जीवन जीने का तरीका सिखाती है रामायण-डॉ. प्रज्ञा भारती

9 दिवसीय श्री राम कथा और पांच कुंडीय मां गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति छत्तीसगढ़ संवाददाता रामानुजगंज,17 फरवरी। 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में प्रभु श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होने के उपलक्ष्य में पं. दीनदयाल उपाध्याय मांगलिक भवन में सागर मोती फाउंडेशन के प्रमुख एवं नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल के नेतृत्व में चल रहे 9 दिवसीय श्री राम कथा एवं पांच कुंडीय मां गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति शुक्रवार को हुई। श्री राम कथा के दरम्यान प्रभु श्री राम के जीवन से जुड़े विविध प्रसंगों पर संगीतमय उद्बोधन साध्वी महंत डॉ. प्रज्ञा भारती के मुखारविंद से आयोजित की गई थी। श्री राम कथा के समापन के दिन श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड पड़ा। श्री राम कथा में छत्तीसगढ़ सहित निकटवर्ती झारखंड प्रांत से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई। गौरतलब है कि नगर में 8 से 16 फरवरी तक श्री राम कथा और मां गायत्री महायज्ञ आयोजित हुआ,जिसके लिए आयोजनकर्ता समिति सागर मोती फाउंडेशन द्वारा नगरवासियों के सहयोग से दो माह पूर्व से तैयारियां प्रारंभ कर दी गई थी। श्री राम कथा आयोजन को लेकर पं. दीनदयाल उपाध्याय मांगलिक भवन की, जहां विशेष सजावट की गई थी, वहीं आयोजन को लेकर पूरे नगर में भगवा झंडा लगाए गए थे। श्री राम कथा एवम मां गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा से हुआ जिसमें प्रथम दिवस से ही बड़ी संख्या में यज्ञ एवं कथा में भागीदार होने पहुंचे, वहीं अंतिम दिन तो स्थिति ऐसी हो गई कि पैर रखने के लिए जगह पूरे परिसर में नहीं रही। नौ दिवसीय श्रीराम कथा के अंतिम दिन लंका दहन, राम-रावण युद्ध, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक के प्रसंग का विवरण सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथावाचक महंत साध्वी प्रज्ञा भारती ने बताया कि रामायण हमें जीवन जीने का तरीका सिखाती है। रामायण हमें आदर्श, सेवा भाव, त्याग व बलिदान के साथ दूसरों की संपत्ति पर हमारा कोई अधिकार नहीं है, की सीख देती है। भगवान श्री राम के राज्याभिषेक का वर्णन व राम दरबार की आकर्षक झांकी की प्रस्तुति पर पूरा कथा पंडाल राजा रामचंद्र की जय के जयकारों से गूंज उठा। महंत डॉ. प्रज्ञा भारती ने कहा कि बुराई और असत्य ज्यादा समय तक नहीं चलता है। अधर्म पर धर्म की ही जीत होती है। भगवान श्रीराम ने सत्य को स्थापित करने के लिए रावण का वध किया। श्री राम कथा के माध्यम से व्यक्ति को अपनी बुरी आदतों को बदलने का प्रयास करना चाहिए। राम कथा भक्त को भगवान से जोडऩे की कथा है। भगवान की कथा हमें बताती है कि संकट में भी सत्य से विमुख न हो व अपने वचन का पालन करें। आयोजन समिति के प्रमुख नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने नगरवासियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि वास्तव में राम नाम की गंगा में डुबकी लगाने से सबका कल्याण होता है। मां गायत्री सभी के जीवन को खुशियों से भर देती है। इसलिए जन कल्याण की भावना को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में प्रभु श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर उत्सव मनाने एवं शहरवासियों को धर्म रूपी गंगा में सराबोर करने के उद्देश्य से मां गायत्री महायज्ञ एवं श्री राम कथा का दिव्यआयोजन सभी के सहयोग से संपन्न कराया गया। जिससे सभी लोगो का जीवन मंगलमय हो,सभी सुखी रहे, स्वस्थ रहे, शहर में बुनियादी सुविधाए बहाल रखने के साथ-साथ धार्मिक सांस्कृतिक समरसता को बनाए रखने के लिए इस प्रकार के धार्मिक आयोजन को कराया जाना अति आवश्यक मानता हु। इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में प्रमुख रूप से गायत्री परिवार के एसपी निगम, टीआर शर्मा, सुभाष जायसवाल, अशोक केशरी, शिव अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, बजरंग गुप्ता,शंकर अग्रवाल,अशोक जैन, राकेश अग्रवाल, राजू केसरी,महेश अग्रवाल,अशोक जैसवाल, राजेश अग्रवाल, अनूप कश्यप, मुकेश जैसवाल, प्रमोद कश्यप,अरुण जायसवाल, विजय रावत, राजेश सोनी, विनोद राहगीर, डॉ अमरेश्वर प्रजापति, प्रकाश चन्द्र अग्रवाल,अजय जैसवाल, विकाश अग्रवाल,अजय गुप्ता,पवन गुप्ता,अजय केशरी,अतुल गुप्ता, सुमित गुप्ता, अंकित गुप्ता,रामध्यान गुप्ता, ललन पासवान, जगरनाथ गुप्ता,विनोद केशरी, अनिल प्रजापति,दिलीप गोस्वामी, अशोक कश्यप छठु गुप्ता बबन सिंह,संदीप अग्रवाल, बलकेश प्रजापति,संजय कश्यप, बहादुर सिंह ,अशोक ठाकुर,मोहन ठाकुर,,चंद्रावती देवी, रामकुमारी देवी, रूपा कुशवाहा, इंदु केशरी, सरस्वती ठाकुर, लाखों पुरी, प्रमिला केसरी,ललिता कश्यप, किरण पासवान, सीतापुरी ,शशि गुप्ता, राजकुमारी पासवान, आशापुरी, आशा कश्यप, गीता सोनी ,पूनम मिश्रा, बसंती रवि, प्रियंका कश्यप, कविता कश्यप, रीमा रवि, कुसुम कश्यप ,सुधा गुप्ता, सुनैना कश्यप, रीता प्रजापति, शांतिपुरी ,कविता देवी, प्रियंका कुशवाहा, लालति पासवान, पंकज गुप्ता, अशोक कश्यप, संजय गुप्ता, विनोद पासवान, ध्रुव ठाकुर, जितेंद्र कुशवाहा, सुजीत मालाकार, भरत शर्मा, विजय कुमार गुप्ता, सुनील प्रजापति, राहुल गुप्ता, रुपेश सोनी, विनायक मिश्रा, आशीष कुमार गुप्ता, निशांत गुप्ता सोनु ठाकुर ने सहित कई रामभक्तों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उमड़ी भीड़ के मद्देनजर लगाया गया एलईडी स्क्रीन पं. दीनदयाल मांगलिक भवन में श्री राम कथा आयोजित की गई थी कथा में पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ को देखते हुए आयोजन समिति के द्वारा बड़ा एलईडी स्क्रीन भी लगाया गया ताकि श्रद्धालु कथा श्रवण सुविधा पूर्वक कर सके। 10 हजार से अधिक लोगों ने किया प्रसाद ग्रहण श्री राम कथा में प्रतिदिन 3 हजार से 5 हजार की भीड़ रही, वहीं अंतिम दिन तो लगभग 10 हजार से अधिक श्रद्धालु कथा श्रवण करने पहुंचे। जितनी परिसर के अंदर भीड़ थी, उतनी ही परिसर के बाहर भी भीड़ रही। सरगुजा संभाग के विभिन्न स्थानों के साथ-साथ झारखंड से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा श्रवण करने पहुंचे।

जीवन जीने का तरीका सिखाती है रामायण-डॉ. प्रज्ञा भारती
9 दिवसीय श्री राम कथा और पांच कुंडीय मां गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति छत्तीसगढ़ संवाददाता रामानुजगंज,17 फरवरी। 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या में प्रभु श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होने के उपलक्ष्य में पं. दीनदयाल उपाध्याय मांगलिक भवन में सागर मोती फाउंडेशन के प्रमुख एवं नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल के नेतृत्व में चल रहे 9 दिवसीय श्री राम कथा एवं पांच कुंडीय मां गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति शुक्रवार को हुई। श्री राम कथा के दरम्यान प्रभु श्री राम के जीवन से जुड़े विविध प्रसंगों पर संगीतमय उद्बोधन साध्वी महंत डॉ. प्रज्ञा भारती के मुखारविंद से आयोजित की गई थी। श्री राम कथा के समापन के दिन श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड पड़ा। श्री राम कथा में छत्तीसगढ़ सहित निकटवर्ती झारखंड प्रांत से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई। गौरतलब है कि नगर में 8 से 16 फरवरी तक श्री राम कथा और मां गायत्री महायज्ञ आयोजित हुआ,जिसके लिए आयोजनकर्ता समिति सागर मोती फाउंडेशन द्वारा नगरवासियों के सहयोग से दो माह पूर्व से तैयारियां प्रारंभ कर दी गई थी। श्री राम कथा आयोजन को लेकर पं. दीनदयाल उपाध्याय मांगलिक भवन की, जहां विशेष सजावट की गई थी, वहीं आयोजन को लेकर पूरे नगर में भगवा झंडा लगाए गए थे। श्री राम कथा एवम मां गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा से हुआ जिसमें प्रथम दिवस से ही बड़ी संख्या में यज्ञ एवं कथा में भागीदार होने पहुंचे, वहीं अंतिम दिन तो स्थिति ऐसी हो गई कि पैर रखने के लिए जगह पूरे परिसर में नहीं रही। नौ दिवसीय श्रीराम कथा के अंतिम दिन लंका दहन, राम-रावण युद्ध, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक के प्रसंग का विवरण सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथावाचक महंत साध्वी प्रज्ञा भारती ने बताया कि रामायण हमें जीवन जीने का तरीका सिखाती है। रामायण हमें आदर्श, सेवा भाव, त्याग व बलिदान के साथ दूसरों की संपत्ति पर हमारा कोई अधिकार नहीं है, की सीख देती है। भगवान श्री राम के राज्याभिषेक का वर्णन व राम दरबार की आकर्षक झांकी की प्रस्तुति पर पूरा कथा पंडाल राजा रामचंद्र की जय के जयकारों से गूंज उठा। महंत डॉ. प्रज्ञा भारती ने कहा कि बुराई और असत्य ज्यादा समय तक नहीं चलता है। अधर्म पर धर्म की ही जीत होती है। भगवान श्रीराम ने सत्य को स्थापित करने के लिए रावण का वध किया। श्री राम कथा के माध्यम से व्यक्ति को अपनी बुरी आदतों को बदलने का प्रयास करना चाहिए। राम कथा भक्त को भगवान से जोडऩे की कथा है। भगवान की कथा हमें बताती है कि संकट में भी सत्य से विमुख न हो व अपने वचन का पालन करें। आयोजन समिति के प्रमुख नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने नगरवासियों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि वास्तव में राम नाम की गंगा में डुबकी लगाने से सबका कल्याण होता है। मां गायत्री सभी के जीवन को खुशियों से भर देती है। इसलिए जन कल्याण की भावना को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में प्रभु श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर उत्सव मनाने एवं शहरवासियों को धर्म रूपी गंगा में सराबोर करने के उद्देश्य से मां गायत्री महायज्ञ एवं श्री राम कथा का दिव्यआयोजन सभी के सहयोग से संपन्न कराया गया। जिससे सभी लोगो का जीवन मंगलमय हो,सभी सुखी रहे, स्वस्थ रहे, शहर में बुनियादी सुविधाए बहाल रखने के साथ-साथ धार्मिक सांस्कृतिक समरसता को बनाए रखने के लिए इस प्रकार के धार्मिक आयोजन को कराया जाना अति आवश्यक मानता हु। इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में प्रमुख रूप से गायत्री परिवार के एसपी निगम, टीआर शर्मा, सुभाष जायसवाल, अशोक केशरी, शिव अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, बजरंग गुप्ता,शंकर अग्रवाल,अशोक जैन, राकेश अग्रवाल, राजू केसरी,महेश अग्रवाल,अशोक जैसवाल, राजेश अग्रवाल, अनूप कश्यप, मुकेश जैसवाल, प्रमोद कश्यप,अरुण जायसवाल, विजय रावत, राजेश सोनी, विनोद राहगीर, डॉ अमरेश्वर प्रजापति, प्रकाश चन्द्र अग्रवाल,अजय जैसवाल, विकाश अग्रवाल,अजय गुप्ता,पवन गुप्ता,अजय केशरी,अतुल गुप्ता, सुमित गुप्ता, अंकित गुप्ता,रामध्यान गुप्ता, ललन पासवान, जगरनाथ गुप्ता,विनोद केशरी, अनिल प्रजापति,दिलीप गोस्वामी, अशोक कश्यप छठु गुप्ता बबन सिंह,संदीप अग्रवाल, बलकेश प्रजापति,संजय कश्यप, बहादुर सिंह ,अशोक ठाकुर,मोहन ठाकुर,,चंद्रावती देवी, रामकुमारी देवी, रूपा कुशवाहा, इंदु केशरी, सरस्वती ठाकुर, लाखों पुरी, प्रमिला केसरी,ललिता कश्यप, किरण पासवान, सीतापुरी ,शशि गुप्ता, राजकुमारी पासवान, आशापुरी, आशा कश्यप, गीता सोनी ,पूनम मिश्रा, बसंती रवि, प्रियंका कश्यप, कविता कश्यप, रीमा रवि, कुसुम कश्यप ,सुधा गुप्ता, सुनैना कश्यप, रीता प्रजापति, शांतिपुरी ,कविता देवी, प्रियंका कुशवाहा, लालति पासवान, पंकज गुप्ता, अशोक कश्यप, संजय गुप्ता, विनोद पासवान, ध्रुव ठाकुर, जितेंद्र कुशवाहा, सुजीत मालाकार, भरत शर्मा, विजय कुमार गुप्ता, सुनील प्रजापति, राहुल गुप्ता, रुपेश सोनी, विनायक मिश्रा, आशीष कुमार गुप्ता, निशांत गुप्ता सोनु ठाकुर ने सहित कई रामभक्तों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उमड़ी भीड़ के मद्देनजर लगाया गया एलईडी स्क्रीन पं. दीनदयाल मांगलिक भवन में श्री राम कथा आयोजित की गई थी कथा में पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ को देखते हुए आयोजन समिति के द्वारा बड़ा एलईडी स्क्रीन भी लगाया गया ताकि श्रद्धालु कथा श्रवण सुविधा पूर्वक कर सके। 10 हजार से अधिक लोगों ने किया प्रसाद ग्रहण श्री राम कथा में प्रतिदिन 3 हजार से 5 हजार की भीड़ रही, वहीं अंतिम दिन तो लगभग 10 हजार से अधिक श्रद्धालु कथा श्रवण करने पहुंचे। जितनी परिसर के अंदर भीड़ थी, उतनी ही परिसर के बाहर भी भीड़ रही। सरगुजा संभाग के विभिन्न स्थानों के साथ-साथ झारखंड से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा श्रवण करने पहुंचे।