रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ाए, तीन पुलिसकर्मी निलंबित

छत्तीसगढ़ संवाददाता महासमुंद, 28 सितंबर।महासमुंद जिले के सराईपाली क्षेत्र में सिविल ड्रेस में पुलिस जवान को अवैध शराब बिक्री के एवज में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद इस मामले में संलिप्त तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। मालूम हो कि इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें साफ तौर पर पुलिसकर्मियों को शराब माफिया से पैसे लेते हुए देखा गया था। जिसके बाद पुलिस विभाग ने इस पर त्वरित संज्ञान लिया। वायरल वीडियो में दिख रहे पुलिसकर्मियों की पहचान अंकित कसेरा, रोशन सेठ, और ओमप्रकाश टंडन के रूप में की गई, जिन्हें एसपी आशुतोष सिंह ने तुरंत निलंबित कर दिया है। वीडियो में एक महिला कहती नजर आई कि यहां हर महीने नया टीआई आता है, कितने को मैनेज करेंगे. अतः अतिरिक्त पुलिस अदधीक्षक प्रतिभा पांडेय का कहना है कि पुलिस इस कार्रवाई से जनता में उम्मीद जगी है कि भविष्य में पुलिस भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए ठोस कदम उठाएगी। निलंबन की कार्रवाई पर एडिशनल एसपी प्रतिभा पांडेय ने मीडिया को बताया है कि इस तरह के कामों से लोगों का भरोसा पुलिस प्रणाली से उठता है. इसलिए ऐसे किसी भी कामों को नजर अंदाज नहीं किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ संवाददाता महासमुंद, 28 सितंबर।महासमुंद जिले के सराईपाली क्षेत्र में सिविल ड्रेस में पुलिस जवान को अवैध शराब बिक्री के एवज में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद इस मामले में संलिप्त तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। मालूम हो कि इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें साफ तौर पर पुलिसकर्मियों को शराब माफिया से पैसे लेते हुए देखा गया था। जिसके बाद पुलिस विभाग ने इस पर त्वरित संज्ञान लिया। वायरल वीडियो में दिख रहे पुलिसकर्मियों की पहचान अंकित कसेरा, रोशन सेठ, और ओमप्रकाश टंडन के रूप में की गई, जिन्हें एसपी आशुतोष सिंह ने तुरंत निलंबित कर दिया है। वीडियो में एक महिला कहती नजर आई कि यहां हर महीने नया टीआई आता है, कितने को मैनेज करेंगे. अतः अतिरिक्त पुलिस अदधीक्षक प्रतिभा पांडेय का कहना है कि पुलिस इस कार्रवाई से जनता में उम्मीद जगी है कि भविष्य में पुलिस भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए ठोस कदम उठाएगी। निलंबन की कार्रवाई पर एडिशनल एसपी प्रतिभा पांडेय ने मीडिया को बताया है कि इस तरह के कामों से लोगों का भरोसा पुलिस प्रणाली से उठता है. इसलिए ऐसे किसी भी कामों को नजर अंदाज नहीं किया जाएगा।