EMI में फिर नहीं मिली कोई राहत, RBI गवर्नर ने किया ऐलान

नई दिल्ली। केंद्रीय बैंक ने अपनी फरवरी की मौद्रिक नीति में लगातार छठी बार रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखा था. आज वित्त वर्ष 2024-25 की पहली भारतीय रिजर्व बैंक मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक हो रही है. इसमें कई बड़े फैसले लिए गए हैं. उम्मीद की जा रही थी कि चुनाव से ठीक पहले आरबीआई अपने फैसले से चौंका सकता है, लेकिन आरबीआई ने रेपो रेट में सातवीं बार कोई बदलाव नहीं किया है. इसका मतलब है कि आपको ईएमआई में राहत अभी नहीं मिलेगी. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 की पहली RBI मौद्रिक नीति बैठक में रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया गया है. केंद्रीय बैंक ने लगातार 7वीं मॉनिटरी पॉलिसी में रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखा है. गर्वनर ने कहा कि हमने अभी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है. इसका मतलब है कि अभी मौजूदा ईएमआई में आपको राहत नहीं मिलेगी. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की अर्थव्यस्था 7 फीसदी के रफ्तार से बढ़ेगी. वित्त वर्ष 2025 के पहली तिमाही में GDP की रियल ग्रोथ 7.1 फीसदी, दूसरी तिमाही में 6.9 फीसदी और तीसरे-चौथे तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान है. मौद्रिक नीति निर्णयों पर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि स्थायी डिपॉजिट फैसिलिटी रेट 6.25% पर बनी हुई है और सीमांत स्थायी सुविधा दर और बैंक दर 6.75% पर बनी हुई है.

EMI में फिर नहीं मिली कोई राहत, RBI गवर्नर ने किया ऐलान
नई दिल्ली। केंद्रीय बैंक ने अपनी फरवरी की मौद्रिक नीति में लगातार छठी बार रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखा था. आज वित्त वर्ष 2024-25 की पहली भारतीय रिजर्व बैंक मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक हो रही है. इसमें कई बड़े फैसले लिए गए हैं. उम्मीद की जा रही थी कि चुनाव से ठीक पहले आरबीआई अपने फैसले से चौंका सकता है, लेकिन आरबीआई ने रेपो रेट में सातवीं बार कोई बदलाव नहीं किया है. इसका मतलब है कि आपको ईएमआई में राहत अभी नहीं मिलेगी. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 की पहली RBI मौद्रिक नीति बैठक में रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया गया है. केंद्रीय बैंक ने लगातार 7वीं मॉनिटरी पॉलिसी में रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखा है. गर्वनर ने कहा कि हमने अभी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है. इसका मतलब है कि अभी मौजूदा ईएमआई में आपको राहत नहीं मिलेगी. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की अर्थव्यस्था 7 फीसदी के रफ्तार से बढ़ेगी. वित्त वर्ष 2025 के पहली तिमाही में GDP की रियल ग्रोथ 7.1 फीसदी, दूसरी तिमाही में 6.9 फीसदी और तीसरे-चौथे तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ 7 फीसदी रहने का अनुमान है. मौद्रिक नीति निर्णयों पर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि स्थायी डिपॉजिट फैसिलिटी रेट 6.25% पर बनी हुई है और सीमांत स्थायी सुविधा दर और बैंक दर 6.75% पर बनी हुई है.