शिक्षा -पोषण हो बेहतर- कलेक्टर

छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 6 जुलाई। जिला प्रशासन द्वारा शैक्षणिक संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण पोषक आहार सहित अन्य व्यवस्थाएं बेहतर तरीके से प्रदान करने निर्देश दिए गए। कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग एवं आदिवासी विकास विभाग की की समीक्षा बैठक शुक्रवार को ली गई। बैठक में कलेक्टर ने विभागीय कार्यों के साथ-साथ समस्त छात्रावासों, आश्रमों में बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति सोमवार तक करवाने, इस संबंध में सहायक आयुक्त द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत करने, मंडल संयोजकों द्वारा प्रति सप्ताह का निरीक्षण रिपोर्ट सहायक आयुक्त के माध्यम से प्रेषित करने, इसके साथ ही हॉस्टल में रहने वाले समस्त छात्र-छात्राओं के पालकों के साथ बैठक का 15 जुलाई तक आयोजन कर के प्रतिवेदन प्रस्तुत करने, के संबंध में निर्देश दिये। इसके साथ ही कलेक्टर ने विशेष रूप से मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता सही करने और बच्चों को पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध कराने को भी कहा। निरीक्षणकर्ता अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये गये कि पंजी में नियमित रूप से अवलोकन करने के साथ-साथ शनिवार को मेन्यू अनुसार खीर-पूड़ी या अंडा मिल रहा है या नही इसका अवश्य अवलोकन करे। इसी प्रकार शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया कि जिला स्तर तथा विकासखण्ड स्तर के अधिकारी प्रति सप्ताह 10-10 शालाओं का नियमित निरीक्षण करगें एवं संकुल समन्वयकों द्वारा प्रति सप्ताह समस्त शालाओं का नियमित निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा। इसके अलावा पढ़े दन्तेवाड़ा लिखे दन्तेवाड़ा के नवीन सत्र 2024-25 के अंतर्गत बेसलाइन आंकलन जुलाई माह में विनोबा के माध्यम से पूर्ण करने के निर्देश दिये गये एवं प्रत्येक ब्लॉक से दो संकुल समन्वयकों को रिसोर्स पर्सन के रूप में नामित कर बेसलाइन का आकलन दूसरे संकुल के शिक्षकों द्वारा करवाने को कहा गया। मध्यान्ह भोजन के संबंध में कलेक्टर द्वारा कहा गया कि अगर किसी विद्यालय में मध्यान्ह भोजन के संचालन हेतु स्व सहायता समूह तैयार नहीं है तो उन विद्यालयों में शाला विकास समिति के द्वारा एन.आर.एल.एम. से प्रमाण पत्र प्राप्त कर संचालन करवाया जा सकता है। साथ ही शाला निरीक्षण के दौरान शिक्षकों की दैनिक दैनदिनी का निरीक्षण समय-सारणी, पाठ्यक्रम, आश्रम शाला एवं शाला स्तर का मेन्यू का निर्धारण कर चस्पा किया गया है या नहीं, इसका भी अवलोकन कर निरीक्षण पंजी में टीप करने हेतु निर्देशित किया। बैठक में इसके अलावा एजेण्डा अनुसार जिले के समस्त मंडल समन्वयकों एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों, सहायक खण्ड शिक्षा अधिकारियों एवं खण्ड स्त्रोत समन्वयकों को आश्रम छात्रावासों में स्वीकृत सीट के अनुपात में शत प्रतिशत दर्ज करने, किसी भी बच्चे को दस्तावेज के अभाव में प्रवेश से वंचित न किये जाने, समस्त विद्यालयों में शिक्षकों को दर्ज संख्या के आधार पर व्यवस्थित करने का प्रस्ताव संकुल समन्वयक द्वारा 15 जुलाई तक प्रस्तुत किये जाने, शौचालय, अहाता, विद्युत व्यवस्था एवं अन्य जानकारी प्रस्तुत करने के संबंध में कलेक्टर द्वारा विस्तृत निर्देश दिये। बैठक में मुख्य जिला पंचायत सीईओ कुमार विश्वरंजन, उपआयुक्त केएस मसराम, जिला शिक्षा अधिकारी एसके अम्बष्टा और जिला मिशन समन्वयक श्याम लाल शोरी प्रमुख रूप से मौजूद थे।

शिक्षा -पोषण हो बेहतर- कलेक्टर
छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 6 जुलाई। जिला प्रशासन द्वारा शैक्षणिक संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण पोषक आहार सहित अन्य व्यवस्थाएं बेहतर तरीके से प्रदान करने निर्देश दिए गए। कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग एवं आदिवासी विकास विभाग की की समीक्षा बैठक शुक्रवार को ली गई। बैठक में कलेक्टर ने विभागीय कार्यों के साथ-साथ समस्त छात्रावासों, आश्रमों में बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति सोमवार तक करवाने, इस संबंध में सहायक आयुक्त द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत करने, मंडल संयोजकों द्वारा प्रति सप्ताह का निरीक्षण रिपोर्ट सहायक आयुक्त के माध्यम से प्रेषित करने, इसके साथ ही हॉस्टल में रहने वाले समस्त छात्र-छात्राओं के पालकों के साथ बैठक का 15 जुलाई तक आयोजन कर के प्रतिवेदन प्रस्तुत करने, के संबंध में निर्देश दिये। इसके साथ ही कलेक्टर ने विशेष रूप से मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता सही करने और बच्चों को पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध कराने को भी कहा। निरीक्षणकर्ता अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये गये कि पंजी में नियमित रूप से अवलोकन करने के साथ-साथ शनिवार को मेन्यू अनुसार खीर-पूड़ी या अंडा मिल रहा है या नही इसका अवश्य अवलोकन करे। इसी प्रकार शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया कि जिला स्तर तथा विकासखण्ड स्तर के अधिकारी प्रति सप्ताह 10-10 शालाओं का नियमित निरीक्षण करगें एवं संकुल समन्वयकों द्वारा प्रति सप्ताह समस्त शालाओं का नियमित निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा। इसके अलावा पढ़े दन्तेवाड़ा लिखे दन्तेवाड़ा के नवीन सत्र 2024-25 के अंतर्गत बेसलाइन आंकलन जुलाई माह में विनोबा के माध्यम से पूर्ण करने के निर्देश दिये गये एवं प्रत्येक ब्लॉक से दो संकुल समन्वयकों को रिसोर्स पर्सन के रूप में नामित कर बेसलाइन का आकलन दूसरे संकुल के शिक्षकों द्वारा करवाने को कहा गया। मध्यान्ह भोजन के संबंध में कलेक्टर द्वारा कहा गया कि अगर किसी विद्यालय में मध्यान्ह भोजन के संचालन हेतु स्व सहायता समूह तैयार नहीं है तो उन विद्यालयों में शाला विकास समिति के द्वारा एन.आर.एल.एम. से प्रमाण पत्र प्राप्त कर संचालन करवाया जा सकता है। साथ ही शाला निरीक्षण के दौरान शिक्षकों की दैनिक दैनदिनी का निरीक्षण समय-सारणी, पाठ्यक्रम, आश्रम शाला एवं शाला स्तर का मेन्यू का निर्धारण कर चस्पा किया गया है या नहीं, इसका भी अवलोकन कर निरीक्षण पंजी में टीप करने हेतु निर्देशित किया। बैठक में इसके अलावा एजेण्डा अनुसार जिले के समस्त मंडल समन्वयकों एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों, सहायक खण्ड शिक्षा अधिकारियों एवं खण्ड स्त्रोत समन्वयकों को आश्रम छात्रावासों में स्वीकृत सीट के अनुपात में शत प्रतिशत दर्ज करने, किसी भी बच्चे को दस्तावेज के अभाव में प्रवेश से वंचित न किये जाने, समस्त विद्यालयों में शिक्षकों को दर्ज संख्या के आधार पर व्यवस्थित करने का प्रस्ताव संकुल समन्वयक द्वारा 15 जुलाई तक प्रस्तुत किये जाने, शौचालय, अहाता, विद्युत व्यवस्था एवं अन्य जानकारी प्रस्तुत करने के संबंध में कलेक्टर द्वारा विस्तृत निर्देश दिये। बैठक में मुख्य जिला पंचायत सीईओ कुमार विश्वरंजन, उपआयुक्त केएस मसराम, जिला शिक्षा अधिकारी एसके अम्बष्टा और जिला मिशन समन्वयक श्याम लाल शोरी प्रमुख रूप से मौजूद थे।