संदेशखाली में यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का मुख्य आरोपी शेख शाहजहां गिरफ्तार

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा के मुख्य आरोपी और तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 53 साल के तृणमूल नेता को उत्तर 24 परगना के मिनाखान इलाके से गिरफ्तार किया गया है। शेख शाहजहां को आज अदालत में पेश किया जाएगा। बता दें कि शेख शाहजहां उस वक्त चर्चा में आया, जब प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम उसके आवास पर छापा मारने पहुंची। वह राशन घोटाले में आरोपी है। ईडी टीम जब उसके घर पहुंची तो उसके 800-1000 समर्थकों ने अफसरों को घेर लिया। भीड़ ने अफसरों पर पर हमला कर दिया। उनकी गाड़ियों पर पथराव किया। जिसमें कई अफसर घायल हो गए। इस बीच मौका पाकर शाहजहां फरार हो गया था। तब से ईडी उसे समन भेज रही है, लेकिन वह सामने नहीं आया। उसकी गिरफ्तारी को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने बंगाल सरकार को आदेश जारी किया था। शेख शाहजहां ईडी के हमले के बाद दूसरी बार चर्चा में उस वक्त आया, जब संदेशखाली की कई महिलाएं सामने आईं। महिलाओं ने शेख शाहजहां पर जमीन कब्जा, यौन उत्पीड़न, जबरन वसूली के आरोप लगाकर प्रदर्शन किया। इसको लेकर भाजपा और टीमएसी के बीच तनाव बढ़ गया। मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा तब बीजेपी डेलिगेशन को संदेशखाली जाने की इजाजत मिली। संदेशखाली की महिलाओं ने सामाजिक-आर्थिक और यौन शोषण का भी आरोप लगाया है। शाहजहां के भाई, शेख सिराजुद्दीन और शेख आलमगीर, और उसके सहयोगी, शिबू हाजरा और उत्तम सरदार, उसके अपराध सिंडिकेट का हिस्सा हैं।

संदेशखाली में यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का मुख्य आरोपी शेख शाहजहां गिरफ्तार
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा के मुख्य आरोपी और तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 53 साल के तृणमूल नेता को उत्तर 24 परगना के मिनाखान इलाके से गिरफ्तार किया गया है। शेख शाहजहां को आज अदालत में पेश किया जाएगा। बता दें कि शेख शाहजहां उस वक्त चर्चा में आया, जब प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम उसके आवास पर छापा मारने पहुंची। वह राशन घोटाले में आरोपी है। ईडी टीम जब उसके घर पहुंची तो उसके 800-1000 समर्थकों ने अफसरों को घेर लिया। भीड़ ने अफसरों पर पर हमला कर दिया। उनकी गाड़ियों पर पथराव किया। जिसमें कई अफसर घायल हो गए। इस बीच मौका पाकर शाहजहां फरार हो गया था। तब से ईडी उसे समन भेज रही है, लेकिन वह सामने नहीं आया। उसकी गिरफ्तारी को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने बंगाल सरकार को आदेश जारी किया था। शेख शाहजहां ईडी के हमले के बाद दूसरी बार चर्चा में उस वक्त आया, जब संदेशखाली की कई महिलाएं सामने आईं। महिलाओं ने शेख शाहजहां पर जमीन कब्जा, यौन उत्पीड़न, जबरन वसूली के आरोप लगाकर प्रदर्शन किया। इसको लेकर भाजपा और टीमएसी के बीच तनाव बढ़ गया। मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा तब बीजेपी डेलिगेशन को संदेशखाली जाने की इजाजत मिली। संदेशखाली की महिलाओं ने सामाजिक-आर्थिक और यौन शोषण का भी आरोप लगाया है। शाहजहां के भाई, शेख सिराजुद्दीन और शेख आलमगीर, और उसके सहयोगी, शिबू हाजरा और उत्तम सरदार, उसके अपराध सिंडिकेट का हिस्सा हैं।