छत्तीसगढ़ संवाददाता
राजपुर, 18 फरवरी। तेन्दूपत्ता सीजन को देखते हुए प्रति वर्ष की तरह भी इस वर्ष राजपुर गेउर हरीतिमा में उप वनमंडल स्तरीय साह कर्तन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विशेष तौर पर पहाड़ी कोरवा तेंदूपत्ता संग्राहकों को सरकार के तरफ से दी जाने वाले योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
गर्मियों की मौसम प्रारंभ होते ही क्षेत्र में तेंदूपत्ता तोडऩे का कार्य प्रारंभ हो जाती है हरा सोना कहे जाने वाली तेंदूपत्ता को तोडऩे के पुर्व तैयारियों को लेकर वन विभाग द्वारा साह कर्तन कार्यशाला का आयोजन कर संग्राहकों सहित इस कार्य मे लगे सभी लोगो को आवश्यक जानकारी दी जाती है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला लघु वनोपज सहकारी समिति के अध्यक्ष लालसाय ने कहा कि संग्राहकों को एक घर मे कम से कम 500 गाड़ी तोडऩा अनिवार्य है जिससे शासन की योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सके। यदि 500 गाड़ी नहीं तोड़ते हैं तो हितग्राही शासन की कई योजनाओं से वंचित हो जाएंगे। उन्होंने तेंदूपत्ता संग्राहकों को शासन की योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि संग्राहकों के परिवार को जन्म से लेकर मृत्यु तक कई योजनाओं का लाभ मिलेगा।
कार्यक्रम में उपस्थित उप प्रबंध संचालक एस एल वर्मा ने कहा कि तेंदूपत्ता खरीदी के पूर्व साह कर्तन का कार्यशाला आयोजन किया जाता है इस कार्यशाला का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य यह होता है कि इसमें तेंदूपत्ता खरीदी की गुणवत्ता अच्छी आती है और अधिक संख्या में पत्तों की खरीदी होती है।
उन्होंने कहा कि राजपुर शंकरगढ़ एवं कुसमी वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आठ समितियां इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं जिसमें संग्राहक फड़ मुंशी वनरक्षक वनपाल पोषक अधिकारी वन परिक्षेत्र अधिकारी एवं प्रबंधक सभी उपस्थित हुए हैं जिनको साह कर्तन के कार्यों का प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने कहा कि साह कर्तन का कार्य तेंदूपत्ता तोड़ाई के 45 दिन पूर्व किया जाता है जो 15 मार्च से 20 मार्च तक किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि अभी कुछ दिनों में महुआ के सीजन आने वाला है इस दौरान जंगल में महुआ बिनने के लिए जँगलो में आग ना लगाए जिससे तेंदू पत्ता को कोई नुकसान हो। कार्यक्रम के दौरान उप प्रबंध संचालक एस एल वर्मा जिला लघु वनोपज सहकारी समिति के अध्यक्ष लाल साय मिंज उप वन मंडलाधिकारी रविशंकर श्रीवास्तव राजपुर रेंजर महाजन साहू शंकरगढ़ रेंजर अखिलेश जायसवाल कुसमी रेंजर कलीराम डिप्टी रेंजर राम प्रताप रही अशोक शुक्ला रामानंद यादव अमित प्रसाद सिंह प्रबंधक सुरेश सोनी सहित राजपुर शंकरगढ़ एवं कुसमी वन परिक्षेत्र के वनरक्षक प्रबंधक फड़ मुंशी सहित पहाड़ी कोरवा महिला संग्राहक भारी संख्या में उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
राजपुर, 18 फरवरी। तेन्दूपत्ता सीजन को देखते हुए प्रति वर्ष की तरह भी इस वर्ष राजपुर गेउर हरीतिमा में उप वनमंडल स्तरीय साह कर्तन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विशेष तौर पर पहाड़ी कोरवा तेंदूपत्ता संग्राहकों को सरकार के तरफ से दी जाने वाले योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
गर्मियों की मौसम प्रारंभ होते ही क्षेत्र में तेंदूपत्ता तोडऩे का कार्य प्रारंभ हो जाती है हरा सोना कहे जाने वाली तेंदूपत्ता को तोडऩे के पुर्व तैयारियों को लेकर वन विभाग द्वारा साह कर्तन कार्यशाला का आयोजन कर संग्राहकों सहित इस कार्य मे लगे सभी लोगो को आवश्यक जानकारी दी जाती है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला लघु वनोपज सहकारी समिति के अध्यक्ष लालसाय ने कहा कि संग्राहकों को एक घर मे कम से कम 500 गाड़ी तोडऩा अनिवार्य है जिससे शासन की योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सके। यदि 500 गाड़ी नहीं तोड़ते हैं तो हितग्राही शासन की कई योजनाओं से वंचित हो जाएंगे। उन्होंने तेंदूपत्ता संग्राहकों को शासन की योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि संग्राहकों के परिवार को जन्म से लेकर मृत्यु तक कई योजनाओं का लाभ मिलेगा।
कार्यक्रम में उपस्थित उप प्रबंध संचालक एस एल वर्मा ने कहा कि तेंदूपत्ता खरीदी के पूर्व साह कर्तन का कार्यशाला आयोजन किया जाता है इस कार्यशाला का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य यह होता है कि इसमें तेंदूपत्ता खरीदी की गुणवत्ता अच्छी आती है और अधिक संख्या में पत्तों की खरीदी होती है।
उन्होंने कहा कि राजपुर शंकरगढ़ एवं कुसमी वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आठ समितियां इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं जिसमें संग्राहक फड़ मुंशी वनरक्षक वनपाल पोषक अधिकारी वन परिक्षेत्र अधिकारी एवं प्रबंधक सभी उपस्थित हुए हैं जिनको साह कर्तन के कार्यों का प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने कहा कि साह कर्तन का कार्य तेंदूपत्ता तोड़ाई के 45 दिन पूर्व किया जाता है जो 15 मार्च से 20 मार्च तक किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि अभी कुछ दिनों में महुआ के सीजन आने वाला है इस दौरान जंगल में महुआ बिनने के लिए जँगलो में आग ना लगाए जिससे तेंदू पत्ता को कोई नुकसान हो। कार्यक्रम के दौरान उप प्रबंध संचालक एस एल वर्मा जिला लघु वनोपज सहकारी समिति के अध्यक्ष लाल साय मिंज उप वन मंडलाधिकारी रविशंकर श्रीवास्तव राजपुर रेंजर महाजन साहू शंकरगढ़ रेंजर अखिलेश जायसवाल कुसमी रेंजर कलीराम डिप्टी रेंजर राम प्रताप रही अशोक शुक्ला रामानंद यादव अमित प्रसाद सिंह प्रबंधक सुरेश सोनी सहित राजपुर शंकरगढ़ एवं कुसमी वन परिक्षेत्र के वनरक्षक प्रबंधक फड़ मुंशी सहित पहाड़ी कोरवा महिला संग्राहक भारी संख्या में उपस्थित थे।