महाशिवरात्रि पर करें शिव के नामों का जाप

सनातन धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन महाशिवरात्रि को बेहद ही खास माना गया है जो कि फाल्गुन मास में पड़ता है इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की विधिवत पूजा की जाती है और व्रत आदि भी रखा जाता है मान्यता है कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है इस बार महाशिवरात्रि का त्योहार 8 मार्च को पड़ रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर ही भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन लोग शिव मंदिर जाकर भगवान की आराधना और भक्ति में लीन रहते हैं और दिनभर व्रत आदि भी रखते हैं लेकिन इसी के साथ ही अगर महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव के नामों का जाप किया जाए तो घर और जीवन में खुशियों का आगमन होता है और कष्ट दूर हो जाते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं भोलेनाथ के प्रिय नाम। शिवपुराण में एकादश रुद्र के नाम- कपाली, पिंगल, भीम, विरुपाक्ष, विलोहित, शास्ता, अजपदा, अहिर्बुध्न्य, शम्भु, चण्ड, और भव के नाम से जाना जाता है। शिव पुराण में उल्लेखित एकादश रुद्र मंत्र ग्यारह विभिन्न मंत्रों का समूह है, जो इस प्रकार है- एकादश रुद्र मंत्र- कपाली - ओम हुमूम सतत्रम्भान्य हं हं ओम फाट फट् पिंगला - ओम श्रीम हिम श्रीमान मंगला पिंगलाया ओम नमः भीम - ॐ ऐं ऐं मनो वंचिता सिद्ध्या ऐं ऐं ॐ विरुपाक्ष - ॐ रुद्रया रोगनाश्या अगच्छा च राम ॐ नम: विलोहित - ॐ श्रीं ह्रीं सं सं ह्रीं श्रीं शंकरशनया ॐ शष्ठ - ॐ ह्रीं ह्रीं सफलयाये सिद्धाए ॐ नम: अजपदा - ॐ श्रीं बं सौ बलवर्धान्य बलेशवार्य रुद्राय फट् ॐ अहिर्बुध्न्य - ॐ ह्रां ह्रीं हं समस्थ ग्रह दोष विनाशाय ॐ शम्भु - ॐ गं ह्लौं श्रौं ग्लौं गं ॐ नम: चण्ड - ॐ चुं चंदीशवार्य तेजस्यय चुं ॐ फट्ट भव - ॐ भवोद भव संभव्यय इष्ट दर्शना ॐ सं ॐ नम:

महाशिवरात्रि पर करें शिव के नामों का जाप
सनातन धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन महाशिवरात्रि को बेहद ही खास माना गया है जो कि फाल्गुन मास में पड़ता है इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की विधिवत पूजा की जाती है और व्रत आदि भी रखा जाता है मान्यता है कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है इस बार महाशिवरात्रि का त्योहार 8 मार्च को पड़ रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर ही भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन लोग शिव मंदिर जाकर भगवान की आराधना और भक्ति में लीन रहते हैं और दिनभर व्रत आदि भी रखते हैं लेकिन इसी के साथ ही अगर महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव के नामों का जाप किया जाए तो घर और जीवन में खुशियों का आगमन होता है और कष्ट दूर हो जाते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं भोलेनाथ के प्रिय नाम। शिवपुराण में एकादश रुद्र के नाम- कपाली, पिंगल, भीम, विरुपाक्ष, विलोहित, शास्ता, अजपदा, अहिर्बुध्न्य, शम्भु, चण्ड, और भव के नाम से जाना जाता है। शिव पुराण में उल्लेखित एकादश रुद्र मंत्र ग्यारह विभिन्न मंत्रों का समूह है, जो इस प्रकार है- एकादश रुद्र मंत्र- कपाली - ओम हुमूम सतत्रम्भान्य हं हं ओम फाट फट् पिंगला - ओम श्रीम हिम श्रीमान मंगला पिंगलाया ओम नमः भीम - ॐ ऐं ऐं मनो वंचिता सिद्ध्या ऐं ऐं ॐ विरुपाक्ष - ॐ रुद्रया रोगनाश्या अगच्छा च राम ॐ नम: विलोहित - ॐ श्रीं ह्रीं सं सं ह्रीं श्रीं शंकरशनया ॐ शष्ठ - ॐ ह्रीं ह्रीं सफलयाये सिद्धाए ॐ नम: अजपदा - ॐ श्रीं बं सौ बलवर्धान्य बलेशवार्य रुद्राय फट् ॐ अहिर्बुध्न्य - ॐ ह्रां ह्रीं हं समस्थ ग्रह दोष विनाशाय ॐ शम्भु - ॐ गं ह्लौं श्रौं ग्लौं गं ॐ नम: चण्ड - ॐ चुं चंदीशवार्य तेजस्यय चुं ॐ फट्ट भव - ॐ भवोद भव संभव्यय इष्ट दर्शना ॐ सं ॐ नम: