पुलिस आरक्षक भर्ती घोटाले में दो और आरोपी गिरफ्तार:मास्टरमाइंड की तलाश जारी, उत्तर प्रदेश से जुड़े हैं रैकेट के तार
पुलिस आरक्षक भर्ती घोटाले में दो और आरोपी गिरफ्तार:मास्टरमाइंड की तलाश जारी, उत्तर प्रदेश से जुड़े हैं रैकेट के तार
मुरैना में चल रहे पुलिस आरक्षक भर्ती घोटाले में पुलिस ने गुरुवार को श्योपुर के विजयपुर से दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में संजीव कुमार और संतोष शर्मा शामिल हैं। पुलिस के अनुसार इस रैकेट के तार उत्तर प्रदेश से जुड़े हुए हैं। पुलिस की टीमें उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हो चुकी हैं। घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द होने की संभावना जताई जा रही है। ये है मामला-
बता दें कि मुरैना में पुलिस आरक्षक भर्ती के दौरान एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया था। कुछ अभ्यर्थी दूसरों की जगह पर फिजिकल टेस्ट देने पहुंच रहे थे। श्योपुर में एक ऑनलाइन किओस्क सेंटर चलाने वाले आरोपी संजीव कुमार ने दुर्गेश जाटव का आधार अपडेट किया था, जिसमें मलखान की फोटो लगाई गई थी। इसके अलावा फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड मनीष शर्मा के भाई संतोष शर्मा ने फर्जी कागजात तैयार करवाए थे। दुर्गेश की जगह मेडिकल देने वाला आरोपी मलखान जाट पहले से गिरफ्तार है। पुलिस जांच में सामने आया है कि इस पूरे फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड मनीष शर्मा है। मनीष शर्मा ने मलखान सिंह के खाते में 3 लाख 50 हजार रुपए ट्रांसफर किए थे। वो मोटी रकम लेकर लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देता था और उत्तर प्रदेश से डुप्लीकेट उम्मीदवारों को लाकर मेडिकल टेस्ट में शामिल कराता था। फर्जी उम्मीदवारों की पहचान जारी
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि मलखान जाट ने और किन-किन अभ्यर्थियों की जगह पर मेडिकल टेस्ट दिया था और क्या वे अभी भी नौकरी कर रहे हैं। साथ ही पुलिस ये भी जांच कर रही है कि इन फर्जी उम्मीदवारों ने लिखित परीक्षा में किस तरह से धोखाधड़ी की थी। दो फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए थे
मुरैना में पुलिस आरक्षक की भर्ती के दौरान मंगलवार को दो फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए थे। भर्ती करने वाले स्टाफ ने फर्जी अभ्यर्थियों के खिलाफ कोतवाली थाने में शाम के समय रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जानकारी के अनुसार मुरैना में SAF की पांचवी बटालियन में पुलिस आरक्षकों की भर्ती चल रही है। इसी दौरान दुर्गेश जाट निवासी मथुरा और मलखान उर्फ रिंकू जाटव निवासी चिन्नौनी के कागजात जांचे गए तो उन पर संदेह हुआ। तत्काल उनकी उंगलियां और अंगूठे की बायोमेट्रिक जांच करवाई गई तो दोनों अभ्यर्थी फर्जी निकले।
मुरैना में चल रहे पुलिस आरक्षक भर्ती घोटाले में पुलिस ने गुरुवार को श्योपुर के विजयपुर से दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में संजीव कुमार और संतोष शर्मा शामिल हैं। पुलिस के अनुसार इस रैकेट के तार उत्तर प्रदेश से जुड़े हुए हैं। पुलिस की टीमें उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हो चुकी हैं। घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द होने की संभावना जताई जा रही है। ये है मामला-
बता दें कि मुरैना में पुलिस आरक्षक भर्ती के दौरान एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया था। कुछ अभ्यर्थी दूसरों की जगह पर फिजिकल टेस्ट देने पहुंच रहे थे। श्योपुर में एक ऑनलाइन किओस्क सेंटर चलाने वाले आरोपी संजीव कुमार ने दुर्गेश जाटव का आधार अपडेट किया था, जिसमें मलखान की फोटो लगाई गई थी। इसके अलावा फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड मनीष शर्मा के भाई संतोष शर्मा ने फर्जी कागजात तैयार करवाए थे। दुर्गेश की जगह मेडिकल देने वाला आरोपी मलखान जाट पहले से गिरफ्तार है। पुलिस जांच में सामने आया है कि इस पूरे फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड मनीष शर्मा है। मनीष शर्मा ने मलखान सिंह के खाते में 3 लाख 50 हजार रुपए ट्रांसफर किए थे। वो मोटी रकम लेकर लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देता था और उत्तर प्रदेश से डुप्लीकेट उम्मीदवारों को लाकर मेडिकल टेस्ट में शामिल कराता था। फर्जी उम्मीदवारों की पहचान जारी
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि मलखान जाट ने और किन-किन अभ्यर्थियों की जगह पर मेडिकल टेस्ट दिया था और क्या वे अभी भी नौकरी कर रहे हैं। साथ ही पुलिस ये भी जांच कर रही है कि इन फर्जी उम्मीदवारों ने लिखित परीक्षा में किस तरह से धोखाधड़ी की थी। दो फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए थे
मुरैना में पुलिस आरक्षक की भर्ती के दौरान मंगलवार को दो फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए थे। भर्ती करने वाले स्टाफ ने फर्जी अभ्यर्थियों के खिलाफ कोतवाली थाने में शाम के समय रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जानकारी के अनुसार मुरैना में SAF की पांचवी बटालियन में पुलिस आरक्षकों की भर्ती चल रही है। इसी दौरान दुर्गेश जाट निवासी मथुरा और मलखान उर्फ रिंकू जाटव निवासी चिन्नौनी के कागजात जांचे गए तो उन पर संदेह हुआ। तत्काल उनकी उंगलियां और अंगूठे की बायोमेट्रिक जांच करवाई गई तो दोनों अभ्यर्थी फर्जी निकले।