फ्लाई ओवर ब्रिज में फॉल सिलिंग लगाने वाली ठेका कंपनी पर होगी कार्रवाई

दुर्ग। भिलाई नगर निगम ने शहर की सुंदरता बढ़ाने के लिए फ्लाई ओवर ब्रिज के नीचे लाखों रुपए की लागत से फॉल सिलिंग लगवाई थी। यह फॉल सिलिंग सोमवार को अचानक आई आंधी और बारिश में धराशायी हो गई। गनीमत ये रही कि जिस समय फॉल सिलिंग गिरी, उस वक्त वहां अधिक ट्रैफिक नहीं था। इससे कोई जनहानि नहीं हुई। भिलाई नगर निगम ने चंद्रा मौर्या चौक पर नेशनल हाईवे 53 पर बने फ्लाई ओवर ब्रिज के नीचे काफी बड़े क्षेत्रफल में लाखों रुपए की लागत से फॉल सिलिंग का काम कराया था। फ्लाई ओवर ब्रिज का काम पूरा होने के बाद यहां लाइटिंग की जानी थी, लेकिन सोमवार को हुई आंधी-बारिश ने फॉल सिलिंग की गुणवत्ता की पोल खोल दी। चौक पर फॉल सिलिंग के गिरने की सूचना मिलते ही ट्रैफिक पुलिस मौके पर पहुंची और एरिया को प्रोटेक्ट करते हुए पहले मलबे को किनारे कराया। उसके बाद आधे भाग को साफ कर वहां से ट्रैफिक को आने-जाने दिया गया। ट्रैफिक टीआई चंद्रकांत कोसरिया ने कहा कि जिसने भी इस फॉल सिलिंग को बनाया है, उसके खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

फ्लाई ओवर ब्रिज में फॉल सिलिंग लगाने वाली ठेका कंपनी पर होगी कार्रवाई
दुर्ग। भिलाई नगर निगम ने शहर की सुंदरता बढ़ाने के लिए फ्लाई ओवर ब्रिज के नीचे लाखों रुपए की लागत से फॉल सिलिंग लगवाई थी। यह फॉल सिलिंग सोमवार को अचानक आई आंधी और बारिश में धराशायी हो गई। गनीमत ये रही कि जिस समय फॉल सिलिंग गिरी, उस वक्त वहां अधिक ट्रैफिक नहीं था। इससे कोई जनहानि नहीं हुई। भिलाई नगर निगम ने चंद्रा मौर्या चौक पर नेशनल हाईवे 53 पर बने फ्लाई ओवर ब्रिज के नीचे काफी बड़े क्षेत्रफल में लाखों रुपए की लागत से फॉल सिलिंग का काम कराया था। फ्लाई ओवर ब्रिज का काम पूरा होने के बाद यहां लाइटिंग की जानी थी, लेकिन सोमवार को हुई आंधी-बारिश ने फॉल सिलिंग की गुणवत्ता की पोल खोल दी। चौक पर फॉल सिलिंग के गिरने की सूचना मिलते ही ट्रैफिक पुलिस मौके पर पहुंची और एरिया को प्रोटेक्ट करते हुए पहले मलबे को किनारे कराया। उसके बाद आधे भाग को साफ कर वहां से ट्रैफिक को आने-जाने दिया गया। ट्रैफिक टीआई चंद्रकांत कोसरिया ने कहा कि जिसने भी इस फॉल सिलिंग को बनाया है, उसके खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाएगी।