देश का दूसरा स्थल जहां चादर चढ़ाकर हिंदू करते हैं पूजा, मांगते हैं मन्नत

छत्तीसगढ़ संवाददाता रायगढ़, 17 अगस्त। रायगढ़ जिला मुख्यालय में एक ऐसे पीर बाबा हैं, जिसे आजादी के बाद से आज तक हिंदू लोग भी मानते हैं और जन्माष्टमी के दूसरे दिन हजारों की संख्या में लोग अपने परिवार के साथ आकर चादर चढ़ाते हुए मन्नते मांगते हैं। कहा जाता है कि यह पीर बाबा का यह स्थल देश का दूसरा स्थल है, जिसमें बकायदा साल में एक बार हिंदू पूजा अर्चना के साथ-साथ चादर चढ़ाते हैं तो वहीं इसकी देखरेख और मन्नत मुस्लिम वर्ग भी मानते हैं। अनेकता में एकता का ऐसा उदाहरण शायद ही कहीं देखने को मिले। रायगढ़ जिला मुख्यालय में स्थित पीर बाबा याने गोगा मंदिर की इस जगह में सभी पूरे सम्मान के साथ यहां आते हैं, इनके हाथ में बकायदा पूजा अर्चना के सामानों के साथ-साथ एक चादर भी होती है, जो मस्जिदों में बनी मजार में चढ़ाई जाती है उसी तर्ज पर हिंदू समाज के लोग पीर बाबा के इस स्थान में चादर चढ़ाते हैं। इतना ही नहीं चादर चढ़ाने के बाद बकायदा मोर पंख से सिर पर रखकर आशीर्वाद भी दिया जाता है। केवल इसी दिन जाहरवीर गोगा जी गोगा मेड़ी की इस जगह में सुबह से ही आने का सिलसिला शुरू हो जाता है और शाम रात तक यहां मन्नतों का दौर जारी रहता है। जाहरवीर गोगा जी गोगा मेड़ी बाबा के इस स्थल में आने वाले बुजुर्ग बताते हैं कि बीते 70 साल से यहां हिंदू समाज के लोग रक्षाबंधन के त्यौहार के दौरान बांधी गई राखियां चढ़ाते हैं और मन्नत मांगते हुए अपनी परिवार की सुख शांति और व्यापार में उन्नति के लिए चादर भी चढ़ाकर दुआ मांगते हैं। राजकुमार जैन, संजना बेरीवाल, अशोक कुमार, लता बेरीवाल, विनोद अग्रवाल, कामिनी शर्मा बताते हैं कि भारत में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के अलावा राजस्थान में ऐसा ही एक मंदिर है, जिसमें इस प्रकार की पूजा-अर्चना व चादर चढ़ाई जाती है। यहां आने वाली महिलाएं भी बताती हैं कि वे साल में एक बार यहां आकर बकायदा पूरी आस्था के साथ चादर चढ़ाते हुए मन्नत मांगती हैं और वह पूरी भी होती है। शादी के बाद से यह सिलसिला लगातार जारी है।

देश का दूसरा स्थल जहां चादर चढ़ाकर हिंदू करते हैं पूजा, मांगते हैं मन्नत
छत्तीसगढ़ संवाददाता रायगढ़, 17 अगस्त। रायगढ़ जिला मुख्यालय में एक ऐसे पीर बाबा हैं, जिसे आजादी के बाद से आज तक हिंदू लोग भी मानते हैं और जन्माष्टमी के दूसरे दिन हजारों की संख्या में लोग अपने परिवार के साथ आकर चादर चढ़ाते हुए मन्नते मांगते हैं। कहा जाता है कि यह पीर बाबा का यह स्थल देश का दूसरा स्थल है, जिसमें बकायदा साल में एक बार हिंदू पूजा अर्चना के साथ-साथ चादर चढ़ाते हैं तो वहीं इसकी देखरेख और मन्नत मुस्लिम वर्ग भी मानते हैं। अनेकता में एकता का ऐसा उदाहरण शायद ही कहीं देखने को मिले। रायगढ़ जिला मुख्यालय में स्थित पीर बाबा याने गोगा मंदिर की इस जगह में सभी पूरे सम्मान के साथ यहां आते हैं, इनके हाथ में बकायदा पूजा अर्चना के सामानों के साथ-साथ एक चादर भी होती है, जो मस्जिदों में बनी मजार में चढ़ाई जाती है उसी तर्ज पर हिंदू समाज के लोग पीर बाबा के इस स्थान में चादर चढ़ाते हैं। इतना ही नहीं चादर चढ़ाने के बाद बकायदा मोर पंख से सिर पर रखकर आशीर्वाद भी दिया जाता है। केवल इसी दिन जाहरवीर गोगा जी गोगा मेड़ी की इस जगह में सुबह से ही आने का सिलसिला शुरू हो जाता है और शाम रात तक यहां मन्नतों का दौर जारी रहता है। जाहरवीर गोगा जी गोगा मेड़ी बाबा के इस स्थल में आने वाले बुजुर्ग बताते हैं कि बीते 70 साल से यहां हिंदू समाज के लोग रक्षाबंधन के त्यौहार के दौरान बांधी गई राखियां चढ़ाते हैं और मन्नत मांगते हुए अपनी परिवार की सुख शांति और व्यापार में उन्नति के लिए चादर भी चढ़ाकर दुआ मांगते हैं। राजकुमार जैन, संजना बेरीवाल, अशोक कुमार, लता बेरीवाल, विनोद अग्रवाल, कामिनी शर्मा बताते हैं कि भारत में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के अलावा राजस्थान में ऐसा ही एक मंदिर है, जिसमें इस प्रकार की पूजा-अर्चना व चादर चढ़ाई जाती है। यहां आने वाली महिलाएं भी बताती हैं कि वे साल में एक बार यहां आकर बकायदा पूरी आस्था के साथ चादर चढ़ाते हुए मन्नत मांगती हैं और वह पूरी भी होती है। शादी के बाद से यह सिलसिला लगातार जारी है।