कांग्रेस ने किया धरना-प्रदर्शन

छत्तीसगढ़ संवाददाता कोंडागांव, 19 जून। बलौदाबाजार घटना के विरोध में कांग्रेस ने मंगलवार को कोण्डागांव के जय स्तंभ चौक के पास एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। इस धरना प्रदर्शन के तहत कांग्रेसी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने भाजपा शासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कोण्डागांव में धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कांकेर लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी व प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष बिरेस ठाकुर ने किया है। वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम, उपाध्यक्ष भगवती पटेल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष झुमूक लाल दीवान समेत अन्य पदाधिकारी प्रदर्शन में शामिल रहे। धरना प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस ने आरोप लगाया कि, बलौदाबाजार में जैतखाम अपमान व तोडफ़ोड़ मामले में संतोषप्रद कार्रवाई न होने की स्थिति में सामाजिक संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उग्र प्रदर्शन से जिला कार्यालय एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय सहित परिसर में हुई आगजनी से सैकड़ों की संख्या में दो पहिया चार पहिया वाहन सहित शासकीय सम्पत्ति को क्षति पहुंची है। प्रदेश की भाजपा सरकार की नाकामियों लचर कानून व्यवस्था के चलते जिला मुख्यालय में इस प्रकार की घटना घटित हुई है, जिसका परिणाम जिले की आम जनता एवं निर्दोषजन को भुगतने पर मजबूर होना पड़ रहा है।

कांग्रेस ने  किया धरना-प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ संवाददाता कोंडागांव, 19 जून। बलौदाबाजार घटना के विरोध में कांग्रेस ने मंगलवार को कोण्डागांव के जय स्तंभ चौक के पास एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। इस धरना प्रदर्शन के तहत कांग्रेसी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने भाजपा शासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कोण्डागांव में धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कांकेर लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी व प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष बिरेस ठाकुर ने किया है। वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम, उपाध्यक्ष भगवती पटेल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष झुमूक लाल दीवान समेत अन्य पदाधिकारी प्रदर्शन में शामिल रहे। धरना प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस ने आरोप लगाया कि, बलौदाबाजार में जैतखाम अपमान व तोडफ़ोड़ मामले में संतोषप्रद कार्रवाई न होने की स्थिति में सामाजिक संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उग्र प्रदर्शन से जिला कार्यालय एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय सहित परिसर में हुई आगजनी से सैकड़ों की संख्या में दो पहिया चार पहिया वाहन सहित शासकीय सम्पत्ति को क्षति पहुंची है। प्रदेश की भाजपा सरकार की नाकामियों लचर कानून व्यवस्था के चलते जिला मुख्यालय में इस प्रकार की घटना घटित हुई है, जिसका परिणाम जिले की आम जनता एवं निर्दोषजन को भुगतने पर मजबूर होना पड़ रहा है।