आकाश दीप ने पदार्पण की सफलता को दिवंगत पिता को समर्पित किया

रांची, 23 फरवरी । भारतीय तेज गेंदबाज आकाश दीप ने टेस्ट पदार्पण में तीन विकेट के शानदार प्रदर्शन को अपने पिता को समर्पित किया जिनका 2015 में निधन हो गया था और कहा कि वह संतुष्ट हैं कि उन्होंने अपने पिता के जीवन में कुछ कर दिखाने के सपने को पूरा कर दिया है। आकाश दीप ने पिता रामजीत सिंह का लकवा मारने के बाद निधन हो गया। और छह महीने के अंदर ही आकाश दीप ने अपने बड़े भाई को खो दिया। इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद आकाश दीप ने पत्रकारों से कहा, एक साल के अंदर पिता और बड़े भाई को गंवा देने के बाद मैं कुछ करना चाहता था और मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया। मेरे पास गंवाने के लिए कुछ नहीं था, बस कुछ हासिल ही कर सकता था। आकाश दीप ने टेस्ट पदार्पण में अपने स्वप्निल स्पैल में इंग्लैंड के शीर्ष तीन बल्लेबाजों को आउट उसका स्कोर तीन विकेट पर 70 रन कर दिया। इंग्लैंड की आधी टीम लंच तक 112 रन पर पवेलियन लौट चुकी थी। आकाश दीप ने कहा, मैं इस प्रदर्शन को अपने पिता को समर्पित करता हूं क्योंकि उनका सपना था कि उनका बेटा जीवन में कुछ करे। जब वह जीवित थे तो मैं कुछ नहीं कर सका इसलिये यह प्रदर्शन मेरे पिता के लिए है। उन्होंने कहा, हर क्रिकेटर का एक ही सपना होता है, टेस्ट में भारत के लिए खेलने का। बस यही मेरा सपना था। उन्होंने कहा, जब बड़े हो रहे थे तो क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता था। 2007 के बाद मैं टेनिस क्रिकेट खेलता था और 2016 के बाद ही क्रिकेट के बारे में पता चला। तब से मैं मोहम्मद शमी भाई और दक्षिण अफ्रीका के कागिसो रबाडा का अनुकरण कर रहा हूं। आकाश दीप ने कहा, मुझे टेस्ट पदार्पण की कैप बिहार के मेरे गांव और जिस टीम के लिए खेलता हूं बंगाल के करीब स्थान पर मिली है। बंगाल ने मेरा समर्थन किया है। मेरी इस यात्रा में मेरे परिवार ने बड़ी भूमिका निभायी है। उन्होंने कहा, मेरा परिवार भी यहां है। इसमें कोई शक नहीं, यह भावनात्मक पल है लेकिन मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था कि टीम के लिए कैसे योगदान करूं। भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ से टेस्ट कैप मिलने पर आकाश दीप ने कहा, उन्होंने (द्रविड़) मेरे बारे में सुना था और मैं बहुत भावुक हो गया था। मुझे चीजें सरल रखने के लिए कहा गया, अब तो जो कर रहा हूं, वही करने के लिए कहा गया। इससे मदद मिली क्योंकि इस स्तर पर आप उलझन में पड़ सकते हो। आकाश दीप ने कहा कि भारत के शीर्ष तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने भी उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी कैसे की जाये, इसके बारे में सलाह दी। उन्होंने कहा, बुमराह भाई ने मुझे कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी को थोड़ा बैक ऑफ ए लेंथ गेंदबाजी करनी होती है क्योंकि बल्लेबाज गेंद की ओर बढ़ता है। मेरे दिमाग में यही था और रणनीति सही लाइन एवं लेंथ से गेंदबाजी करने की थी। (भाषा)

आकाश दीप ने पदार्पण की सफलता को दिवंगत पिता को समर्पित किया
रांची, 23 फरवरी । भारतीय तेज गेंदबाज आकाश दीप ने टेस्ट पदार्पण में तीन विकेट के शानदार प्रदर्शन को अपने पिता को समर्पित किया जिनका 2015 में निधन हो गया था और कहा कि वह संतुष्ट हैं कि उन्होंने अपने पिता के जीवन में कुछ कर दिखाने के सपने को पूरा कर दिया है। आकाश दीप ने पिता रामजीत सिंह का लकवा मारने के बाद निधन हो गया। और छह महीने के अंदर ही आकाश दीप ने अपने बड़े भाई को खो दिया। इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद आकाश दीप ने पत्रकारों से कहा, एक साल के अंदर पिता और बड़े भाई को गंवा देने के बाद मैं कुछ करना चाहता था और मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया। मेरे पास गंवाने के लिए कुछ नहीं था, बस कुछ हासिल ही कर सकता था। आकाश दीप ने टेस्ट पदार्पण में अपने स्वप्निल स्पैल में इंग्लैंड के शीर्ष तीन बल्लेबाजों को आउट उसका स्कोर तीन विकेट पर 70 रन कर दिया। इंग्लैंड की आधी टीम लंच तक 112 रन पर पवेलियन लौट चुकी थी। आकाश दीप ने कहा, मैं इस प्रदर्शन को अपने पिता को समर्पित करता हूं क्योंकि उनका सपना था कि उनका बेटा जीवन में कुछ करे। जब वह जीवित थे तो मैं कुछ नहीं कर सका इसलिये यह प्रदर्शन मेरे पिता के लिए है। उन्होंने कहा, हर क्रिकेटर का एक ही सपना होता है, टेस्ट में भारत के लिए खेलने का। बस यही मेरा सपना था। उन्होंने कहा, जब बड़े हो रहे थे तो क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता था। 2007 के बाद मैं टेनिस क्रिकेट खेलता था और 2016 के बाद ही क्रिकेट के बारे में पता चला। तब से मैं मोहम्मद शमी भाई और दक्षिण अफ्रीका के कागिसो रबाडा का अनुकरण कर रहा हूं। आकाश दीप ने कहा, मुझे टेस्ट पदार्पण की कैप बिहार के मेरे गांव और जिस टीम के लिए खेलता हूं बंगाल के करीब स्थान पर मिली है। बंगाल ने मेरा समर्थन किया है। मेरी इस यात्रा में मेरे परिवार ने बड़ी भूमिका निभायी है। उन्होंने कहा, मेरा परिवार भी यहां है। इसमें कोई शक नहीं, यह भावनात्मक पल है लेकिन मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था कि टीम के लिए कैसे योगदान करूं। भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ से टेस्ट कैप मिलने पर आकाश दीप ने कहा, उन्होंने (द्रविड़) मेरे बारे में सुना था और मैं बहुत भावुक हो गया था। मुझे चीजें सरल रखने के लिए कहा गया, अब तो जो कर रहा हूं, वही करने के लिए कहा गया। इससे मदद मिली क्योंकि इस स्तर पर आप उलझन में पड़ सकते हो। आकाश दीप ने कहा कि भारत के शीर्ष तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने भी उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी कैसे की जाये, इसके बारे में सलाह दी। उन्होंने कहा, बुमराह भाई ने मुझे कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी को थोड़ा बैक ऑफ ए लेंथ गेंदबाजी करनी होती है क्योंकि बल्लेबाज गेंद की ओर बढ़ता है। मेरे दिमाग में यही था और रणनीति सही लाइन एवं लेंथ से गेंदबाजी करने की थी। (भाषा)