गैर शिक्षकीय कार्यों से कार्यालयों में शिक्षक अटैच पाये जाने पर शिक्षा विभाग के अधिकारी होंगे जिम्मेदार
गैर शिक्षकीय कार्यों से कार्यालयों में शिक्षक अटैच पाये जाने पर शिक्षा विभाग के अधिकारी होंगे जिम्मेदार
संभागायुक्त ने समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा की
छत्तीसगढ़ संवाददाता
दुर्ग, 2 जुलाई। संभाग आयुक्त एस.एन. राठौर ने संभागायुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में संभाग स्तरीय अधिकारियों की बैठक में समय सीमा के लंबित प्रकरणों की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
श्री राठौर ने संभाग अंतर्गत सभी जिलों के शैक्षणिक संस्थानों के आस-पास मादक पदार्थों की बिक्री रोकथाम के संबंध में संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ रैली, शिविर, संगोष्ठी व प्रस्तावित कार्ययोजना के अनुरूप एनसीसी, एनएसएस एवं स्काउट्स गाइड के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाये जाए। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को किसी भी तरह के नशे की लत नहीं लगना चाहिए। स्कूल परिसर पर शिक्षकों के अलावा अधिकारियों को भी ध्यान देने की आवश्यकता है। स्कूल के समीप मादक पदार्थों की बिक्री करने वाले दुकानों को हटाने के लिए संबंधित अनुविभागीय दण्डाधिकारी से आवश्यक सहयोग लिया जाए।
श्री राठौर ने कहा कि स्कूल प्रारंभ होने के साथ विद्यार्थियों के आय-जाति-निवास एवं जन्म प्रमाण पत्र बनाने संबंधी कार्यवाही स्कूल स्तर से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के संबंध में पूरी पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिये। साथ ही अभी भी गैर शिक्षकीय कार्य से कार्यालयों में शिक्षकों को अटैच किये जाने पर चिंता जाहिर करते हुए ऐसे सभी शिक्षकों को जो अभी भी विभिन्न कार्यालयों में अटैच है, उन्हें उनके मूल पदस्थापना स्कूलों में पदस्थ करने के निर्देश दिये।
संभागायुक्त ने समय-सीमा प्रकरणों की समीक्षा की
छत्तीसगढ़ संवाददाता
दुर्ग, 2 जुलाई। संभाग आयुक्त एस.एन. राठौर ने संभागायुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में संभाग स्तरीय अधिकारियों की बैठक में समय सीमा के लंबित प्रकरणों की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
श्री राठौर ने संभाग अंतर्गत सभी जिलों के शैक्षणिक संस्थानों के आस-पास मादक पदार्थों की बिक्री रोकथाम के संबंध में संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ रैली, शिविर, संगोष्ठी व प्रस्तावित कार्ययोजना के अनुरूप एनसीसी, एनएसएस एवं स्काउट्स गाइड के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाये जाए। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को किसी भी तरह के नशे की लत नहीं लगना चाहिए। स्कूल परिसर पर शिक्षकों के अलावा अधिकारियों को भी ध्यान देने की आवश्यकता है। स्कूल के समीप मादक पदार्थों की बिक्री करने वाले दुकानों को हटाने के लिए संबंधित अनुविभागीय दण्डाधिकारी से आवश्यक सहयोग लिया जाए।
श्री राठौर ने कहा कि स्कूल प्रारंभ होने के साथ विद्यार्थियों के आय-जाति-निवास एवं जन्म प्रमाण पत्र बनाने संबंधी कार्यवाही स्कूल स्तर से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के संबंध में पूरी पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिये। साथ ही अभी भी गैर शिक्षकीय कार्य से कार्यालयों में शिक्षकों को अटैच किये जाने पर चिंता जाहिर करते हुए ऐसे सभी शिक्षकों को जो अभी भी विभिन्न कार्यालयों में अटैच है, उन्हें उनके मूल पदस्थापना स्कूलों में पदस्थ करने के निर्देश दिये।