ब्रिटिश नागरिक अपनी मां से मिलने कार चलाकर लंदन से पुणे पहुंचा

ठाणे, 24 जून। भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विराज मुंगाले ने अपनी मां से मिलने के लिए लंदन से ठाणे तक अपनी एसयूवी कार से एक असाधारण यात्रा पूरी की। विराज ने बताया कि यह सफर पूरा करने के लिए उन्होंने 59 दिनों में 16 देशों की यात्रा की। विराज के अनुसार, उन्होंने 18,300 किलोमीटर की दूरी तय की। उन्होंने बताया कि वह ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, बेल्जियम, पोलैंड, लिथुआनिया, लताविया, एस्टोनिया, रूस, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, चीन, तिब्बत, नेपाल और फिर भारत पहुंचे। इस सफर में उनके साथ नेपाली दोस्त रोशन श्रेष्ठ भी थे, जो नेपाल के काठमांडू तक गए। सत्रह जून को ठाणे पहुंचे विराज ने सप्ताहांत में संवाददाताओं से कहा, मैं प्रतिदिन लगभग 400-600 किलोमीटर कार चलाता था। कभी-कभी 1,000 किमी तक भी कार चलाई, लेकिन हमेशा रात में वाहन चलाने से बचते हुए सुरक्षा को प्राथमिकता दी। विराज ने बताया कि उन्होंने अपनी नौकरी से दो महीने की छुट्टी ली और जिस भी देश से गुजरे, वहां से आवश्यक अनुमति और कानूनी मंजूरी ली। बर्फ और ठंड सहित चरम मौसम की स्थिति उनकी यात्रा में आने वाली चुनौतियों में शुमार रहीं। विराज ने बताया कि वह विमान से ब्रिटेन लौटेंगे और अपनी कार को जहाज से वापस भेजेंगे।(भाषा)

ब्रिटिश नागरिक अपनी मां से मिलने कार चलाकर लंदन से पुणे पहुंचा
ठाणे, 24 जून। भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विराज मुंगाले ने अपनी मां से मिलने के लिए लंदन से ठाणे तक अपनी एसयूवी कार से एक असाधारण यात्रा पूरी की। विराज ने बताया कि यह सफर पूरा करने के लिए उन्होंने 59 दिनों में 16 देशों की यात्रा की। विराज के अनुसार, उन्होंने 18,300 किलोमीटर की दूरी तय की। उन्होंने बताया कि वह ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, बेल्जियम, पोलैंड, लिथुआनिया, लताविया, एस्टोनिया, रूस, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, चीन, तिब्बत, नेपाल और फिर भारत पहुंचे। इस सफर में उनके साथ नेपाली दोस्त रोशन श्रेष्ठ भी थे, जो नेपाल के काठमांडू तक गए। सत्रह जून को ठाणे पहुंचे विराज ने सप्ताहांत में संवाददाताओं से कहा, मैं प्रतिदिन लगभग 400-600 किलोमीटर कार चलाता था। कभी-कभी 1,000 किमी तक भी कार चलाई, लेकिन हमेशा रात में वाहन चलाने से बचते हुए सुरक्षा को प्राथमिकता दी। विराज ने बताया कि उन्होंने अपनी नौकरी से दो महीने की छुट्टी ली और जिस भी देश से गुजरे, वहां से आवश्यक अनुमति और कानूनी मंजूरी ली। बर्फ और ठंड सहित चरम मौसम की स्थिति उनकी यात्रा में आने वाली चुनौतियों में शुमार रहीं। विराज ने बताया कि वह विमान से ब्रिटेन लौटेंगे और अपनी कार को जहाज से वापस भेजेंगे।(भाषा)