रोहित की कप्तानी में खिलाड़ियों को निखरते देखकर अच्छा लगा : द्रविड़

धर्मशाला, 9 मार्च। बेन स्टोक्स की बैजबॉल शैली के सामने रोहित शर्मा की कप्तानी का उतना चर्चा नहीं था लेकिन भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने खुशी जताई कि खिलाड़ियों ने उसकी कप्तानी में शानदार प्रदर्शन किया । रोहित की कप्तानी में भारत ने कभी बड़े दावे नहीं किये लेकिन बेहतरीन ढंग से उस इंग्लैंड टीम को पांच मैचों की श्रृंखला में 4 . 1 से हराया जिसकी अति आक्रामक बैजबॉल शैली के चर्चे यत्र तत्र सर्वत्र थे । द्रविड़ ने पांचवां टेस्ट जीतने के बाद प्रसारकों से कहा , ऐसी शानदार टीम के साथ काम करना सौभाग्य की बात है । मैं उनसे सीखता रहता हूं । रोहित शानदार कप्तान है और खिलाड़ियों को उसकी कप्तानी में निखरते देखकर अच्छा लगा । द्रविड़ ने कहा कि इस श्रृंखला में कई शानदार पल आये लेकिन निजी आपात स्थिति से रविचंद्रन अश्विन का लौटकर आना और खेलना इस टीम का जज्बा बयां करता है । उन्होंने कहा , अश्विन उन हालात में लौटकर आया और खेला । वह टीम की जीत में योगदान देना चाहता था । यह इस टीम का जज्बा बयां करता है । उन्होंने कहा , मेरे लिये वह श्रृंखला का सबसे बड़ा पल था । एक कोच के रूप में इस तरह का माहौल देखकर खुशी होती है । अश्विन को राजकोट टेस्ट के दूसरे दिन पारिवारिक आपात स्थिति के कारण चेन्नई लौटना पड़ा था लेकिन वह तीसरे टेस्ट के चौथे दिन लौट आये थे । रणजी ट्रॉफी खेलने के बीसीसीआई के निर्देशों का पालन नहीं करने वाले ईशान किशन और श्रेयस अय्यर के लिये दरवाजे बंद होने की अटकलों पर द्रविड़ ने कहा , रोहित और मैं अंतिम एकादश चुनते हैं । कई बार पता भी नहीं होता कि कौन अनुबंधित है और कौन नहीं । किसी के लिये भी दरवाजे बंद नहीं हुए हैं । कुलदीप यादव के शानदार फॉर्म के बाद द्रविड़ ने कहा , उसके लिये कठिन रहा है । वह ऐसे समय में गेंदबाजी कर रहा था जब टीम में दो लीजैंड (अश्विन और रविंद्र जडेजा) खेल रहे हैं । वह एक्स फैक्टर लेकर आता है । उसने अपनी बल्लेबाजी पर भी काफी मेहनत की है जो बोनस है ।(भाषा)

रोहित की कप्तानी में खिलाड़ियों को निखरते देखकर अच्छा लगा : द्रविड़
धर्मशाला, 9 मार्च। बेन स्टोक्स की बैजबॉल शैली के सामने रोहित शर्मा की कप्तानी का उतना चर्चा नहीं था लेकिन भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने खुशी जताई कि खिलाड़ियों ने उसकी कप्तानी में शानदार प्रदर्शन किया । रोहित की कप्तानी में भारत ने कभी बड़े दावे नहीं किये लेकिन बेहतरीन ढंग से उस इंग्लैंड टीम को पांच मैचों की श्रृंखला में 4 . 1 से हराया जिसकी अति आक्रामक बैजबॉल शैली के चर्चे यत्र तत्र सर्वत्र थे । द्रविड़ ने पांचवां टेस्ट जीतने के बाद प्रसारकों से कहा , ऐसी शानदार टीम के साथ काम करना सौभाग्य की बात है । मैं उनसे सीखता रहता हूं । रोहित शानदार कप्तान है और खिलाड़ियों को उसकी कप्तानी में निखरते देखकर अच्छा लगा । द्रविड़ ने कहा कि इस श्रृंखला में कई शानदार पल आये लेकिन निजी आपात स्थिति से रविचंद्रन अश्विन का लौटकर आना और खेलना इस टीम का जज्बा बयां करता है । उन्होंने कहा , अश्विन उन हालात में लौटकर आया और खेला । वह टीम की जीत में योगदान देना चाहता था । यह इस टीम का जज्बा बयां करता है । उन्होंने कहा , मेरे लिये वह श्रृंखला का सबसे बड़ा पल था । एक कोच के रूप में इस तरह का माहौल देखकर खुशी होती है । अश्विन को राजकोट टेस्ट के दूसरे दिन पारिवारिक आपात स्थिति के कारण चेन्नई लौटना पड़ा था लेकिन वह तीसरे टेस्ट के चौथे दिन लौट आये थे । रणजी ट्रॉफी खेलने के बीसीसीआई के निर्देशों का पालन नहीं करने वाले ईशान किशन और श्रेयस अय्यर के लिये दरवाजे बंद होने की अटकलों पर द्रविड़ ने कहा , रोहित और मैं अंतिम एकादश चुनते हैं । कई बार पता भी नहीं होता कि कौन अनुबंधित है और कौन नहीं । किसी के लिये भी दरवाजे बंद नहीं हुए हैं । कुलदीप यादव के शानदार फॉर्म के बाद द्रविड़ ने कहा , उसके लिये कठिन रहा है । वह ऐसे समय में गेंदबाजी कर रहा था जब टीम में दो लीजैंड (अश्विन और रविंद्र जडेजा) खेल रहे हैं । वह एक्स फैक्टर लेकर आता है । उसने अपनी बल्लेबाजी पर भी काफी मेहनत की है जो बोनस है ।(भाषा)