जमीन बेचने से मना किया तो घर की बाड़ी में ही मार डाला

इकलौते बेटे ने ली पिता की जान छत्तीसगढ़ संवाददाता बलौदाबाजार, 17 मार्च। बुरी संगत और बुरी आदतों के चलते कर्ज के बोझ तले दबे बेटे ने जमीन बेचने से इंकार करने पर पिता की जान ले ली। मामला बलौदाबाजार सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम रिसदा का है। उल्लेखनीय है कि, शुक्रवार की सुबह कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि, रिसदा का रहने वाला चिंताराम वर्मा अपनी बाड़ी में बने शौचालय के पास मृत अवस्था में पड़ा है। उसके सिर और कंधे पर चोट के निशान हैं। इस पर तत्काल कोतवाली पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस की टीम ने देखा कि, 65 वर्षीय बुजुर्ग चिंताराम वर्मा अपने मकान से लगे बड़ी के पास शौचालय के समीप सीढिय़ों पर खून से लथपथ पड़ा हुआ है। प्रथम दृष्ट्या यह मामला हत्या का प्रतीत हो रहा था। क्योंकि बुजुर्ग के सिर पर किसी वजनी ठोस चीज से प्रहार कर उसकी हत्या की गई थी। साथ ही उसके गले और अन्य जगहों पर खरोच चोट के निशान भी दिखाई दे रहे थे। पास ही खून से सने हुए कपड़े एवं बाल्टी रखी हुई थी। बाड़ी में ही उसके घसीटे जाने के निशान स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे। जमीन बेचने से मना करने पर मार डाला मृतक बुजुर्ग के इकलौता बेटे जितेंद्र वर्मा (36 वर्ष) को संदेह के आधार पर पुलिस ने हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। तब पता चला कि, जितेंद्र कुमार वर्मा बुरी संगति की वजह से कर्ज में डूबा हुआ था। कुछ समय पूर्व अपनी कुछ जमीन बेचकर कर्ज का पैसा चुकाया था, लेकिन उसका कुछ और रुपए का कजऱ् बाकी था। उसे पैसे की आवश्यकता थी, जिसके लिए उसने अपने हिस्से की जमीन बेचने की बात अपने पिता से कही। लेकिन पिता ने जमीन बेचने से इंकार कर दिया। हत्या कर हादसे का रूप देने की कोशिश पुत्र जितेंद्र कुमार वर्मा ने शुक्रवार की सुबह 5 बजे जब उसके पिता शौच के लिए उठे, तब उसने बाड़ी में छिपकर किसी भारी चीज से पिता के सिर पर जोरदार प्रहार किया। उसके पिता लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े एवं उनकी मौत हो गई। अपने पिता की हत्या करने के बाद आरोपी पुत्र ने घटना को हादसे का रूप देने के लिए एवं पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य पिता के शव को 50 मीटर दूर शौचालय के समय सीढिय़ों के पास ले जाकर रख दिया, जिससे ऐसा प्रतीत हो कि पिता की मृत्यु सीढिय़ों से गिरने की वजह से हुई है। पुलिस की सख्ती से टूटा हत्यारा बेटा पुलिस जब जांच के लिए पहुंची तो बेटा पुलिस और मीडिया को भी गुमराह करने के लिए अनजान बना रहा। वह बार-बार कहता था, मेरे पिता की किसी से दुश्मनी नहीं थी। किसी अज्ञात लोगों ने मेरे पिता को मार डाला। इसको लेकर उसने मीडिया के सामने अपना बयान भी दिया। लेकिन पुलिस की सख्ती के सामने उसका झूठ ज्यादा देर तक नहीं टिक पाया। उसने अपने पिता की हत्या की बात कबूल कर ली। जिस पर थाना सिटी कोतवाली पुलिस ने उसकी मां कुमारी बाई वर्मा की शिकायत पर उसे धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है। पत्नी ने छोड़ दिया है साथ ज्ञात हो कि, आरोपी जितेंद्र कुमार वर्मा अपने इकलौता बेटा था। उसकी चार बहनें हैं, जिनकी शादियां हो चुकी हैं और वह स्वयं भी विवाहित है। जितेंद्र वर्मा की मां ने बताया कि, उसका पुत्र अलग रहता था। वह एक अर्धशासकीय नौकरी में था, लेकिन वहां से भी निलंबित हो चुका था। 6-7 माह पूर्व उसकी पत्नी भी उसे इन्हीं आदतों की वजह से छोडक़र जा चुकी है। लेकिन पैसों के लालच में अंधा होकर उसने इस जघन्य हत्या को अंजाम दिया।

जमीन बेचने से मना किया तो घर की बाड़ी में ही मार डाला
इकलौते बेटे ने ली पिता की जान छत्तीसगढ़ संवाददाता बलौदाबाजार, 17 मार्च। बुरी संगत और बुरी आदतों के चलते कर्ज के बोझ तले दबे बेटे ने जमीन बेचने से इंकार करने पर पिता की जान ले ली। मामला बलौदाबाजार सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम रिसदा का है। उल्लेखनीय है कि, शुक्रवार की सुबह कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि, रिसदा का रहने वाला चिंताराम वर्मा अपनी बाड़ी में बने शौचालय के पास मृत अवस्था में पड़ा है। उसके सिर और कंधे पर चोट के निशान हैं। इस पर तत्काल कोतवाली पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस की टीम ने देखा कि, 65 वर्षीय बुजुर्ग चिंताराम वर्मा अपने मकान से लगे बड़ी के पास शौचालय के समीप सीढिय़ों पर खून से लथपथ पड़ा हुआ है। प्रथम दृष्ट्या यह मामला हत्या का प्रतीत हो रहा था। क्योंकि बुजुर्ग के सिर पर किसी वजनी ठोस चीज से प्रहार कर उसकी हत्या की गई थी। साथ ही उसके गले और अन्य जगहों पर खरोच चोट के निशान भी दिखाई दे रहे थे। पास ही खून से सने हुए कपड़े एवं बाल्टी रखी हुई थी। बाड़ी में ही उसके घसीटे जाने के निशान स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे। जमीन बेचने से मना करने पर मार डाला मृतक बुजुर्ग के इकलौता बेटे जितेंद्र वर्मा (36 वर्ष) को संदेह के आधार पर पुलिस ने हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। तब पता चला कि, जितेंद्र कुमार वर्मा बुरी संगति की वजह से कर्ज में डूबा हुआ था। कुछ समय पूर्व अपनी कुछ जमीन बेचकर कर्ज का पैसा चुकाया था, लेकिन उसका कुछ और रुपए का कजऱ् बाकी था। उसे पैसे की आवश्यकता थी, जिसके लिए उसने अपने हिस्से की जमीन बेचने की बात अपने पिता से कही। लेकिन पिता ने जमीन बेचने से इंकार कर दिया। हत्या कर हादसे का रूप देने की कोशिश पुत्र जितेंद्र कुमार वर्मा ने शुक्रवार की सुबह 5 बजे जब उसके पिता शौच के लिए उठे, तब उसने बाड़ी में छिपकर किसी भारी चीज से पिता के सिर पर जोरदार प्रहार किया। उसके पिता लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े एवं उनकी मौत हो गई। अपने पिता की हत्या करने के बाद आरोपी पुत्र ने घटना को हादसे का रूप देने के लिए एवं पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य पिता के शव को 50 मीटर दूर शौचालय के समय सीढिय़ों के पास ले जाकर रख दिया, जिससे ऐसा प्रतीत हो कि पिता की मृत्यु सीढिय़ों से गिरने की वजह से हुई है। पुलिस की सख्ती से टूटा हत्यारा बेटा पुलिस जब जांच के लिए पहुंची तो बेटा पुलिस और मीडिया को भी गुमराह करने के लिए अनजान बना रहा। वह बार-बार कहता था, मेरे पिता की किसी से दुश्मनी नहीं थी। किसी अज्ञात लोगों ने मेरे पिता को मार डाला। इसको लेकर उसने मीडिया के सामने अपना बयान भी दिया। लेकिन पुलिस की सख्ती के सामने उसका झूठ ज्यादा देर तक नहीं टिक पाया। उसने अपने पिता की हत्या की बात कबूल कर ली। जिस पर थाना सिटी कोतवाली पुलिस ने उसकी मां कुमारी बाई वर्मा की शिकायत पर उसे धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है। पत्नी ने छोड़ दिया है साथ ज्ञात हो कि, आरोपी जितेंद्र कुमार वर्मा अपने इकलौता बेटा था। उसकी चार बहनें हैं, जिनकी शादियां हो चुकी हैं और वह स्वयं भी विवाहित है। जितेंद्र वर्मा की मां ने बताया कि, उसका पुत्र अलग रहता था। वह एक अर्धशासकीय नौकरी में था, लेकिन वहां से भी निलंबित हो चुका था। 6-7 माह पूर्व उसकी पत्नी भी उसे इन्हीं आदतों की वजह से छोडक़र जा चुकी है। लेकिन पैसों के लालच में अंधा होकर उसने इस जघन्य हत्या को अंजाम दिया।