मुजफ्फरनगर में टाइमर बम बनाने का 'मास्टरमाइंड' गिरफ्तार, चार बम बरामद
मुजफ्फरनगर में टाइमर बम बनाने का 'मास्टरमाइंड' गिरफ्तार, चार बम बरामद
मुजफ्फरनगर/लखनऊ, 16 फरवरी। उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने शुक्रवार को इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) जैसे विस्फोटक पदार्थ का उपयोग करके टाइमर बम बनाने के मास्टरमाइंड को मुजफ्फरनगर जिले के कोतवाली नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी और कहा कि उसके पास से चार टाइमर बोतल बम बरामद किया गया है।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) व एसटीएफ अमिताभ यश ने पत्रकारों को बताया कि एसटीएफ टीम ने आज सुबह करीब पौने 11 बजे टाइमर बम बनाने वाले मास्टरमाइंड जावेद को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चार टाइमर बोतल बम (आईईडी) बरामद किया है।
जावेद मुजफ्फरनगर जिले के कोतवाली नगर क्षेत्र के मिमलाना रोड पर स्थित रामलीला टीला का निवासी है। उन्होंने बताया कि एसटीएफ, उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से फरार/पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराध करने एवं अन्य अपराधों में लिप्त होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी।
जावेद के विरुद्ध थाना कोतवाली नगर, मुजफ्फरनगर में भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं तथा विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आोपी ने पूछताछ में बताया कि बोतल बम एक तरह का आईईडी है। उसने बताया कि बोतल के अन्दर गन पाउडर-999, लोहे की छोटी गोलियां, रूई, पीओपी आदि है।
आरोपी ने बताया कि यह बोतल बम उसने इमराना पत्नी आजाद के कहने पर किया। मूल रूप से शामली की निवासी इमराना फिलहाल मुजफ्फरनगर के प्रेमपुरी में रह रही है।
आरोपी ग्लूकोज की बोतलें चिकित्सकों से व लोहे की गोलियां साईकिल की दुकान दुकानों से लेता था। इमराना ने उसे बोतल बम तैयार करने के लिये पहले 10 हजार रुपये दिये थे और 40 हजार रुपये बाद में बम सौंपने के वक्त देने के लिए कहा था।
बोतल बम आईईडी बनाने के बारे में पूछताछ पर उसने बताया कि उसने पटाखे बनाने वाले अपने चाचा अर्शी के यहां रहकर बारूद व बोतल बम बनाने का काम सीखा तथा कुछ जानकारी उसने यू-टयूब व इन्टरनेट के माध्यम से हासिल की थी। एक सवाल पर उसने पुलिस को बताया कि इन टाइमर बोतल बम का कहां प्रयोग करना था, इसके बारे में इमराना ही जानती है।
पूछताछ में उसने बताया कि उसकी मां का नाम नीतू है, जो नेपाल के लाजिमी पार्ट, खरसानी ताल, काठमांडू की रहने वाली हैं। उसने बताया कि उसके पिता नेपाल घूमने गये थे जहां पर उनकी जान-पहचान नीतू से हुई और दोनों ने शादी कर ली।
आरोपी ने बताया कि उसका एक भाई और एक बहन है, जिनका जन्म नेपाल में ही हुआ था। उसकी बहन की शादी नेपाल में ही हुई है तथा उसका भाई अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहकर एमसीआर शॉपिंग स्टोर पर काम करता है। आरोपी की नर्सरी से कक्षा सात तक की पढाई नेपाल में हुई, इसके बाद वह अपने दादा के यहां मुजफ्फरनगर आ गया।(भाषा)
मुजफ्फरनगर/लखनऊ, 16 फरवरी। उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने शुक्रवार को इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) जैसे विस्फोटक पदार्थ का उपयोग करके टाइमर बम बनाने के मास्टरमाइंड को मुजफ्फरनगर जिले के कोतवाली नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी और कहा कि उसके पास से चार टाइमर बोतल बम बरामद किया गया है।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) व एसटीएफ अमिताभ यश ने पत्रकारों को बताया कि एसटीएफ टीम ने आज सुबह करीब पौने 11 बजे टाइमर बम बनाने वाले मास्टरमाइंड जावेद को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चार टाइमर बोतल बम (आईईडी) बरामद किया है।
जावेद मुजफ्फरनगर जिले के कोतवाली नगर क्षेत्र के मिमलाना रोड पर स्थित रामलीला टीला का निवासी है। उन्होंने बताया कि एसटीएफ, उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से फरार/पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराध करने एवं अन्य अपराधों में लिप्त होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थी।
जावेद के विरुद्ध थाना कोतवाली नगर, मुजफ्फरनगर में भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं तथा विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आोपी ने पूछताछ में बताया कि बोतल बम एक तरह का आईईडी है। उसने बताया कि बोतल के अन्दर गन पाउडर-999, लोहे की छोटी गोलियां, रूई, पीओपी आदि है।
आरोपी ने बताया कि यह बोतल बम उसने इमराना पत्नी आजाद के कहने पर किया। मूल रूप से शामली की निवासी इमराना फिलहाल मुजफ्फरनगर के प्रेमपुरी में रह रही है।
आरोपी ग्लूकोज की बोतलें चिकित्सकों से व लोहे की गोलियां साईकिल की दुकान दुकानों से लेता था। इमराना ने उसे बोतल बम तैयार करने के लिये पहले 10 हजार रुपये दिये थे और 40 हजार रुपये बाद में बम सौंपने के वक्त देने के लिए कहा था।
बोतल बम आईईडी बनाने के बारे में पूछताछ पर उसने बताया कि उसने पटाखे बनाने वाले अपने चाचा अर्शी के यहां रहकर बारूद व बोतल बम बनाने का काम सीखा तथा कुछ जानकारी उसने यू-टयूब व इन्टरनेट के माध्यम से हासिल की थी। एक सवाल पर उसने पुलिस को बताया कि इन टाइमर बोतल बम का कहां प्रयोग करना था, इसके बारे में इमराना ही जानती है।
पूछताछ में उसने बताया कि उसकी मां का नाम नीतू है, जो नेपाल के लाजिमी पार्ट, खरसानी ताल, काठमांडू की रहने वाली हैं। उसने बताया कि उसके पिता नेपाल घूमने गये थे जहां पर उनकी जान-पहचान नीतू से हुई और दोनों ने शादी कर ली।
आरोपी ने बताया कि उसका एक भाई और एक बहन है, जिनका जन्म नेपाल में ही हुआ था। उसकी बहन की शादी नेपाल में ही हुई है तथा उसका भाई अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहकर एमसीआर शॉपिंग स्टोर पर काम करता है। आरोपी की नर्सरी से कक्षा सात तक की पढाई नेपाल में हुई, इसके बाद वह अपने दादा के यहां मुजफ्फरनगर आ गया।(भाषा)