अघोषित विद्युत कटौती रबी फसल मवेशियों के हवाले

छत्तीसगढ़ संवाददाता पिथौरा, 29 फरवरी। रबी फसल के लिए वर्तमान में आवश्यक पानी नहीं मिलने से क्षेत्र की हजारों एकड़ फसल सूख कर खराब होने की कगार पर है, वहीं बोर्ड परीक्षाएं भी चल रही है। लगातार बिजली कटौती से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। कांग्रेस नेता अंकित बागबाहरा ने बताया कि पूरे क्षेत्र मेें प्रतिदिन विद्युत अवरोध की खबरें मिल रही है। जिस तरह वर्तमान में विद्युत संकट चल रहा है, उसे आने वाले ग्रीष्म मौसम का ट्रेलर माना जा रहा है। अंकित ने चर्चा करते हुए बताया कि वे किसानों की मांग पर मंगलवार को किसानों के खेतों की हालत देखने पहुंचे,जहां सिंचाई की व्यवस्था होने के बाद भी किसानों ने अपनी मेहनत से लगाई गई फसल को जानवरों के चरने के लिए छोड़ दिया है। अंकित ने बताया कि अपना खून पसीना एक करके खेती करने वालों किसानों के मन के अंदर पीड़ा और गुस्सा दोनों भरा हुआ है और अपनी मेहनत को जाया होते देख वर्तमान डबल इंजन की भाजपा सरकार की अनदेखी से मर रही फसल को देख खून के आंसू रोने के लिए मजबूर हैं। अंकित ने बताया कि वर्तमान में प्राइमरी से लेकर महाविद्यालय तक कि परीक्षाएं शुरू हो चुकी है और कुछ शुरू होने को है, ऐसे में लगातार विद्युत व्यवधान एवं लो वोल्टेज होने से पढ़ाई का भी बहुत नुकसान हो रहा है । वे जिले के किसानों की मांग पर टेढीनारा खार के किनारे गांजर खार पहुंचे। अंकित बागबाहरा को किसान चिंतामणि चन्द्राकर ने बताया कि उनकी कुल जमीन 6.50 एकड़ है,जिसमें वो सिंचाई साधन के साथ खेती कर यह हैं, लगातार विद्युत कटौती के कारण उसमें से 3.5 एकड़ फसल खराब हो गई है, जिसे मवेशियों को खिलाने छोड़ चुके हैं। किसान प्रीतम दीवान के साथ जीवन जगत ने बताया कि छट्टी कार्यक्रम में विद्युत कटौती के कारण रामायण नहीं पढ़ पा रहे और बिना कार्यक्रम हुए लौटना पड़ रहा है। रोजाना 6 से 8 घंटे कम से कम अघोषित विद्युत कटौती की जा रही है। अंत मे अंकित ने कहा कि यदि एक हफ्ते और यही हाल रहा तो किसानों की रबी फसल पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी। अगर तत्काल इस व्यवस्था को नहीं सुधारा गया तो किसानों के साथ कांग्रेस पार्टी आंदोलन करने मजबूर होगी।

अघोषित विद्युत कटौती रबी फसल मवेशियों के हवाले
छत्तीसगढ़ संवाददाता पिथौरा, 29 फरवरी। रबी फसल के लिए वर्तमान में आवश्यक पानी नहीं मिलने से क्षेत्र की हजारों एकड़ फसल सूख कर खराब होने की कगार पर है, वहीं बोर्ड परीक्षाएं भी चल रही है। लगातार बिजली कटौती से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। कांग्रेस नेता अंकित बागबाहरा ने बताया कि पूरे क्षेत्र मेें प्रतिदिन विद्युत अवरोध की खबरें मिल रही है। जिस तरह वर्तमान में विद्युत संकट चल रहा है, उसे आने वाले ग्रीष्म मौसम का ट्रेलर माना जा रहा है। अंकित ने चर्चा करते हुए बताया कि वे किसानों की मांग पर मंगलवार को किसानों के खेतों की हालत देखने पहुंचे,जहां सिंचाई की व्यवस्था होने के बाद भी किसानों ने अपनी मेहनत से लगाई गई फसल को जानवरों के चरने के लिए छोड़ दिया है। अंकित ने बताया कि अपना खून पसीना एक करके खेती करने वालों किसानों के मन के अंदर पीड़ा और गुस्सा दोनों भरा हुआ है और अपनी मेहनत को जाया होते देख वर्तमान डबल इंजन की भाजपा सरकार की अनदेखी से मर रही फसल को देख खून के आंसू रोने के लिए मजबूर हैं। अंकित ने बताया कि वर्तमान में प्राइमरी से लेकर महाविद्यालय तक कि परीक्षाएं शुरू हो चुकी है और कुछ शुरू होने को है, ऐसे में लगातार विद्युत व्यवधान एवं लो वोल्टेज होने से पढ़ाई का भी बहुत नुकसान हो रहा है । वे जिले के किसानों की मांग पर टेढीनारा खार के किनारे गांजर खार पहुंचे। अंकित बागबाहरा को किसान चिंतामणि चन्द्राकर ने बताया कि उनकी कुल जमीन 6.50 एकड़ है,जिसमें वो सिंचाई साधन के साथ खेती कर यह हैं, लगातार विद्युत कटौती के कारण उसमें से 3.5 एकड़ फसल खराब हो गई है, जिसे मवेशियों को खिलाने छोड़ चुके हैं। किसान प्रीतम दीवान के साथ जीवन जगत ने बताया कि छट्टी कार्यक्रम में विद्युत कटौती के कारण रामायण नहीं पढ़ पा रहे और बिना कार्यक्रम हुए लौटना पड़ रहा है। रोजाना 6 से 8 घंटे कम से कम अघोषित विद्युत कटौती की जा रही है। अंत मे अंकित ने कहा कि यदि एक हफ्ते और यही हाल रहा तो किसानों की रबी फसल पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी। अगर तत्काल इस व्यवस्था को नहीं सुधारा गया तो किसानों के साथ कांग्रेस पार्टी आंदोलन करने मजबूर होगी।