जलकुंभी ने राजधानी की जलापूर्ति रोकी

छत्तीसगढ़ संवाददाता रायपुर, 22 जुलाई। राजधानी को जला पूर्ति करने वाले इंटेकवेल में बड़े पैमाने पर जलकुम्भी फंस गयी है।इस वजह से शहर के दो दर्जन से अधिक टंकियां रात में फिल्टर्ड पानी से नहीं भर पाईं हैं। नतीजतन आज सुबह जलापूर्ति प्रभावित रहा। फील्टर प्लांट के कर्मियों ने यह जानकरी दी है। कुछ लोगों के मुताबिक रविवार शाम को भी कम ही पानी ही सप्लाई हुआ था। फिल्टर प्लांट के ईई नरसिंग के मुताबिक बारिश के चलते नदी में घास, कचरा और जलकुंभी पीछे से बहते हुए आ रही है जो इंटकवेल के इंनलेक्ट जाली में फंस रही है। इस वजह से शुद्धीकरण के लिए पानी कम पहुंच रहा है। जलकुंभी साफ करने गोताखोरों की टीम लगाई गई है जो हर तीन घंटे में सफाई कर रहे हैं। चूंकि नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है इसलिए कुछ दिक्कतें आ रही हैं। नरसिंग ने बताया कि अब तक 70 से 80 प्रतिशत जलकुंभी साफ कर ली गई है। इसे देखते हुए सोमवार शाम को शहरवासियों के लिए 80 फीसदी जलापूर्ति की जाएगी। अभी यह स्थिति अगले कुछ दिन और रह सकते है।

जलकुंभी ने राजधानी की जलापूर्ति रोकी

छत्तीसगढ़ संवाददाता रायपुर, 22 जुलाई। राजधानी को जला पूर्ति करने वाले इंटेकवेल में बड़े पैमाने पर जलकुम्भी फंस गयी है।इस वजह से शहर के दो दर्जन से अधिक टंकियां रात में फिल्टर्ड पानी से नहीं भर पाईं हैं। नतीजतन आज सुबह जलापूर्ति प्रभावित रहा। फील्टर प्लांट के कर्मियों ने यह जानकरी दी है। कुछ लोगों के मुताबिक रविवार शाम को भी कम ही पानी ही सप्लाई हुआ था। फिल्टर प्लांट के ईई नरसिंग के मुताबिक बारिश के चलते नदी में घास, कचरा और जलकुंभी पीछे से बहते हुए आ रही है जो इंटकवेल के इंनलेक्ट जाली में फंस रही है। इस वजह से शुद्धीकरण के लिए पानी कम पहुंच रहा है। जलकुंभी साफ करने गोताखोरों की टीम लगाई गई है जो हर तीन घंटे में सफाई कर रहे हैं। चूंकि नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है इसलिए कुछ दिक्कतें आ रही हैं। नरसिंग ने बताया कि अब तक 70 से 80 प्रतिशत जलकुंभी साफ कर ली गई है। इसे देखते हुए सोमवार शाम को शहरवासियों के लिए 80 फीसदी जलापूर्ति की जाएगी। अभी यह स्थिति अगले कुछ दिन और रह सकते है।