प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में सुशासन की दिशा में मिलकर करें कार्य – मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के कुशल नेतृत्व में...

प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में सुशासन की दिशा में मिलकर करें कार्य – मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के कुशल नेतृत्व में सुशासन की दिशा में सभी विभागों को मिलकर कार्य करना चाहिए। सुशासन की दिशा में प्रदेश अपनी नई पहचान बनाए इसके लिए कार्ययोजना बनाकर उपलब्धि प्राप्त करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान में दो दिवसीय लीडरशिप समिट : मध्य प्रदेश सरकार के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे।

पंडित दीनदयाल के सिद्धांतों पर चलकर प्रदेश विकास पथ पर आगे बढ़ता रहेगा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के मूल दर्शन की जानकारी इस आयोजन में अचछी तरह से प्रस्तुत की गई। उनके सिद्धांतों पर चलकर हम प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जाने के लिए भरपूर प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि योजनाओं और कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए परस्पर सामंजस्य के साथ समन्वय की भूमिका होना जरूरी है। जनआंदोलन के माध्यम से योजनाओं और कार्यक्रमों का बेहतर क्रियान्वयन होता है। हम गुड गवर्नेंस के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। कार्यों में सफलता प्राप्त करने के लिए लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ते रहना चाहिए। लीडरशिप समिट में विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा सफलता हासिल करने की विभिन्न विषयों से अवगत कराया गया।

व्यवहार में शासन की मर्यादा का ध्यान रखें

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्री-परिषद के सदस्यों से कहा कि व्यवहार में शासन की मर्यादा का ध्यान रखना जरूरी है। समिट के माध्यम से जो व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त हुआ, उसे अपने जीवन में उतारने का भरपूर प्रयास करें। समिट के सभी सत्रों में विशेषज्ञ वक्ताओं ने मूल्यवान विचार रखे। यह विचार भविष्य में जीवनोपयोगी सिद्ध होंगे।

विभागों में प्रबोधन और नवाचार के कार्यक्रम बनाएं

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अपने जीवन में बदलाव लायें, अपने विभाग में प्रबोधन और नवाचार के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर उसे क्रियान्वित करें। लोगों के व्यक्तिगत जीवन में बदलाव लाने के लिए नवाचार करते रहने से सफलता निश्चित रूप से प्राप्त होती है। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर विभिन्न विभागों में लगातार कराया जाता रहेगा।