5 साल बाद नौतपा में पड़ रही प्रचंड गर्मी

सातवें दिन भी गर्म हवाएं, एसी-कूलर भी बेअसर छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 31 मई। तकरीबन 5 साल बाद नौतपा में प्रचंड गर्मी पड़ रही है। साल 2019 में भी लगभग नौतपा का मिजाज मौजूदा साल की तरह ही रहा है। नौतपा लगते ही भीषण गर्मी ने लोगों को हलाकान कर दिया है। आलम यह है कि एसी-कूलर से भी राहत नहीं मिल रही है, जबकि पंखे गर्म हवाएं उगल रहे हैं। अगले एक-दो दिन मौसम का मिजाज बढ़े हुए तापमान के साथ परेशानी भरा रहेगा। देश के दक्षिणी राज्य केरल में मानसून ने दस्तक दे दी है। ऐसे में मानसून के जिले में आमद को लेकर लोग बेचैनी से प्रतीक्षा कर रहे हैं। शुक्रवार को सुबह 11 बजे 42 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने अधिकतम 44 डिग्री तक तापमान रहने की संभावना जताई है, जबकि शनिवार को भी मौसम विभाग ने गर्म हवाओं से भरा मौसम रहने की संभावना जाहिर की है। फिलहाल तापमान में बदलाव की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में 11 जून के बाद मानसूनी बारिश होने का अनुमान लगाया है। गुरुवार को पारा 46 डिग्री तक पहुंच गया, जो कि इस साल का उच्च तापमान रहा है। गुरुवार की तरह ही शुक्रवार को भी गर्म हवाओं ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। तापमान में बढ़ोत्तरी होने के कारण लोगों को सुबह से ही बेचैनी और गर्मी झेलनी पड़ी है। एक जानकारी के मुताबिक बीते कुछ सालों में गर्मी ने अपना प्रचंड रूप दिखाया है। लगातार तापमान बढऩे के पीछे वैज्ञानिक अलग-अलग तर्क जाहिर कर रहे हैं। खासतौर पर पेड़ों की अंधाधुंध कटाई को तापमान बढऩे की एक प्रमुख वजह माना जा रहा है। देश के उत्तरी इलाकों से आ रही गर्म हवाओं से हर तबका परेशान है। हीटवेव चलने से लोगों को असहज महसूस हो रहा है। पसीने से लथपथ लोग बार-बार पानी पी रहे हैं। वहीं गर्मी से निजात पाने के लिए शीतल पेय पदार्थों की बाजार में खूब मांग बढ़ी है। बढ़ते तापमान के कारण दोपहर से पहले ही सडक़ों में गिनती के लोग नजर आ रहे हैं। दोपहर एक से अपरान्ह 4 बजे तक सडक़ें खाली नजर आ रही है। वहीं डामरयुक्त सडक़ें भी पिघल रही है। गिट्टी से अलग होकर डामर सडक़ में टीले का रूप में नजर आ रहे हैं। आने वाले दिनों में गर्मी और तेज हो सकती है। हालांकि प्री-मानसून की बौछार पड़ते ही तापमान में गिरावट होने की संभावना जाहिर की जा रही है। दक्षिण-पश्चिम मानसून आने के बाद ही लोगों को आग उगल रहे सूरज से छुटकारा मिलने की उम्मीद है।

5 साल बाद नौतपा में पड़ रही प्रचंड गर्मी
सातवें दिन भी गर्म हवाएं, एसी-कूलर भी बेअसर छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 31 मई। तकरीबन 5 साल बाद नौतपा में प्रचंड गर्मी पड़ रही है। साल 2019 में भी लगभग नौतपा का मिजाज मौजूदा साल की तरह ही रहा है। नौतपा लगते ही भीषण गर्मी ने लोगों को हलाकान कर दिया है। आलम यह है कि एसी-कूलर से भी राहत नहीं मिल रही है, जबकि पंखे गर्म हवाएं उगल रहे हैं। अगले एक-दो दिन मौसम का मिजाज बढ़े हुए तापमान के साथ परेशानी भरा रहेगा। देश के दक्षिणी राज्य केरल में मानसून ने दस्तक दे दी है। ऐसे में मानसून के जिले में आमद को लेकर लोग बेचैनी से प्रतीक्षा कर रहे हैं। शुक्रवार को सुबह 11 बजे 42 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने अधिकतम 44 डिग्री तक तापमान रहने की संभावना जताई है, जबकि शनिवार को भी मौसम विभाग ने गर्म हवाओं से भरा मौसम रहने की संभावना जाहिर की है। फिलहाल तापमान में बदलाव की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में 11 जून के बाद मानसूनी बारिश होने का अनुमान लगाया है। गुरुवार को पारा 46 डिग्री तक पहुंच गया, जो कि इस साल का उच्च तापमान रहा है। गुरुवार की तरह ही शुक्रवार को भी गर्म हवाओं ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। तापमान में बढ़ोत्तरी होने के कारण लोगों को सुबह से ही बेचैनी और गर्मी झेलनी पड़ी है। एक जानकारी के मुताबिक बीते कुछ सालों में गर्मी ने अपना प्रचंड रूप दिखाया है। लगातार तापमान बढऩे के पीछे वैज्ञानिक अलग-अलग तर्क जाहिर कर रहे हैं। खासतौर पर पेड़ों की अंधाधुंध कटाई को तापमान बढऩे की एक प्रमुख वजह माना जा रहा है। देश के उत्तरी इलाकों से आ रही गर्म हवाओं से हर तबका परेशान है। हीटवेव चलने से लोगों को असहज महसूस हो रहा है। पसीने से लथपथ लोग बार-बार पानी पी रहे हैं। वहीं गर्मी से निजात पाने के लिए शीतल पेय पदार्थों की बाजार में खूब मांग बढ़ी है। बढ़ते तापमान के कारण दोपहर से पहले ही सडक़ों में गिनती के लोग नजर आ रहे हैं। दोपहर एक से अपरान्ह 4 बजे तक सडक़ें खाली नजर आ रही है। वहीं डामरयुक्त सडक़ें भी पिघल रही है। गिट्टी से अलग होकर डामर सडक़ में टीले का रूप में नजर आ रहे हैं। आने वाले दिनों में गर्मी और तेज हो सकती है। हालांकि प्री-मानसून की बौछार पड़ते ही तापमान में गिरावट होने की संभावना जाहिर की जा रही है। दक्षिण-पश्चिम मानसून आने के बाद ही लोगों को आग उगल रहे सूरज से छुटकारा मिलने की उम्मीद है।