्य के साथ साथ समाज के धर्म प्रेमी बंधु सदस्य उपस्थित थे