चिटफंड कंपनियों की पौने 7 सौ करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क होगी- शर्मा

छत्तीसगढ़ संवाददाता रायपुर, 15 फरवरी। प्रदेश में अब तक 96 चिटफंड कंपनियों की पौने सात सौ करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क करने के लिए चिन्हित की गई है। यह जानकारी डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी। नेता प्रतिपक्ष डॉ.चरणदास महंत के सवाल के लिखित जवाब में विजय शर्मा ने बताया कि अब तक कुल 286 प्रकरणों में 96 अनियमित वित्तीय कंपनियों की 677 करोड़ 5 लाख 95 हजार की संपत्ति कुर्क करने के लिए चिन्हित की गई है। जिसमें से 101 प्रकरणों में कुर्की के लिए अंतिम आदेश की कार्रवाई पूरी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 53 प्रकरणों में कुर्की का अंतरिम आदेश कार्रवाई पूर्ण किया जाकर अंतिम आदेश के लिए लंबित है। 132 प्रकरणों में अंतरिम पुष्टि कार्रवाई लंबित है। संपत्ति कुर्की की कार्रवाई न्यायालयीन प्रक्रिया होने के कारण बताया जाना संभव नहीं है। अब तक कुल 68 प्रकरणों में चिटफंड कंपनियों की संपत्ति की नीलामी, वसूली, अथवा राजीनामा से 98 करोड़ से अधिक की राशि प्राप्त किया जा चुका है। इसमें से 73 हजार 608 निवेशकों को 44 करोड़ 76 लाख 66 हजार रूपए लौटाए गए हैं। धन वापिसी की कार्रवाई न्यायलयीन प्रक्रिया है। इसके लिए समय सीमा बता पाना संभव नहीं है।

चिटफंड कंपनियों की पौने 7 सौ करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क होगी- शर्मा
छत्तीसगढ़ संवाददाता रायपुर, 15 फरवरी। प्रदेश में अब तक 96 चिटफंड कंपनियों की पौने सात सौ करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क करने के लिए चिन्हित की गई है। यह जानकारी डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी। नेता प्रतिपक्ष डॉ.चरणदास महंत के सवाल के लिखित जवाब में विजय शर्मा ने बताया कि अब तक कुल 286 प्रकरणों में 96 अनियमित वित्तीय कंपनियों की 677 करोड़ 5 लाख 95 हजार की संपत्ति कुर्क करने के लिए चिन्हित की गई है। जिसमें से 101 प्रकरणों में कुर्की के लिए अंतिम आदेश की कार्रवाई पूरी की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 53 प्रकरणों में कुर्की का अंतरिम आदेश कार्रवाई पूर्ण किया जाकर अंतिम आदेश के लिए लंबित है। 132 प्रकरणों में अंतरिम पुष्टि कार्रवाई लंबित है। संपत्ति कुर्की की कार्रवाई न्यायालयीन प्रक्रिया होने के कारण बताया जाना संभव नहीं है। अब तक कुल 68 प्रकरणों में चिटफंड कंपनियों की संपत्ति की नीलामी, वसूली, अथवा राजीनामा से 98 करोड़ से अधिक की राशि प्राप्त किया जा चुका है। इसमें से 73 हजार 608 निवेशकों को 44 करोड़ 76 लाख 66 हजार रूपए लौटाए गए हैं। धन वापिसी की कार्रवाई न्यायलयीन प्रक्रिया है। इसके लिए समय सीमा बता पाना संभव नहीं है।