ओवरब्रिज पर मिला तेंदुए का शव:अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत, ओवरब्रिज की जालियां टूटी, तब ही हाईवे पर पहुंच रहे वन्यजीव

शिवपुरी की खूबत घाटी के ओवरब्रिज पर भूरा खो के पास आज सुबह एक तेंदुए का शव मिला। शव के पास की सड़क खून से सनी हुई मिली। उसकी मौत किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से हुई हैं। राहगीरों की सूचना पर माधव नेशनल पार्क की टीम काफी देर बाद पहुंची और तेंदुए के शव को अपने साथ ले गई। ओवरब्रिज की जालियां टूटी, सड़क पर आ रहे वन्य प्राणी शिवपुरी-ग्वालियर हाइवे पर खूबत घाटी से लेकर 18वीं बटालियन तक माधव नेशनल पार्क के वन्य जीवों को गुर्घटना से बचाने के लिए 6.59 किलोमीटर का ओवरब्रिज बनाया गया हैं। ओवरब्रिज के नीचे वन्य जीवों के लिए अंडरपास भी बनाए गए हैं। जिससे नेशनल पार्क के वन्य प्राणी आसानी से आ जा सकेंगे। इसके अतिरिक्त वन्य जीव हाईवे पर नहीं आ सकें इसके लिए ओवरब्रिज पर जालिया लगाई गई हैं। इन्हीं जालियों पर वाहनों के शोर को रोकने के बांस भी लगाए गए हैं। लेकिन कुछ ही महीनों के भीतर इस ओवरब्रिज पर कई जगह से टूट चुकी हैं। इन्हीं टूटी हुई जालियों में से निकलकर वन्य जीव ओवरब्रिज पर आ जाते हैं। यही वजह रही कि आज रात एक तेंदुआ ओवरब्रिज पर जा पहुंचा। जहां किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत हो गई। बताया गया हैं रात में दुर्घटना का शिकार हुआ तेंदुआ सुबह से सड़क पर डला रहा जब राहगीरों ने इसकी सूचना नेशनल पार्क को दी तब कहीं जाकर उसके शव को हटाया गया। इससे नेशनल पार्क की टीम की गश्त प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े हुए हैं। ऐसे में अगर दुर्घटना के तत्काल बाद अगर तेंदुए को उपचार मिलता तो उसकी जान बच भी सकती थी।

ओवरब्रिज पर मिला तेंदुए का शव:अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत, ओवरब्रिज की जालियां टूटी, तब ही हाईवे पर पहुंच रहे वन्यजीव
शिवपुरी की खूबत घाटी के ओवरब्रिज पर भूरा खो के पास आज सुबह एक तेंदुए का शव मिला। शव के पास की सड़क खून से सनी हुई मिली। उसकी मौत किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से हुई हैं। राहगीरों की सूचना पर माधव नेशनल पार्क की टीम काफी देर बाद पहुंची और तेंदुए के शव को अपने साथ ले गई। ओवरब्रिज की जालियां टूटी, सड़क पर आ रहे वन्य प्राणी शिवपुरी-ग्वालियर हाइवे पर खूबत घाटी से लेकर 18वीं बटालियन तक माधव नेशनल पार्क के वन्य जीवों को गुर्घटना से बचाने के लिए 6.59 किलोमीटर का ओवरब्रिज बनाया गया हैं। ओवरब्रिज के नीचे वन्य जीवों के लिए अंडरपास भी बनाए गए हैं। जिससे नेशनल पार्क के वन्य प्राणी आसानी से आ जा सकेंगे। इसके अतिरिक्त वन्य जीव हाईवे पर नहीं आ सकें इसके लिए ओवरब्रिज पर जालिया लगाई गई हैं। इन्हीं जालियों पर वाहनों के शोर को रोकने के बांस भी लगाए गए हैं। लेकिन कुछ ही महीनों के भीतर इस ओवरब्रिज पर कई जगह से टूट चुकी हैं। इन्हीं टूटी हुई जालियों में से निकलकर वन्य जीव ओवरब्रिज पर आ जाते हैं। यही वजह रही कि आज रात एक तेंदुआ ओवरब्रिज पर जा पहुंचा। जहां किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत हो गई। बताया गया हैं रात में दुर्घटना का शिकार हुआ तेंदुआ सुबह से सड़क पर डला रहा जब राहगीरों ने इसकी सूचना नेशनल पार्क को दी तब कहीं जाकर उसके शव को हटाया गया। इससे नेशनल पार्क की टीम की गश्त प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े हुए हैं। ऐसे में अगर दुर्घटना के तत्काल बाद अगर तेंदुए को उपचार मिलता तो उसकी जान बच भी सकती थी।