प्रशांत कुमार मिश्रा ने स्टूडेंट एसेज़ ऑन लॉ एंड साइंसेज पुस्तक का किया विमोचन

रायपुर। हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी प्रेस ने छात्रों के निबंधों का संपादित संस्करण 'स्टूडेंट एसेज़ ऑन लॉ एंड साइंसेज' नामक पुस्तक प्रकाशित किया है। पुस्तक का विमोचन 30 मार्च, 2024 को न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा, न्यायाधीश, उच्चतम न्यायालय द्वारा किया गया। इस अवसर पर न्यायमूर्ति संजय के. अग्रवाल, न्यायाधीश, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय , प्रफुल्ल भारत, छत्तीसगढ़ के महाधिवक्ता; प्रो. (डॉ.) रणबीर सिंह, प्रो-चांसलर, आईआईएलएम विश्वविद्यालय; रजनीश श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव, विधि और विधिक कार्य विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार; प्रो. (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन, कुलपति, एचएनएलयू रायपुर, ईसी सदस्य और प्राध्यापक भी उपस्थित थे। यह पुस्तक एचएनएलयू के सेंटर फॉर लॉ एंड साइंसेज और सेंटर फॉर प्राइवेसी एंड डेटा प्रोटेक्शन द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की निबंध लेखन प्रतियोगिता के श्रेष्ठ निबंधों का संकलन है। 'क्या लॉ ही अंतिम विज्ञान है?' विषय पर आयोजित प्रतियोगिता ने देश भर के छात्रों को विधिक अध्ययन और वैज्ञानिक क्षेत्र के बीच जटिल संबंधों का पता लगाने लिए प्रेरित किया। प्रतियोगिता के उन उत्कृष्ट निबंधों को जो अध्ययन के इन दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों के बीच विकसित हो रहे परस्पर क्रिया पर ताज़ा अंतर्दृष्टि और दृष्टिकोण प्रदान करता है इस संपादित अंक में संकलित किया गया है। यह पुस्तक हाल ही में आयोजित निबंध लेखन प्रतियोगिता के चयनित निबंधों पर आधारित है। रिदम शर्मा को बतौर प्रथम पुरस्कार 10,000/- रुपये और सुश्री सौम्या सोनी और श्री आदित्य भूरा को द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के रूप में 7,500/- एवं रु. क्रमशः 5,000/- नकद राशि दी गयी। पुस्तक का संपादन एचएनएलयू में क्रमशः सेंटर फॉर लॉ एंड साइंस और सेंटर फॉर प्राइवेसी एंड डेटा प्रोटेक्शन के प्रमुख डॉ. देबमिता मंडल और डॉ. प्रियंका धर द्वारा किया गया।

प्रशांत कुमार मिश्रा ने स्टूडेंट एसेज़ ऑन लॉ एंड साइंसेज पुस्तक का किया विमोचन
रायपुर। हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी प्रेस ने छात्रों के निबंधों का संपादित संस्करण 'स्टूडेंट एसेज़ ऑन लॉ एंड साइंसेज' नामक पुस्तक प्रकाशित किया है। पुस्तक का विमोचन 30 मार्च, 2024 को न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा, न्यायाधीश, उच्चतम न्यायालय द्वारा किया गया। इस अवसर पर न्यायमूर्ति संजय के. अग्रवाल, न्यायाधीश, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय , प्रफुल्ल भारत, छत्तीसगढ़ के महाधिवक्ता; प्रो. (डॉ.) रणबीर सिंह, प्रो-चांसलर, आईआईएलएम विश्वविद्यालय; रजनीश श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव, विधि और विधिक कार्य विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार; प्रो. (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन, कुलपति, एचएनएलयू रायपुर, ईसी सदस्य और प्राध्यापक भी उपस्थित थे। यह पुस्तक एचएनएलयू के सेंटर फॉर लॉ एंड साइंसेज और सेंटर फॉर प्राइवेसी एंड डेटा प्रोटेक्शन द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की निबंध लेखन प्रतियोगिता के श्रेष्ठ निबंधों का संकलन है। 'क्या लॉ ही अंतिम विज्ञान है?' विषय पर आयोजित प्रतियोगिता ने देश भर के छात्रों को विधिक अध्ययन और वैज्ञानिक क्षेत्र के बीच जटिल संबंधों का पता लगाने लिए प्रेरित किया। प्रतियोगिता के उन उत्कृष्ट निबंधों को जो अध्ययन के इन दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों के बीच विकसित हो रहे परस्पर क्रिया पर ताज़ा अंतर्दृष्टि और दृष्टिकोण प्रदान करता है इस संपादित अंक में संकलित किया गया है। यह पुस्तक हाल ही में आयोजित निबंध लेखन प्रतियोगिता के चयनित निबंधों पर आधारित है। रिदम शर्मा को बतौर प्रथम पुरस्कार 10,000/- रुपये और सुश्री सौम्या सोनी और श्री आदित्य भूरा को द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के रूप में 7,500/- एवं रु. क्रमशः 5,000/- नकद राशि दी गयी। पुस्तक का संपादन एचएनएलयू में क्रमशः सेंटर फॉर लॉ एंड साइंस और सेंटर फॉर प्राइवेसी एंड डेटा प्रोटेक्शन के प्रमुख डॉ. देबमिता मंडल और डॉ. प्रियंका धर द्वारा किया गया।