भस्म आरती के दौरान कर्मचारी से मारपीट...VIDEO:बिना RFID बैंड एक दर्जन से ज्यादा लोगों की एंट्री चाहते थे कोर्ट के दो कर्मचारी
भस्म आरती के दौरान कर्मचारी से मारपीट...VIDEO:बिना RFID बैंड एक दर्जन से ज्यादा लोगों की एंट्री चाहते थे कोर्ट के दो कर्मचारी
उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में शुक्रवार को भस्म आरती के दौरान हंगामे के बाद मारपीट हो गई। मंदिर के कर्मचारी ने आरोप लगाया कि कोर्ट से प्रोटोकॉल दर्शन करवाने के लिए आए दो कर्मचारी एक दर्जन से ज्यादा लोगों की फर्जी तरीके से एंट्री करवाना चाहते थे। उन्हें रोकने की कोशिश की तो दोनों कर्मचारियों ने मारपीट शुरू कर दी। मारपीट की घटना का वीडियो भी सामने आया है। RFID बैंड के बिना एक दर्जन श्रद्धालुओं को दर्शन कराना चाहते थे महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान फर्जी तरीके से एंट्री करने के मामले सामने आने के बाद पिछले हफ्ते ही RFID बैंड से एंट्री की शुरुआत हुई थी। लेकिन शुक्रवार तड़के 3 बजे मंदिर परिसर में एंट्री को लेकर हुआ विवाद मारपीट तक पहुंच गया। मंदिर के जिस कर्मचारी ओम योगी के साथ मारपीट हुई है, उन्होंने एक वीडियो वायरल करते हुए घटना को लेकर आक्रोश जताया है। योगी ने बताया कि, शुक्रवार को उसकी ड्यूटी मंदिर के गेट नम्बर एक पर थी। जहां से सुबह चेकिंग के बाद ही श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जाता है। यहां कोर्ट में काम करने वाले मोहन अजमेरी और सोनू जाटवा दोनों करीब एक दर्जन से अधिक श्रद्धालु को बिना RFID बेल्ट बांधे मंदिर में प्रवेश करवाना चाहते थे। उन्हें रोका तो दोनों ने विवाद किया और फिर योगी के साथ झूमाझटकी और मारपीट कर दी। घटना के समय देश भर से आए कई श्रद्धालु गेट नम्बर एक पर लाइन में लगे थे। उनके सामने ही दोनों कर्मचारियों ने मारपीट की। मंदिर के कर्मचारी ओम योगी ने आरोप लगाया कि कोर्ट के दोनों कर्मचारी फूल-प्रसादी वालों के श्रद्धालुओं की फर्जी एंट्री करवाते हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। घटना को लेकर फरियादी ने महाकाल थाने में आवेदन दिया है। इस मामले में उज्जैन कलेक्टर और महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष नीरज सिंह ने कहा कि- मामला संज्ञान में आया है। वीडियो फुटेज देखने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में शुक्रवार को भस्म आरती के दौरान हंगामे के बाद मारपीट हो गई। मंदिर के कर्मचारी ने आरोप लगाया कि कोर्ट से प्रोटोकॉल दर्शन करवाने के लिए आए दो कर्मचारी एक दर्जन से ज्यादा लोगों की फर्जी तरीके से एंट्री करवाना चाहते थे। उन्हें रोकने की कोशिश की तो दोनों कर्मचारियों ने मारपीट शुरू कर दी। मारपीट की घटना का वीडियो भी सामने आया है। RFID बैंड के बिना एक दर्जन श्रद्धालुओं को दर्शन कराना चाहते थे महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान फर्जी तरीके से एंट्री करने के मामले सामने आने के बाद पिछले हफ्ते ही RFID बैंड से एंट्री की शुरुआत हुई थी। लेकिन शुक्रवार तड़के 3 बजे मंदिर परिसर में एंट्री को लेकर हुआ विवाद मारपीट तक पहुंच गया। मंदिर के जिस कर्मचारी ओम योगी के साथ मारपीट हुई है, उन्होंने एक वीडियो वायरल करते हुए घटना को लेकर आक्रोश जताया है। योगी ने बताया कि, शुक्रवार को उसकी ड्यूटी मंदिर के गेट नम्बर एक पर थी। जहां से सुबह चेकिंग के बाद ही श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जाता है। यहां कोर्ट में काम करने वाले मोहन अजमेरी और सोनू जाटवा दोनों करीब एक दर्जन से अधिक श्रद्धालु को बिना RFID बेल्ट बांधे मंदिर में प्रवेश करवाना चाहते थे। उन्हें रोका तो दोनों ने विवाद किया और फिर योगी के साथ झूमाझटकी और मारपीट कर दी। घटना के समय देश भर से आए कई श्रद्धालु गेट नम्बर एक पर लाइन में लगे थे। उनके सामने ही दोनों कर्मचारियों ने मारपीट की। मंदिर के कर्मचारी ओम योगी ने आरोप लगाया कि कोर्ट के दोनों कर्मचारी फूल-प्रसादी वालों के श्रद्धालुओं की फर्जी एंट्री करवाते हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। घटना को लेकर फरियादी ने महाकाल थाने में आवेदन दिया है। इस मामले में उज्जैन कलेक्टर और महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष नीरज सिंह ने कहा कि- मामला संज्ञान में आया है। वीडियो फुटेज देखने के बाद कार्रवाई की जाएगी।