पुतिन के युद्धविराम के सुझाव को अमेरिका ने किया खारिज
पुतिन के युद्धविराम के सुझाव को अमेरिका ने किया खारिज
रूस ने जताई नाराजगी
मॉस्को। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सुझाव को अमेरिका ने खारिज कर दिया। पुतिन ने पिछले साल मध्यस्थों के जरिए सार्वजनिक और निजी तौर पर अमेरिका को संकेत भेजा था। उन्होंने बताया था कि रूस यूक्रेन में युद्धविराम के लिए तैयार है।
पुतिन यूक्रेन-रूस के संघर्ष को रोकने का प्रयास तो कर रहे थे, लेकिन वह रूस द्वारा नियंत्रित यूक्रेनी जमीन को छोड़ने के लिए भी तैयार नहीं थे। वहीं अमेरिका ने मध्यस्थों के माध्यम से रूस को बताया कि वह यूक्रेन की उपस्थिति के बिना युद्धविराम पर चर्चा नहीं करेंगे। नाम न छापने की शर्त पर एक सूत्र ने बताया कि अमेरिका यूक्रेन पर दवाब नहीं बनाना चाहता है, जिस वजह से बातचीत की कोशिशें नाकाम हो गईं।
रूसी सूत्रों के अनुसार, बातचीत की कोशिशें नाकाम होने के बाद रूस ने अमेरिका पर नाराजगी जताई है। सूत्र ने बताया कि अमेरिका कभी यूक्रेन को बातचीत के लिए प्रेरित नहीं करेगा, क्योंकि वह (अमेरिका) युद्ध के वित्तपोषण में मदद कर रहा है।
पुतिन ने इसपर कहा, 'मुझे मालूम है कि वे कुछ नहीं करेंगे। उन्होंने संपर्क के सभी तारों को काट दिया, जिन्हें बनाने में दो महीने लगे थे।' वहीं एक अन्य सूत्र ने बताया कि अमेरिका को पुतिन की ईमानदारी पर यकीन नहीं हुआ। उन्होंने कहा, 'पुतिन युद्ध विराम के लिए तैयार थे, लेकिन अब पुतिन भी तब तक लड़ने के लिए तैयार हैं जब तक आवश्यक हो।'
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन महीनों से यूक्रेन के लिए अधिक सहायता मंजूरी देने के लिए संसद पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन उन्हें रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प के सहयोगियों के विरोध का सामना करना पड़ा।
बता दें कि रूस साल 2022 में हजारों की संख्या में सैनिकों को यूक्रेन भेजा था, जिससे पूर्वी यूक्रेन में यूक्रेनी बलों के साथ आठ वर्षों का संघर्ष फिर से शुरू हो गया। यूक्रेन का कहना है कि वह अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहा है। यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि वह यूक्रेन की जमीन पर रूस का नियंत्रण कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
रूस ने जताई नाराजगी
मॉस्को। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सुझाव को अमेरिका ने खारिज कर दिया। पुतिन ने पिछले साल मध्यस्थों के जरिए सार्वजनिक और निजी तौर पर अमेरिका को संकेत भेजा था। उन्होंने बताया था कि रूस यूक्रेन में युद्धविराम के लिए तैयार है।
पुतिन यूक्रेन-रूस के संघर्ष को रोकने का प्रयास तो कर रहे थे, लेकिन वह रूस द्वारा नियंत्रित यूक्रेनी जमीन को छोड़ने के लिए भी तैयार नहीं थे। वहीं अमेरिका ने मध्यस्थों के माध्यम से रूस को बताया कि वह यूक्रेन की उपस्थिति के बिना युद्धविराम पर चर्चा नहीं करेंगे। नाम न छापने की शर्त पर एक सूत्र ने बताया कि अमेरिका यूक्रेन पर दवाब नहीं बनाना चाहता है, जिस वजह से बातचीत की कोशिशें नाकाम हो गईं।
रूसी सूत्रों के अनुसार, बातचीत की कोशिशें नाकाम होने के बाद रूस ने अमेरिका पर नाराजगी जताई है। सूत्र ने बताया कि अमेरिका कभी यूक्रेन को बातचीत के लिए प्रेरित नहीं करेगा, क्योंकि वह (अमेरिका) युद्ध के वित्तपोषण में मदद कर रहा है।
पुतिन ने इसपर कहा, 'मुझे मालूम है कि वे कुछ नहीं करेंगे। उन्होंने संपर्क के सभी तारों को काट दिया, जिन्हें बनाने में दो महीने लगे थे।' वहीं एक अन्य सूत्र ने बताया कि अमेरिका को पुतिन की ईमानदारी पर यकीन नहीं हुआ। उन्होंने कहा, 'पुतिन युद्ध विराम के लिए तैयार थे, लेकिन अब पुतिन भी तब तक लड़ने के लिए तैयार हैं जब तक आवश्यक हो।'
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन महीनों से यूक्रेन के लिए अधिक सहायता मंजूरी देने के लिए संसद पर दबाव बना रहे हैं, लेकिन उन्हें रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प के सहयोगियों के विरोध का सामना करना पड़ा।
बता दें कि रूस साल 2022 में हजारों की संख्या में सैनिकों को यूक्रेन भेजा था, जिससे पूर्वी यूक्रेन में यूक्रेनी बलों के साथ आठ वर्षों का संघर्ष फिर से शुरू हो गया। यूक्रेन का कहना है कि वह अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहा है। यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि वह यूक्रेन की जमीन पर रूस का नियंत्रण कभी स्वीकार नहीं करेंगे।