डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर HNLU में होगा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

रायपुर। हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय 14 अप्रैल 2024 को एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (वर्चुअल मोड) का आयोजन कर रहा है. यह कार्यक्रम भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. बी.आर. अंबेडकर की जन्मशती की स्मृति में है. सम्मेलन का विषय विकसित भारत @2047 के परिप्रेक्ष्य में सामाजिक न्याय के पहलू: डॉ. बी.आर. अंबेडकर की विरासत की उपादेयता है. यह सम्मेलन डॉ. अंबेडकर द्वारा धारण किए गए सामाजिक न्याय के बहुपक्षीय आयामों को प्रसारित करने और उनके सिद्धांतों की खोज करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और यह प्रयास है कि उनके सिद्धांत 2047 तक एक वास्तविक विकसित और समान भारत का निर्माण करने के लिए कैसे मार्गदर्शित कर सकते हैं. कार्यक्रम विद्यार्थियों, स्कॉलर्स, और प्रोफेशनल्स के लिए खुला है ताकि वे कार्यक्रम में भाग लेकर और उनके पेपर्स को प्रस्तुत करके एकाडमिक संसाधनों को समृद्ध कर सकेंगे. कार्यक्रम को रिसर्च हब एंड स्पोक (आर-हैज) मॉडल के अंतर्गत सेंटर फॉर लॉ एंड पब्लिक हेल्थ , सेंटर फॉर इंफ्रास्ट्रक्चर लॉ , सेंटर फॉर लॉ एंड इंडिजिनस पीपल, और सेंटर फॉर लॉ एंड लैंग्वेज के संयुक्त तत्वावधान में संचालित किया जा रहा है. एब्सट्रैक्ट्स तथा फुल पेपर की सबमिशन के लिए समय सीमा 2 अप्रैल और 12 अप्रैल 2024 के बीच है. प्रतिभागी 10 अप्रैल 2024 या उससे पहले ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं.

डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर HNLU में होगा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
रायपुर। हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय 14 अप्रैल 2024 को एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (वर्चुअल मोड) का आयोजन कर रहा है. यह कार्यक्रम भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. बी.आर. अंबेडकर की जन्मशती की स्मृति में है. सम्मेलन का विषय विकसित भारत @2047 के परिप्रेक्ष्य में सामाजिक न्याय के पहलू: डॉ. बी.आर. अंबेडकर की विरासत की उपादेयता है. यह सम्मेलन डॉ. अंबेडकर द्वारा धारण किए गए सामाजिक न्याय के बहुपक्षीय आयामों को प्रसारित करने और उनके सिद्धांतों की खोज करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और यह प्रयास है कि उनके सिद्धांत 2047 तक एक वास्तविक विकसित और समान भारत का निर्माण करने के लिए कैसे मार्गदर्शित कर सकते हैं. कार्यक्रम विद्यार्थियों, स्कॉलर्स, और प्रोफेशनल्स के लिए खुला है ताकि वे कार्यक्रम में भाग लेकर और उनके पेपर्स को प्रस्तुत करके एकाडमिक संसाधनों को समृद्ध कर सकेंगे. कार्यक्रम को रिसर्च हब एंड स्पोक (आर-हैज) मॉडल के अंतर्गत सेंटर फॉर लॉ एंड पब्लिक हेल्थ , सेंटर फॉर इंफ्रास्ट्रक्चर लॉ , सेंटर फॉर लॉ एंड इंडिजिनस पीपल, और सेंटर फॉर लॉ एंड लैंग्वेज के संयुक्त तत्वावधान में संचालित किया जा रहा है. एब्सट्रैक्ट्स तथा फुल पेपर की सबमिशन के लिए समय सीमा 2 अप्रैल और 12 अप्रैल 2024 के बीच है. प्रतिभागी 10 अप्रैल 2024 या उससे पहले ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं.