छत्तीसगढ़ संवाददाता
पिथौरा, 15 फरवरी। सरस्वती शिशु मंदिर में बसंत पंचमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। विद्यालय में कोई दो दर्जन नए बच्चों को एक पट्टी एवं पेंसिल देकर पट्टी पूजन करवाया गया। कार्यक्रम के दौरान बच्चे एवं उनके पालक खासे उत्साहित दिखाई दिए।
बसंत पंचमी पर पिथौरा के सरस्वती शिशु मंदिर में विद्यारम्भ संस्कार आयोजित कर नन्हें नव प्रवेशी बच्चों से पट्टी पूजन करवा कर विद्या आरंभ कराई गई।इस अवसर पर कोई 20 से अधिक पालक अपने वन प्रवेश लेने वाले बच्चों को विद्यालय लेकर पहुंचे थे।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में 14 फरवरी होने के कारण मातृ पितृ दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में उपस्थित दर्जनों भैया बहनों ने विद्यालय पहुचे अपने माता पिता की आरती उतार कर उनका विधिवत पूजन किया। बच्चों को माता पिता की पूजा करते देख उपस्थित माता पिता सहित आचार्यों एवं दीदियों की भी आंखें नम हो गयी थी।
पालकों के अनुसार बच्चों के लिए उनके विद्यारंभ में सबसे बड़ी शिक्षा यही होनी चाहिए कि बच्चे अपने माता पिता में एक भगवान का रूप देखे, जिससे भविष्य में किसी भी माता पिता को वृद्धाश्रम का मुंह न देखना पड़े।
इसके बाद उपस्थित नव प्रवेशी बच्चों को दी जाने वाली पट्टी पेंसिल का पूजन कर बच्चों को वितरित की गई। इसके बाद विद्यारम्भ संस्कार हुआ जिसमें विद्यालय की बहनों ने नव प्रवेशी बच्चों का हाथ पकड़ कर लिखा कर विद्यारंभ करवाया गया।
कार्यक्रम में पालक सीमा गुप्ता, विजय गुप्ता, कोमल निषाद, तेमेश्वरी साहू, चंद्रहास साहू, किशोर कुमार चौहान, विमल, धनमती राजपूत, उमा दीवान , सुनीता सिनहा, जितेंद्र सोनी, प्रवीण भोई, शिवकुमारी कोसरिया, गरिमा कोसरिया सहित प्राचार्य ज्योति जोशी, उप प्राचार्य गायत्री राजपूत, सावित्री साहू, सावित्री प्रजापति, दिव्या साहू, स्वीटी कोसरिया, बुधराम यादव, सीताराम पटेल एवं टेकलाल जगत सहित अनेक पालक एवम विद्यालयीन स्टाफ उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
पिथौरा, 15 फरवरी। सरस्वती शिशु मंदिर में बसंत पंचमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। विद्यालय में कोई दो दर्जन नए बच्चों को एक पट्टी एवं पेंसिल देकर पट्टी पूजन करवाया गया। कार्यक्रम के दौरान बच्चे एवं उनके पालक खासे उत्साहित दिखाई दिए।
बसंत पंचमी पर पिथौरा के सरस्वती शिशु मंदिर में विद्यारम्भ संस्कार आयोजित कर नन्हें नव प्रवेशी बच्चों से पट्टी पूजन करवा कर विद्या आरंभ कराई गई।इस अवसर पर कोई 20 से अधिक पालक अपने वन प्रवेश लेने वाले बच्चों को विद्यालय लेकर पहुंचे थे।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में 14 फरवरी होने के कारण मातृ पितृ दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में उपस्थित दर्जनों भैया बहनों ने विद्यालय पहुचे अपने माता पिता की आरती उतार कर उनका विधिवत पूजन किया। बच्चों को माता पिता की पूजा करते देख उपस्थित माता पिता सहित आचार्यों एवं दीदियों की भी आंखें नम हो गयी थी।
पालकों के अनुसार बच्चों के लिए उनके विद्यारंभ में सबसे बड़ी शिक्षा यही होनी चाहिए कि बच्चे अपने माता पिता में एक भगवान का रूप देखे, जिससे भविष्य में किसी भी माता पिता को वृद्धाश्रम का मुंह न देखना पड़े।
इसके बाद उपस्थित नव प्रवेशी बच्चों को दी जाने वाली पट्टी पेंसिल का पूजन कर बच्चों को वितरित की गई। इसके बाद विद्यारम्भ संस्कार हुआ जिसमें विद्यालय की बहनों ने नव प्रवेशी बच्चों का हाथ पकड़ कर लिखा कर विद्यारंभ करवाया गया।
कार्यक्रम में पालक सीमा गुप्ता, विजय गुप्ता, कोमल निषाद, तेमेश्वरी साहू, चंद्रहास साहू, किशोर कुमार चौहान, विमल, धनमती राजपूत, उमा दीवान , सुनीता सिनहा, जितेंद्र सोनी, प्रवीण भोई, शिवकुमारी कोसरिया, गरिमा कोसरिया सहित प्राचार्य ज्योति जोशी, उप प्राचार्य गायत्री राजपूत, सावित्री साहू, सावित्री प्रजापति, दिव्या साहू, स्वीटी कोसरिया, बुधराम यादव, सीताराम पटेल एवं टेकलाल जगत सहित अनेक पालक एवम विद्यालयीन स्टाफ उपस्थित थे।