नाना ने लगाई डांट, नाबालिग ने की खुदकुशी

छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 24 मई। केशकाल थाना क्षेत्र के डूमरपदर में रहने वाले एक 11 वर्ष के बच्चे ने घर से 21 सौ रुपये निकाल लिया, जिसके बाद परिजनों ने उसे डांट दिया। घर से कुछ दूरी में स्थित स्कूल में जाकर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस जांच जारी है। पुलिस ने बताया कि डूमरपदर अरंडी निवासी दुर्जन नेताम (11 वर्ष) अपने नाना-नानी के साथ रहता था। आज सुबह परिजनों ने देखा कि दुर्जन नेताम अपने घर में रखे 21 सौ रुपये को निकाल रहा था, जिसको देखने के बाद परिजनों ने उससे पैसे निकालने का कारण पूछने के साथ ही डांट दिया, जिसके कारण बच्चा डर के चलते घर से दूर प्राथमिक शाला डूमरपदर में जाकर फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी परिजनों को तब पता चला, जब कुछ बच्चे खेलने के लिए स्कूल गए हुए थे, तब छात्र का शव फंदे में लटकते हुए देखा। बच्चों ने इसकी जानकारी मृतक के परिजनों को दी। पुलिस व परिजन स्कूल पहुँचे, जहाँ शव को पीएम के लिए अस्पताल भेजा गया। माँ पिता के निधन के बाद नाना-नानी ही उसकी परवरिश कर रहे थे।

नाना ने लगाई डांट, नाबालिग ने की खुदकुशी
छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 24 मई। केशकाल थाना क्षेत्र के डूमरपदर में रहने वाले एक 11 वर्ष के बच्चे ने घर से 21 सौ रुपये निकाल लिया, जिसके बाद परिजनों ने उसे डांट दिया। घर से कुछ दूरी में स्थित स्कूल में जाकर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस जांच जारी है। पुलिस ने बताया कि डूमरपदर अरंडी निवासी दुर्जन नेताम (11 वर्ष) अपने नाना-नानी के साथ रहता था। आज सुबह परिजनों ने देखा कि दुर्जन नेताम अपने घर में रखे 21 सौ रुपये को निकाल रहा था, जिसको देखने के बाद परिजनों ने उससे पैसे निकालने का कारण पूछने के साथ ही डांट दिया, जिसके कारण बच्चा डर के चलते घर से दूर प्राथमिक शाला डूमरपदर में जाकर फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी परिजनों को तब पता चला, जब कुछ बच्चे खेलने के लिए स्कूल गए हुए थे, तब छात्र का शव फंदे में लटकते हुए देखा। बच्चों ने इसकी जानकारी मृतक के परिजनों को दी। पुलिस व परिजन स्कूल पहुँचे, जहाँ शव को पीएम के लिए अस्पताल भेजा गया। माँ पिता के निधन के बाद नाना-नानी ही उसकी परवरिश कर रहे थे।