मयंक की रफ़्तार से आईपीएल में सभी अचंभित

बेंगलुरु, 3 अप्रैल। पहले दो आईपीएल मैचों में प्लेयर ऑफ़ द मैच, आईपीएल में सबसे अधिक लगातार 155 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंद, लीग के इतिहास की चौथी सबसे तेज़ गेंद (156.7 किमी प्रति घंटा)। 21 साल के मयंक यादव ने लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेलते शनिवार को पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ मैच जिताऊ स्पैल डालने के बाद मंगलवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के ख़िलाफ़ इसको दोहराया। उन्होंने चिन्नास्वामी स्टेडियम में चार ओवर में 14 रन देकर तीन विकेट लेकर बेहतरीन स्पैल डाला, जिसमें ग्लेन मैक्सवेल और कैमरन ग्रीन के विकेट शामिल थे। ये ऐसे बल्लेबाज़ हैं,जो ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिचों पर खेलने के आदी हैं, वहीं एक विकेट रजत पाटीदार का भी इसमें शामिल था। मैच के बाद मयंक ने कहा, दो मैचों में दो प्लेयर ऑफ़ द मैच अवार्ड लेकर अच्छा लग रहा है, लेकिन मैं इससे अधिक खुश हूं कि हम दोनों मैच जीते। मेरा लक्ष्य देश के लिए काफ़ी वर्षों तक अच्छा करना है, जितना मैं कर सकूं। यह बस शुरुआत है मेरा फ़ोकस मेरे मुख़्य लक्ष्य पर है। मयंक ने कहा कि उनका पसंदीदा विकेट ग्रीन का था जो एक तेज़ गेंद पर बीट होकर बोल्ड हो गए और गेंद स्टंप्स से लगकर वन बाउंस बाउंड्री तक पहुंची। मयंक ने कहा, आपको इस गति से गेंदबाज़ी करने के लिए कुछ चीज़ों की ज़रूरत होती है, जैसे डाइट, सोना और ट्रेनिंग। अगर आप इस गति से गेंदबाज़ी करना चाहते हो तो आपको हर चीज़ में सटीक होना जरूरी है। मेरा फ़ोकस मेरी डाइट पर है और साथ ही मेरी रिकवरी पर भी जिसमें आइस बाथ शामिल है। लखनऊ के कप्तान केएल राहुल कीपिंग कर रहे थे और उन्होंने कहा कि मयंक की एक गेंद उनके ग्लव्स पर बहत ही तेज़ लगी थी। राहुल ने कहा, यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है जिस तरह की इन मैचों में मयंक ने गेंदबाज़ी की है। वह शांति से और संयम के साथ डगआउट में बैठकर पिछले दो सीज़न से इंतज़ार कर रहा था। वह पिछला सीज़न चोटिल होने के कारण नहीं खेल सका। लेकिन वह मुंबई में फ़िजियो के साथ रहकर काफ़ी कड़ी मेहनत कर रहा था। वह जानता है कि 155 किमी प्रति घंटा की गति से गेंदबाज़ी करना आसान नहीं है। युवा अवस्था में ही उसको कई चोट लग चुकी हैं। उसका बेहतरीन मिज़ाज़ है और स्टंप्स के पीछे 20 यार्ड से उसको गेंदबाज़ी करते देखने में मज़ा आ रहा है। जहां मैं चाहता हूं वह वहीं गेंदबाज़ी कर रहा है। लखनऊ के ओपनर क्विंटन डिकॉक ने कहा कि मयंक रॉकेट फ़ेंक रहा था। डिकॉक ने कहा, उसको अपनी टीम में देखकर खु़श हूं। वह बहुत ही अच्छी गेंदबाज़ी कर रहा है। आमतौर पर एक युवा के तौर पर इतनी गति के साथ गेंदबाज़ी करने से आप कई चीज़ों में फंस जाते हो। लेकिन वह चीज़ों को बहुत सरल रखते हुए बहुत अच्छा कर रहा है। बेंगलुरु के कप्तान फ़ाफ़ डुप्लेसी ने कहा कि एक युवा तेज़ गेंदबाज़ के नए एक्शन से गेंदबाज़ी करने पर बल्लेबाज़ों को जज करने और समायोजन बैठाने में मुश्किल आती है। डुप्लेसी ने कहा, ख़ासतौर से अगर कुछ अधिक गति इस एक्शन के साथ होती है तो यह बहुत शानदार है। बल्लेबाज़ों को इस तरह के एक्शन के साथ समायोजन बैठाने में कुछ समय लगता है, जिसमें यह देखना होता है कि हाथ से गेंद कहां छूट रही है। मैं उसकी गति को देखकर ख़ासा प्रभावित हूं। लेकिन मैं इससे अधिक प्रभावित उसकी लेंथ पर कंट्रोल को देखकर हूं। वह कंट्रोल लाइन और लेंथ के साथ तेज़ गेंद फ़ेंकता है। (आईएएनएस)

मयंक की रफ़्तार से आईपीएल में सभी अचंभित
बेंगलुरु, 3 अप्रैल। पहले दो आईपीएल मैचों में प्लेयर ऑफ़ द मैच, आईपीएल में सबसे अधिक लगातार 155 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंद, लीग के इतिहास की चौथी सबसे तेज़ गेंद (156.7 किमी प्रति घंटा)। 21 साल के मयंक यादव ने लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेलते शनिवार को पंजाब किंग्स के ख़िलाफ़ मैच जिताऊ स्पैल डालने के बाद मंगलवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के ख़िलाफ़ इसको दोहराया। उन्होंने चिन्नास्वामी स्टेडियम में चार ओवर में 14 रन देकर तीन विकेट लेकर बेहतरीन स्पैल डाला, जिसमें ग्लेन मैक्सवेल और कैमरन ग्रीन के विकेट शामिल थे। ये ऐसे बल्लेबाज़ हैं,जो ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिचों पर खेलने के आदी हैं, वहीं एक विकेट रजत पाटीदार का भी इसमें शामिल था। मैच के बाद मयंक ने कहा, दो मैचों में दो प्लेयर ऑफ़ द मैच अवार्ड लेकर अच्छा लग रहा है, लेकिन मैं इससे अधिक खुश हूं कि हम दोनों मैच जीते। मेरा लक्ष्य देश के लिए काफ़ी वर्षों तक अच्छा करना है, जितना मैं कर सकूं। यह बस शुरुआत है मेरा फ़ोकस मेरे मुख़्य लक्ष्य पर है। मयंक ने कहा कि उनका पसंदीदा विकेट ग्रीन का था जो एक तेज़ गेंद पर बीट होकर बोल्ड हो गए और गेंद स्टंप्स से लगकर वन बाउंस बाउंड्री तक पहुंची। मयंक ने कहा, आपको इस गति से गेंदबाज़ी करने के लिए कुछ चीज़ों की ज़रूरत होती है, जैसे डाइट, सोना और ट्रेनिंग। अगर आप इस गति से गेंदबाज़ी करना चाहते हो तो आपको हर चीज़ में सटीक होना जरूरी है। मेरा फ़ोकस मेरी डाइट पर है और साथ ही मेरी रिकवरी पर भी जिसमें आइस बाथ शामिल है। लखनऊ के कप्तान केएल राहुल कीपिंग कर रहे थे और उन्होंने कहा कि मयंक की एक गेंद उनके ग्लव्स पर बहत ही तेज़ लगी थी। राहुल ने कहा, यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है जिस तरह की इन मैचों में मयंक ने गेंदबाज़ी की है। वह शांति से और संयम के साथ डगआउट में बैठकर पिछले दो सीज़न से इंतज़ार कर रहा था। वह पिछला सीज़न चोटिल होने के कारण नहीं खेल सका। लेकिन वह मुंबई में फ़िजियो के साथ रहकर काफ़ी कड़ी मेहनत कर रहा था। वह जानता है कि 155 किमी प्रति घंटा की गति से गेंदबाज़ी करना आसान नहीं है। युवा अवस्था में ही उसको कई चोट लग चुकी हैं। उसका बेहतरीन मिज़ाज़ है और स्टंप्स के पीछे 20 यार्ड से उसको गेंदबाज़ी करते देखने में मज़ा आ रहा है। जहां मैं चाहता हूं वह वहीं गेंदबाज़ी कर रहा है। लखनऊ के ओपनर क्विंटन डिकॉक ने कहा कि मयंक रॉकेट फ़ेंक रहा था। डिकॉक ने कहा, उसको अपनी टीम में देखकर खु़श हूं। वह बहुत ही अच्छी गेंदबाज़ी कर रहा है। आमतौर पर एक युवा के तौर पर इतनी गति के साथ गेंदबाज़ी करने से आप कई चीज़ों में फंस जाते हो। लेकिन वह चीज़ों को बहुत सरल रखते हुए बहुत अच्छा कर रहा है। बेंगलुरु के कप्तान फ़ाफ़ डुप्लेसी ने कहा कि एक युवा तेज़ गेंदबाज़ के नए एक्शन से गेंदबाज़ी करने पर बल्लेबाज़ों को जज करने और समायोजन बैठाने में मुश्किल आती है। डुप्लेसी ने कहा, ख़ासतौर से अगर कुछ अधिक गति इस एक्शन के साथ होती है तो यह बहुत शानदार है। बल्लेबाज़ों को इस तरह के एक्शन के साथ समायोजन बैठाने में कुछ समय लगता है, जिसमें यह देखना होता है कि हाथ से गेंद कहां छूट रही है। मैं उसकी गति को देखकर ख़ासा प्रभावित हूं। लेकिन मैं इससे अधिक प्रभावित उसकी लेंथ पर कंट्रोल को देखकर हूं। वह कंट्रोल लाइन और लेंथ के साथ तेज़ गेंद फ़ेंकता है। (आईएएनएस)