शॉर्ट सर्किट से मुर्गी फॉर्म में आग, हजारों जिंदा जली

छत्तीसगढ़ संवाददाता जशपुरनगर, 11 मार्च। सोमवार को भालुखार मुर्गी फॉर्म में शॉर्ट सर्किट से आग लगने से हजारों चूजे और विभिन्न प्रजाति के मुर्गे-मुर्गियां जिंदा जल गईं। कोतबा के वार्ड क्रमांक 1 भालूखार में पुआल और प्लास्टिक ढंक कर राजेश सोनी नामक युवक तीन-चार साल से मुर्गी फॉर्म संचालित कर रहा था। यहां विभिन्न प्रकार के देशी नस्ल, टर्की और विदेशी नस्ल की मुर्गियां पाली जा रही थी। बताया जा रहा है कि यहां सीसीटीवी भी लगाये गए थे। सोमवार को करीब ग्यारह बजे शॉर्ट सर्किट से आग लग जाने से सभी जलकर खाक हो गए। शशि कुमार यादव ने बताया कि उनका घर के महज चंद दूर मुर्गी फॉर्म है। उन्होंने बताया कि जब आग तेज हुई और मुर्गियां चिल्लाने लगी, उसी आवाज को सुनकर लोग एकत्रित हुये। उन्होंने बताया कि लकड़ी और लोहे के एंगल से चारों ओर पुआल और तिरपाल ढंक कर उसके नीचे चारों ओर लोहे की जाली लगाकर मुर्गियां पाली जाती थी। लेकिन इस घटना में एक भी मुर्गियां बाहर नहीं भाग पाई, सभी जलकर खाक हो गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक यहाँ देखरेख के लिए एक व्यक्ति को रखा गया था। आज जैसे ही वह साफ सफाई कर मुर्गियों को दाना पानी देकर घर निकला, इसी दौरान हवा चली और शॉर्ट सर्किट हुआ। शॉर्ट सर्किट से उत्पन्न आग पुआल में आ गिरा और चारों ओर आग की लपटें फैल गई। वहां कुछ भी चीज नहीं बचा, सब जलकर खाख हो गया है। लोगों का कहना है कि इस घटना में किसी अन्य अपराधी लोगों का हाथ नहीं है। यह शॉर्ट सर्किट से ही फॉर्म में आग लगी है।

शॉर्ट सर्किट से मुर्गी फॉर्म में आग, हजारों जिंदा जली
छत्तीसगढ़ संवाददाता जशपुरनगर, 11 मार्च। सोमवार को भालुखार मुर्गी फॉर्म में शॉर्ट सर्किट से आग लगने से हजारों चूजे और विभिन्न प्रजाति के मुर्गे-मुर्गियां जिंदा जल गईं। कोतबा के वार्ड क्रमांक 1 भालूखार में पुआल और प्लास्टिक ढंक कर राजेश सोनी नामक युवक तीन-चार साल से मुर्गी फॉर्म संचालित कर रहा था। यहां विभिन्न प्रकार के देशी नस्ल, टर्की और विदेशी नस्ल की मुर्गियां पाली जा रही थी। बताया जा रहा है कि यहां सीसीटीवी भी लगाये गए थे। सोमवार को करीब ग्यारह बजे शॉर्ट सर्किट से आग लग जाने से सभी जलकर खाक हो गए। शशि कुमार यादव ने बताया कि उनका घर के महज चंद दूर मुर्गी फॉर्म है। उन्होंने बताया कि जब आग तेज हुई और मुर्गियां चिल्लाने लगी, उसी आवाज को सुनकर लोग एकत्रित हुये। उन्होंने बताया कि लकड़ी और लोहे के एंगल से चारों ओर पुआल और तिरपाल ढंक कर उसके नीचे चारों ओर लोहे की जाली लगाकर मुर्गियां पाली जाती थी। लेकिन इस घटना में एक भी मुर्गियां बाहर नहीं भाग पाई, सभी जलकर खाक हो गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक यहाँ देखरेख के लिए एक व्यक्ति को रखा गया था। आज जैसे ही वह साफ सफाई कर मुर्गियों को दाना पानी देकर घर निकला, इसी दौरान हवा चली और शॉर्ट सर्किट हुआ। शॉर्ट सर्किट से उत्पन्न आग पुआल में आ गिरा और चारों ओर आग की लपटें फैल गई। वहां कुछ भी चीज नहीं बचा, सब जलकर खाख हो गया है। लोगों का कहना है कि इस घटना में किसी अन्य अपराधी लोगों का हाथ नहीं है। यह शॉर्ट सर्किट से ही फॉर्म में आग लगी है।