गृह दोष के साथ विवाह में आ रही बाधा भी दूर करती है हल्दी की गांठ

चमत्कारी है ये उपाय किचन में मसाले के रूप में उपयोग की जाने वाली हल्दी औषधीय गुणों से भी भरपूर होती है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में भी हल्दी को बहुत उपयोगी बताया गया है। पंडित प्रभु दयाल दीक्षित के मुताबिक, हल्दी की गांठ से जुड़े कुछ उपाय जीवन में कई तरह की बाधाओं को दूर करने में मददगार होते हैं। यदि आपके बेटे या बेटी के विवाह में देरी हो रही है। कुंडली में बंधन दोष, पितृ दोष या मांगलिक दोष के कारण विवाह में बाधा आ रही है तो गुरुवार को सुबह जल्दी ब्रह्म मुहूर्त में उठे और स्नान आदि के बाद साफ वस्त्र धारण करें और पीले रंग के आसन पर बैठकर ध्यान करें। आखिर में तुलसी के पौधे के पास हल्दी की गांठ छोड़ दें और गंगाजल के छिड़क दें। कई लोगों के विवाह में देरी पितृ दोष के कारण भी होती है। पितृ दोष को दूर करने के लिए भी हल्दी की गांठ से जुड़े उपाय कर सकते हैं। इसके लिए हल्दी की गांठ को पीसकर भगवान लक्ष्मीनारायण को इसका तिलक रोज लगाना चाहिए। पूजा के बाद यह तिलक आपको खुद को भी लगाना चाहिए। इससे कुंडली के दोष खत्म होते हैं और विवाह में आ रही बाधा दूर हो जाती है। बृहस्पति बीज मंत्र का जाप- देवगुरु बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए बीज मंत्र की तीन माला का जाप करें। ॐ बृं बृहस्पतये नम: का जाप करने से भी विवाह में आ रही बाधा दूर हो जाती है।

गृह दोष के साथ विवाह में आ रही बाधा भी दूर करती है हल्दी की गांठ
चमत्कारी है ये उपाय किचन में मसाले के रूप में उपयोग की जाने वाली हल्दी औषधीय गुणों से भी भरपूर होती है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में भी हल्दी को बहुत उपयोगी बताया गया है। पंडित प्रभु दयाल दीक्षित के मुताबिक, हल्दी की गांठ से जुड़े कुछ उपाय जीवन में कई तरह की बाधाओं को दूर करने में मददगार होते हैं। यदि आपके बेटे या बेटी के विवाह में देरी हो रही है। कुंडली में बंधन दोष, पितृ दोष या मांगलिक दोष के कारण विवाह में बाधा आ रही है तो गुरुवार को सुबह जल्दी ब्रह्म मुहूर्त में उठे और स्नान आदि के बाद साफ वस्त्र धारण करें और पीले रंग के आसन पर बैठकर ध्यान करें। आखिर में तुलसी के पौधे के पास हल्दी की गांठ छोड़ दें और गंगाजल के छिड़क दें। कई लोगों के विवाह में देरी पितृ दोष के कारण भी होती है। पितृ दोष को दूर करने के लिए भी हल्दी की गांठ से जुड़े उपाय कर सकते हैं। इसके लिए हल्दी की गांठ को पीसकर भगवान लक्ष्मीनारायण को इसका तिलक रोज लगाना चाहिए। पूजा के बाद यह तिलक आपको खुद को भी लगाना चाहिए। इससे कुंडली के दोष खत्म होते हैं और विवाह में आ रही बाधा दूर हो जाती है। बृहस्पति बीज मंत्र का जाप- देवगुरु बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए बीज मंत्र की तीन माला का जाप करें। ॐ बृं बृहस्पतये नम: का जाप करने से भी विवाह में आ रही बाधा दूर हो जाती है।