नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के 3900 मीटर लंबा रनवे का काम पूरा हुआ

जल्द होगा ट्रायल रन नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर का 3900 मीटर लंबा रनवे बनकर तैयार हो गया. अब विमानों को उतारने का ट्रायल शुरू हो सकता है. अब एयरपोर्ट में रडार सिस्टम समेत अन्य तकनीकी उपकरण लगाए जा रहे हैं. एयरपोर्ट का कार्य 80 प्रतिशत पूरा हो गया है. सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि दो दिन पहले लखनऊ में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अथॉरिटी लिमिटेड की बोर्ड बैठक हुई थी, जिसमें यमुना प्राधिकरण ने एयरपोर्ट की प्रगति रिपोर्ट को प्रस्तुत किया था. प्राधिकरण ने बताया कि उड़ानों से संबंधित उपकरण लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. टर्मिनल बिल्डिंग का ढांचा बनकर तैयार है. एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टावर का काम भी लगभग पूरा होने को है. बिल्डिंग में शीशे लगाने का काम चल रहा है. साथ ही, टावर के लिए जरूरी मशीन, तकनीक और उपकरणों की खरीद कर ली गई है. एयरपोर्ट के प्रथम चरण को पूरा करने के लिए 10,056 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया था, जिसमें से 7371 करोड़ रुपये अब तक खर्च किए जा चुके हैं. रडार का काम 30 अगस्त तक पूरा करने का लक्ष्य है. सर्विलांस रडार का काम अक्तूबर तक होगा: एयरपोर्ट से 29 सितंबर को उड़ान शुरू होना प्रस्तावित है. एयरपोर्ट सर्विलांस रडार का काम अक्टूबर 24 तक पूरा होगा. अभी रडार सिस्टम स्थापित नहीं है. इसकी खरीद रूस से होनी है. डील पूरी हो चुकी है. बस रडार सिस्टम के भारत आने की देरी है. चुनाव को देखते हुए यह कार्य अक्टूबर तक पूरा होगा, लेकिन बिना रडार के भी 50-60 उड़ान शुरू की जा सकती हैं.

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के 3900 मीटर लंबा रनवे का काम पूरा हुआ
जल्द होगा ट्रायल रन नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर का 3900 मीटर लंबा रनवे बनकर तैयार हो गया. अब विमानों को उतारने का ट्रायल शुरू हो सकता है. अब एयरपोर्ट में रडार सिस्टम समेत अन्य तकनीकी उपकरण लगाए जा रहे हैं. एयरपोर्ट का कार्य 80 प्रतिशत पूरा हो गया है. सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि दो दिन पहले लखनऊ में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अथॉरिटी लिमिटेड की बोर्ड बैठक हुई थी, जिसमें यमुना प्राधिकरण ने एयरपोर्ट की प्रगति रिपोर्ट को प्रस्तुत किया था. प्राधिकरण ने बताया कि उड़ानों से संबंधित उपकरण लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. टर्मिनल बिल्डिंग का ढांचा बनकर तैयार है. एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टावर का काम भी लगभग पूरा होने को है. बिल्डिंग में शीशे लगाने का काम चल रहा है. साथ ही, टावर के लिए जरूरी मशीन, तकनीक और उपकरणों की खरीद कर ली गई है. एयरपोर्ट के प्रथम चरण को पूरा करने के लिए 10,056 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया था, जिसमें से 7371 करोड़ रुपये अब तक खर्च किए जा चुके हैं. रडार का काम 30 अगस्त तक पूरा करने का लक्ष्य है. सर्विलांस रडार का काम अक्तूबर तक होगा: एयरपोर्ट से 29 सितंबर को उड़ान शुरू होना प्रस्तावित है. एयरपोर्ट सर्विलांस रडार का काम अक्टूबर 24 तक पूरा होगा. अभी रडार सिस्टम स्थापित नहीं है. इसकी खरीद रूस से होनी है. डील पूरी हो चुकी है. बस रडार सिस्टम के भारत आने की देरी है. चुनाव को देखते हुए यह कार्य अक्टूबर तक पूरा होगा, लेकिन बिना रडार के भी 50-60 उड़ान शुरू की जा सकती हैं.