माइक्रो आब्जर्वर होंगे मतदान का अंग

दंतेवाड़ा, 14 अप्रैल। लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों में माइक्रो आब्जर्वर की अहम भूमिका होगी। माइक्रो आब्जर्वर मतदान प्रक्रिया का अभिन्न अंग होंगे। मतदान केंद्रों के लिए नियुक्त माइक्रो ऑब्जर्वरों का प्रशिक्षण कार्यक्रम संयुक्त जिला कार्यालय भवन के तृतीय स्थल सभाकक्ष में आयोजित किया गया। इस दौरान प्रशिक्षण को सम्बोधित करते हुए सामान्य प्रेक्षक जे. गणेशन ने कहा कि माइक्रो ऑब्जर्वर को प्रमुख कार्य निर्वाचन प्रक्रिया के सुचारू रूप संचालन का अवलोकन कर उसी के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करना है। अत: माइक्रो ऑब्जर्वर मतदान दिवस के दिन बिना किसी पक्षपात और भय के सभी प्रक्रिया की मॉनिटरिंग करेंगे। भारत निर्वाचन आयोग के मार्गदर्शन तथा गाइड लाइन के आधार पर मतदान केंद्र के कार्य पूर्ण रूप से संपादित हो इसकी जानकारी माइक्रो ऑब्जर्वर द्वारा ही दी जानी है। अत: प्रशिक्षण में माइक्रो ऑब्जर्वर की भूमिका से संबंधित सभी पहलुओं और जानकारियों को अच्छे तरह से जाने और समझें। माइक्रो ऑब्जर्वर की रिपोर्ट फार्मेट के बिंदुओं की जानकारी प्राप्त करें, मतदान उपरांत आपके रिपोर्ट और पीठासीन अधिकारी की डायरी का मिलान की जानी है। मॉकपोल के दौरान माइक्रो ऑब्जर्वर की उपस्थिति मतदान केन्द्र में होना अनिवार्य होती है। मतदान दिवस के दिन समय पर मतदान की सभी गतिविधि संचालित हो, केंद्र में लंबी कतार को कम करवाने, मशीनों से संबंधित कोई दिक्कत हो तो सेक्टर अधिकारी से संपर्क जैसे कार्य में सहयोग के साथ ही माइक्रो ऑब्जर्वर उससे संबंधित प्रपत्र को भी अद्यतन करते रहना है। जिला निर्वाचन अधिकारी मयंक चतुर्वेदी ने कहा कि माइक्रो ऑब्जर्वर विधानसभा निर्वाचन में माइक्रो ऑब्जर्वर कार्य कर चुके है तो आने वाले लोकसभा निर्वाचन माइक्रो को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि पहले जो माइक्रो ऑब्जर्वर विधानसभा निर्वाचन में काम कर चुके हैं, उनसे से भी आप सभी जानकारी लेकर कार्य कर सकते हंै। इसके पूर्व सामान्य प्रेक्षक द्वारा डाईट परिसर स्थित स्ट्रांग रूम तथा वेयर हाउस का भी निरीक्षण कर आवश्यक सभी मूलभूत व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान पुलिस प्रेक्षक राम किशुम, जिला पंचायत सीईओ कुमार विश्वरंजन और उप जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक तिवारी प्रमुख रूप से मौजूद थे।

माइक्रो आब्जर्वर होंगे मतदान का अंग
दंतेवाड़ा, 14 अप्रैल। लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों में माइक्रो आब्जर्वर की अहम भूमिका होगी। माइक्रो आब्जर्वर मतदान प्रक्रिया का अभिन्न अंग होंगे। मतदान केंद्रों के लिए नियुक्त माइक्रो ऑब्जर्वरों का प्रशिक्षण कार्यक्रम संयुक्त जिला कार्यालय भवन के तृतीय स्थल सभाकक्ष में आयोजित किया गया। इस दौरान प्रशिक्षण को सम्बोधित करते हुए सामान्य प्रेक्षक जे. गणेशन ने कहा कि माइक्रो ऑब्जर्वर को प्रमुख कार्य निर्वाचन प्रक्रिया के सुचारू रूप संचालन का अवलोकन कर उसी के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करना है। अत: माइक्रो ऑब्जर्वर मतदान दिवस के दिन बिना किसी पक्षपात और भय के सभी प्रक्रिया की मॉनिटरिंग करेंगे। भारत निर्वाचन आयोग के मार्गदर्शन तथा गाइड लाइन के आधार पर मतदान केंद्र के कार्य पूर्ण रूप से संपादित हो इसकी जानकारी माइक्रो ऑब्जर्वर द्वारा ही दी जानी है। अत: प्रशिक्षण में माइक्रो ऑब्जर्वर की भूमिका से संबंधित सभी पहलुओं और जानकारियों को अच्छे तरह से जाने और समझें। माइक्रो ऑब्जर्वर की रिपोर्ट फार्मेट के बिंदुओं की जानकारी प्राप्त करें, मतदान उपरांत आपके रिपोर्ट और पीठासीन अधिकारी की डायरी का मिलान की जानी है। मॉकपोल के दौरान माइक्रो ऑब्जर्वर की उपस्थिति मतदान केन्द्र में होना अनिवार्य होती है। मतदान दिवस के दिन समय पर मतदान की सभी गतिविधि संचालित हो, केंद्र में लंबी कतार को कम करवाने, मशीनों से संबंधित कोई दिक्कत हो तो सेक्टर अधिकारी से संपर्क जैसे कार्य में सहयोग के साथ ही माइक्रो ऑब्जर्वर उससे संबंधित प्रपत्र को भी अद्यतन करते रहना है। जिला निर्वाचन अधिकारी मयंक चतुर्वेदी ने कहा कि माइक्रो ऑब्जर्वर विधानसभा निर्वाचन में माइक्रो ऑब्जर्वर कार्य कर चुके है तो आने वाले लोकसभा निर्वाचन माइक्रो को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि पहले जो माइक्रो ऑब्जर्वर विधानसभा निर्वाचन में काम कर चुके हैं, उनसे से भी आप सभी जानकारी लेकर कार्य कर सकते हंै। इसके पूर्व सामान्य प्रेक्षक द्वारा डाईट परिसर स्थित स्ट्रांग रूम तथा वेयर हाउस का भी निरीक्षण कर आवश्यक सभी मूलभूत व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान पुलिस प्रेक्षक राम किशुम, जिला पंचायत सीईओ कुमार विश्वरंजन और उप जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक तिवारी प्रमुख रूप से मौजूद थे।