माहवारी स्वच्छता प्रबंधन, पोषण एवं स्वच्छता पर दी जानकारी

छत्तीसगढ़ संवाददाता अम्बिकापुर, 9 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विकासखण्ड लखनपुर के ग्राम पंचायत अमलभि_ी के देवीटिकरा में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन, पोषण एवं स्वच्छता को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज अम्बिकापुर की एनएसएस इकाई एवं सरगुजा साइंस ग्रुप एज्युकेशन सोसायटी के माध्यम से किया गया। महिला दिवस के अवसर पर शासकीय हाई स्कूल परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में काफी संख्या में किशोरी बालिकायें एवं महिलायें उपस्थित हुईं। इस दौरान पॉलिटेक्निक कॉलेज के एनएसएस छात्र-छात्राओं ने आकर्षक कार्यक्रम के माध्यम से सामाजिक संदेश दिया। वहीं गांव की किशोरी बालिकाओं ने भी सरगुजिहा लोक संस्कृति को लेकर नृत्य एवं गीत प्रस्तुत किये। सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरूआत स्वामी विवेकानंद की छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सरगुजा साइंस ग्रुप के संस्थापक अंचल ओझा ने माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर उपस्थित महिलाओं, किशोरी बालिकाओं एवं एनएसएस के स्वयं सेवकों से बात की। इस दौरान सेनेटरी पैड एवं कपड़े के उपयोग एवं स्वच्छता की आवश्यकता क्यों? माहवारी के दौरान स्वच्छता क्यों जरूरी है? माहवारी के दौरान होने वाले समस्याओं को नजऱअंदाज करने से क्या दिक्कतें भविष्य में हो सकती है, इन सभी विषयों को लेकर सबने विस्तार से चर्चा की। माहवारी को लेकर समाज में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने को लेकर शुरू हुई चर्चा में महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं ने खुल कर भाग लिया। वहीं उपस्थित पुरूषों से भी इस विषय पर चर्चा करने एवं जागरूकता की जरूरी को लेकर बात की गई। सैनेटरी पैड उपयोग नहीं करने की स्थिति में साफ-स्वच्छ सूती कपड़ा उपयोग करने उसे अच्छी तरह गर्म पानी में धोने तथा धूप में सुखाने व कपड़ा तथा सैनेटरी पैड को हर 4 से 6 घंटे में बदलने के विषय में जानकारी साझा की गई। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पॉलिटेक्निक कॉलेज की व्याख्याता माधुरी तिग्गा ने माहवारी पर चर्चा करते हुए इस दौरान आवश्यक पौष्टिक खानपान की जरूरतों को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता केवल माहवारी के दौरान खुद का ही नहीं बल्कि अपने परिवार, घर एवं मोहल्ले में भी बहुत जरूरी है ताकि कई सारे संक्रमण को बिमारियों को हम रोक सकें। स्वच्छता का हम सबके जीवन में बड़ा महत्व है, पहले स्वयं की स्वच्छता का ख्याल रखना है, फिर परिवार के सभी सदस्यों का, घर का और फिर मुहल्ले एवं गांव का रखना है। उन्होंने कहा कि हमारे गांवों में सब्जी, भाजी, फल, पौष्टीक खाद्य पदार्थों की कमी नहीं है, हमें बस उसे अपने खानपान में उतारना है ताकि हम स्वयं एवं अपने परिवार को निरोग रखने की दिशा में आगे बढ़ा सके। इस दौरान विभिन्न पोस्टर, पम्पलेट का वितरण कर पोषण युक्त भोजन की जरूरतों एवं हमारे आसपास उपलब्ध खाद्य सामग्रीयों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी अमित कुमार बघेल ने किया, उन्होंने कार्यक्रम के दौरान सात दिवस तक गांव में चलने वाले कार्य की जानकारी दी जो स्वयं सेवकों एवं ग्रामीणों के सहयोग से ग्राम में किया जा रहा है। इस दौरान महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को सैनेटरी पैड का वितरण भी किया गया। पॉलिटेक्निक कॉलेज अम्बिकापुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा अमलभि_ी देवीटिकरा में 7 दिवसीय शिविर का आयोजन कर प्रत्येक दिना अलग-अलग विषयों पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक, स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकायें, पॉलिटेक्निक कॉलेज के अधिकारी-कर्मचारी सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

माहवारी स्वच्छता प्रबंधन, पोषण एवं स्वच्छता पर दी जानकारी
छत्तीसगढ़ संवाददाता अम्बिकापुर, 9 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विकासखण्ड लखनपुर के ग्राम पंचायत अमलभि_ी के देवीटिकरा में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन, पोषण एवं स्वच्छता को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज अम्बिकापुर की एनएसएस इकाई एवं सरगुजा साइंस ग्रुप एज्युकेशन सोसायटी के माध्यम से किया गया। महिला दिवस के अवसर पर शासकीय हाई स्कूल परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में काफी संख्या में किशोरी बालिकायें एवं महिलायें उपस्थित हुईं। इस दौरान पॉलिटेक्निक कॉलेज के एनएसएस छात्र-छात्राओं ने आकर्षक कार्यक्रम के माध्यम से सामाजिक संदेश दिया। वहीं गांव की किशोरी बालिकाओं ने भी सरगुजिहा लोक संस्कृति को लेकर नृत्य एवं गीत प्रस्तुत किये। सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरूआत स्वामी विवेकानंद की छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सरगुजा साइंस ग्रुप के संस्थापक अंचल ओझा ने माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर उपस्थित महिलाओं, किशोरी बालिकाओं एवं एनएसएस के स्वयं सेवकों से बात की। इस दौरान सेनेटरी पैड एवं कपड़े के उपयोग एवं स्वच्छता की आवश्यकता क्यों? माहवारी के दौरान स्वच्छता क्यों जरूरी है? माहवारी के दौरान होने वाले समस्याओं को नजऱअंदाज करने से क्या दिक्कतें भविष्य में हो सकती है, इन सभी विषयों को लेकर सबने विस्तार से चर्चा की। माहवारी को लेकर समाज में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने को लेकर शुरू हुई चर्चा में महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं ने खुल कर भाग लिया। वहीं उपस्थित पुरूषों से भी इस विषय पर चर्चा करने एवं जागरूकता की जरूरी को लेकर बात की गई। सैनेटरी पैड उपयोग नहीं करने की स्थिति में साफ-स्वच्छ सूती कपड़ा उपयोग करने उसे अच्छी तरह गर्म पानी में धोने तथा धूप में सुखाने व कपड़ा तथा सैनेटरी पैड को हर 4 से 6 घंटे में बदलने के विषय में जानकारी साझा की गई। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पॉलिटेक्निक कॉलेज की व्याख्याता माधुरी तिग्गा ने माहवारी पर चर्चा करते हुए इस दौरान आवश्यक पौष्टिक खानपान की जरूरतों को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता केवल माहवारी के दौरान खुद का ही नहीं बल्कि अपने परिवार, घर एवं मोहल्ले में भी बहुत जरूरी है ताकि कई सारे संक्रमण को बिमारियों को हम रोक सकें। स्वच्छता का हम सबके जीवन में बड़ा महत्व है, पहले स्वयं की स्वच्छता का ख्याल रखना है, फिर परिवार के सभी सदस्यों का, घर का और फिर मुहल्ले एवं गांव का रखना है। उन्होंने कहा कि हमारे गांवों में सब्जी, भाजी, फल, पौष्टीक खाद्य पदार्थों की कमी नहीं है, हमें बस उसे अपने खानपान में उतारना है ताकि हम स्वयं एवं अपने परिवार को निरोग रखने की दिशा में आगे बढ़ा सके। इस दौरान विभिन्न पोस्टर, पम्पलेट का वितरण कर पोषण युक्त भोजन की जरूरतों एवं हमारे आसपास उपलब्ध खाद्य सामग्रीयों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी अमित कुमार बघेल ने किया, उन्होंने कार्यक्रम के दौरान सात दिवस तक गांव में चलने वाले कार्य की जानकारी दी जो स्वयं सेवकों एवं ग्रामीणों के सहयोग से ग्राम में किया जा रहा है। इस दौरान महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को सैनेटरी पैड का वितरण भी किया गया। पॉलिटेक्निक कॉलेज अम्बिकापुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा अमलभि_ी देवीटिकरा में 7 दिवसीय शिविर का आयोजन कर प्रत्येक दिना अलग-अलग विषयों पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक, स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकायें, पॉलिटेक्निक कॉलेज के अधिकारी-कर्मचारी सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।