शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को दी श्रद्धांजलि

छत्तीसगढ़ संवाददाता पिथौरा, 24 मार्च। देश के तीन क्रांतिकारी सपूत शहीद सुखदेव, राजगुरु एवं भगत सिंह के शहादत दिवस पर शहीद स्मारक परिसर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम शहीद स्मारक में शहीद परिवारों एवं समिति के सदस्यों के द्वारा पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्वलित की गई, तत्पश्चात श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है। समिति के वरिष्ठ सदस्य एवं मार्गदर्शक आनान्त सिंह वर्मा के द्वारा तीनों शहीदों की शहादत के दौरान हुए घटना की विस्तृत जानकारी दी एवं स्मारक के सभी सदस्यों को सभी होने वाले शहादत के कार्यक्रम में पूर्ण रूप से अपनी उपस्थिति देने की अपील की गई। समिति के वरिष्ठ सदस्य कौशल किशोर साहू के द्वारा तीनों अमर शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। समिति के सक्रिय सदस्य रितेश मोहंती ने भारतीय स्वतंत्रता एवं नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए सभी जवानों को सादर श्रद्धांजलि दी एवं शहीद जो अपने पीछे भरा पूरा परिवार बूढ़े मां-बाप एवं बच्चों को छोडक़र गए हैं, उनके प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए सभी सदस्यों एवं नागरिकों से शहीद स्मारक परिसर में होने वाले प्रत्येक शहादत कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की और श्रृंखला साहित्य मंच के अध्यक्ष प्रवीण प्रवाह के द्वारा रचित कविता मास्टर का बेटा भगत सिंह को नहीं जानता का पठन किया। सदस्य अमरप्रीत सोनू छाबड़ा ने भी अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि शहीदों के प्रति दी। अंत में युवा सदस्य शुभम प्रताप अग्रवाल ने कविता के माध्यम से अपनी श्रद्धांजलि देते हुए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सक्रिय सदस्य दिनेश साहू ने किया। अंत में सभी सदस्यों ने 2 मिनट का मौन धारण कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उपरोक्त सभी कार्यक्रम में समिति के वरिष्ठ सदस्य गुरुदीप चावला, श्री दीक्षित, डोलामणि साहू, रमेश सोनी, किशोर नायक, यशवंत कर, संगीता टंडन एवं उनके दोनों बच्चे उपस्थित थे। उपरोक्त जानकारी समिति के सक्रिय सदस्य मंयक पांडे ने दी।

शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को दी श्रद्धांजलि
छत्तीसगढ़ संवाददाता पिथौरा, 24 मार्च। देश के तीन क्रांतिकारी सपूत शहीद सुखदेव, राजगुरु एवं भगत सिंह के शहादत दिवस पर शहीद स्मारक परिसर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम शहीद स्मारक में शहीद परिवारों एवं समिति के सदस्यों के द्वारा पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्वलित की गई, तत्पश्चात श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है। समिति के वरिष्ठ सदस्य एवं मार्गदर्शक आनान्त सिंह वर्मा के द्वारा तीनों शहीदों की शहादत के दौरान हुए घटना की विस्तृत जानकारी दी एवं स्मारक के सभी सदस्यों को सभी होने वाले शहादत के कार्यक्रम में पूर्ण रूप से अपनी उपस्थिति देने की अपील की गई। समिति के वरिष्ठ सदस्य कौशल किशोर साहू के द्वारा तीनों अमर शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। समिति के सक्रिय सदस्य रितेश मोहंती ने भारतीय स्वतंत्रता एवं नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए सभी जवानों को सादर श्रद्धांजलि दी एवं शहीद जो अपने पीछे भरा पूरा परिवार बूढ़े मां-बाप एवं बच्चों को छोडक़र गए हैं, उनके प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए सभी सदस्यों एवं नागरिकों से शहीद स्मारक परिसर में होने वाले प्रत्येक शहादत कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की और श्रृंखला साहित्य मंच के अध्यक्ष प्रवीण प्रवाह के द्वारा रचित कविता मास्टर का बेटा भगत सिंह को नहीं जानता का पठन किया। सदस्य अमरप्रीत सोनू छाबड़ा ने भी अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि शहीदों के प्रति दी। अंत में युवा सदस्य शुभम प्रताप अग्रवाल ने कविता के माध्यम से अपनी श्रद्धांजलि देते हुए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सक्रिय सदस्य दिनेश साहू ने किया। अंत में सभी सदस्यों ने 2 मिनट का मौन धारण कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उपरोक्त सभी कार्यक्रम में समिति के वरिष्ठ सदस्य गुरुदीप चावला, श्री दीक्षित, डोलामणि साहू, रमेश सोनी, किशोर नायक, यशवंत कर, संगीता टंडन एवं उनके दोनों बच्चे उपस्थित थे। उपरोक्त जानकारी समिति के सक्रिय सदस्य मंयक पांडे ने दी।