संत हिरदाराम नगर मिनी मार्केट में रिद्धि-सिद्धि संग विराजे गणपति:झाँकी में प्रतिमा के साथ पीतल के गजानन की दिव्य मूर्ति बनी आकर्षण का केन्द्र

संत हिरदाराम नगर के मिनी मार्केट में चतुर्भुज गणेश भगवान की झांकी नगर वासियों का मन मोह रही है। किंग्स गणेश उत्सव समिति द्वारा आयोजित उत्सव में गजानन यहाँ अपनी पत्नियों रिद्धि और सिद्धि संग विराजे हैं। समिति अध्यक्ष युवा आशीष टेकवानी ने बताया कि गणेश जी की यह प्रतिमा 18 फीट चौड़ी और 12 फीट ऊँची है। इस आकर्षक प्रतिमा को वर्तमान में भोपाल निवासी लेकिन मूल रूप से कलकत्ता के प्रसिद्ध मूर्तिकार अजीत पाल ने निर्मित किया है। उन्होंने आगे कहा कि समिति 13 वर्षों से अनवरत गणेश स्थापना करती आ रही है। झाँकी में गणेशजी की प्रतिमा के साथ ही पीतल धातु की गणेश जी की एक बेहद और दिव्य मूर्ति भी स्थापित की गई है, जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसके बारे में पूछने पर आशीष टेकवानी बताते हैं कि पीतल धातु वाली गणेश की मूर्ति मूल रूप से स्थापना मूर्ति है, जिसका गणेश उत्सव के दौरान लगातार 11 दिनों तक अभिषेक किया जाता है। इसके पश्चात वर्ष भर घर में प्रत्येक बुधवार को अभिषेक किया जाता है। गणेश पर्व पर 10 दिनों की स्थापना के दौरान प्रतिदिन 3 बार आरती की जाती है, जिसमें रात्रि कालीन शयन आरती भी सम्मिलित है। अनंत चतुर्दशी से एक दिन पूर्व त्रयोदशी को किंग्स गणेश उत्सव समिति द्वारा सार्वजनिक भंडारे का आयोजन किया गया है, जिसमें सभी नागरिक मिलकर प्रसादी ग्रहण करते हैं। गणेश विसर्जन अनंत चतुर्दशी को सीहोर नाका स्थित झूलेलाल विसर्जन घाट पर किया जाएगा।

संत हिरदाराम नगर मिनी मार्केट में रिद्धि-सिद्धि संग विराजे गणपति:झाँकी में प्रतिमा के साथ पीतल के गजानन की दिव्य मूर्ति बनी आकर्षण का केन्द्र
संत हिरदाराम नगर के मिनी मार्केट में चतुर्भुज गणेश भगवान की झांकी नगर वासियों का मन मोह रही है। किंग्स गणेश उत्सव समिति द्वारा आयोजित उत्सव में गजानन यहाँ अपनी पत्नियों रिद्धि और सिद्धि संग विराजे हैं। समिति अध्यक्ष युवा आशीष टेकवानी ने बताया कि गणेश जी की यह प्रतिमा 18 फीट चौड़ी और 12 फीट ऊँची है। इस आकर्षक प्रतिमा को वर्तमान में भोपाल निवासी लेकिन मूल रूप से कलकत्ता के प्रसिद्ध मूर्तिकार अजीत पाल ने निर्मित किया है। उन्होंने आगे कहा कि समिति 13 वर्षों से अनवरत गणेश स्थापना करती आ रही है। झाँकी में गणेशजी की प्रतिमा के साथ ही पीतल धातु की गणेश जी की एक बेहद और दिव्य मूर्ति भी स्थापित की गई है, जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसके बारे में पूछने पर आशीष टेकवानी बताते हैं कि पीतल धातु वाली गणेश की मूर्ति मूल रूप से स्थापना मूर्ति है, जिसका गणेश उत्सव के दौरान लगातार 11 दिनों तक अभिषेक किया जाता है। इसके पश्चात वर्ष भर घर में प्रत्येक बुधवार को अभिषेक किया जाता है। गणेश पर्व पर 10 दिनों की स्थापना के दौरान प्रतिदिन 3 बार आरती की जाती है, जिसमें रात्रि कालीन शयन आरती भी सम्मिलित है। अनंत चतुर्दशी से एक दिन पूर्व त्रयोदशी को किंग्स गणेश उत्सव समिति द्वारा सार्वजनिक भंडारे का आयोजन किया गया है, जिसमें सभी नागरिक मिलकर प्रसादी ग्रहण करते हैं। गणेश विसर्जन अनंत चतुर्दशी को सीहोर नाका स्थित झूलेलाल विसर्जन घाट पर किया जाएगा।