विजया एकादशी 6 मार्च को, व्रत करने से प्रसन्न होंगी मां लक्ष्मी

हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते हैं लेकिन एकादशी का व्रत बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह के दोनो पक्षों में मनाया जाता है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने का विधान होता है। अभी फाल्गुन मास चल रहा है और इस माह पड़ने वाली एकादशी को विजया एकादशी के नाम से जाना जा रहा है जो कि श्री हरि विष्णु और देवी लक्ष्मी की साधना को समर्पित है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से सुख समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है इस बार विजया एकादशी का व्रत 6 मार्च को किया जाएगा। जो कि फाल्गुन मास की पहली एकादशी है इस दिन पूजा पाठ करने से धन समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है और सारे कष्ट दूर हो जाते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा विजया एकादशी से जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे हैं। आपको बता दें कि विजया एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत पूजन का संकल्प करें। अब पूजन स्थल की अच्छी तरह साफ सफाई करके गंगाजल का छिड़काव करें इसके बाद एक लकड़ी की चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा को स्थापित कर उनकी विधिवत पूजा करें सबसे पहले धूप दीपक जलाएं इसके बाद भगवान का तिलक कर उनके पूजन की सामग्री अर्पित करें साथ ही पीले वस्त्र भी चढ़ाएं। इसके बाद पुष्प अर्पित कर फल और मिष्ठान का भोग लगाएं। इसके बाद भगवान विष्णु की चालीसा और मंत्रों का जाप कर उनकी आरती करें अंत में भूलचूक के लिए भगवान से क्षमा मांगे और अपनी प्रार्थना कहकर प्रसाद सभी में बांट दें। इसके बाद दिनभर उपवास करें माना जाता है कि इस दिन व्रत पूजा करने से लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है जिससे धन धान्य की कमी नहीं रहती है।

विजया एकादशी 6 मार्च को, व्रत करने से प्रसन्न होंगी मां लक्ष्मी
हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते हैं लेकिन एकादशी का व्रत बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह के दोनो पक्षों में मनाया जाता है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने का विधान होता है। अभी फाल्गुन मास चल रहा है और इस माह पड़ने वाली एकादशी को विजया एकादशी के नाम से जाना जा रहा है जो कि श्री हरि विष्णु और देवी लक्ष्मी की साधना को समर्पित है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से सुख समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है इस बार विजया एकादशी का व्रत 6 मार्च को किया जाएगा। जो कि फाल्गुन मास की पहली एकादशी है इस दिन पूजा पाठ करने से धन समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है और सारे कष्ट दूर हो जाते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा विजया एकादशी से जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे हैं। आपको बता दें कि विजया एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत पूजन का संकल्प करें। अब पूजन स्थल की अच्छी तरह साफ सफाई करके गंगाजल का छिड़काव करें इसके बाद एक लकड़ी की चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा को स्थापित कर उनकी विधिवत पूजा करें सबसे पहले धूप दीपक जलाएं इसके बाद भगवान का तिलक कर उनके पूजन की सामग्री अर्पित करें साथ ही पीले वस्त्र भी चढ़ाएं। इसके बाद पुष्प अर्पित कर फल और मिष्ठान का भोग लगाएं। इसके बाद भगवान विष्णु की चालीसा और मंत्रों का जाप कर उनकी आरती करें अंत में भूलचूक के लिए भगवान से क्षमा मांगे और अपनी प्रार्थना कहकर प्रसाद सभी में बांट दें। इसके बाद दिनभर उपवास करें माना जाता है कि इस दिन व्रत पूजा करने से लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है जिससे धन धान्य की कमी नहीं रहती है।