मध्य प्रदेश में राहुल गांधी की न्याय यात्रा के बाद कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी होंगे घोषित
भोपाल दो मार्च से मध्य प्रदेश में प्रारंभ होने वाली राहुल गांधी की भारत जोड़ो...
भोपाल
दो मार्च से मध्य प्रदेश में प्रारंभ होने वाली राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बाद कांग्रेस लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित करेगी। इसके लिए मार्च के दूसरे सप्ताह में दिल्ली में बैठक होगी, जिसमें प्रत्याशियों की सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा। उधर, यात्रा को प्रदेश में सफल बनाने के लिए मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी विभिन्न समितियों के सदस्यों के साथ बैठक कर तैयारियों को अंतिम रूप देंगे। यात्रा प्रदेश में राजस्थान के धौलपुर से प्रवेश करेगी।
प्रदेश में 29 लोकसभा क्षेत्र हैं। इनमें से 28 सीटों पर भाजपा और केवल एक छिंदवाड़ा सीट ही कांग्रेस के पास है। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के पुत्र नकुल नाथ सांसद हैं। विधानसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा हो पर लोकसभा चुनाव की दृष्टि से इन परिणामों को देखा जाए तो कुछ सीटों पर कांग्रेस मुकाबले की स्थिति में है।
इसे देखते हुए भारतीय जनता पार्टी अपनी तैयारी में जुटी है तो कांग्रेस भी मजबूत प्रत्याशी देने के लिए कई स्तर पर दावेदारों की पड़ताल कर रही है। सभी 29 सीटों पर समन्वयकों को भेजकर रिपोर्ट तैयार कराई गई है तो प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने ग्वालियर, उज्जैन और भोपाल में 16 संसदीय क्षेत्रों के प्रदेश और जिला कांग्रेस के पदाधिकारियों को समन्वयकों की रिपोर्ट पर मन टटोला।
स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्ष रजनी पाटिल के साथ दो दौर की बैठक हो चुकी है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अभी सभी नेताओं का ध्यान राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को सफल बनाने पर है। इसके लिए जो 21 समितियां बनाई हैं, उनके सभी सदस्यों के साथ मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष बैठक करेंगे। न्याय यात्रा के बाद प्रत्याशियों के नाम को अंतिम रूप दिया जाएगा। यात्रा की तैयारियों को देखने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी 22 से 24 फरवरी तक रतलाम, धार, उज्जैन, शाजापुर, राजगढ़, गुना और शिवपुरी जिलों का दौरा करेंगे। इस दौरान वे स्थानीय वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे।