खस्ताहाल सडक़, महिलाओं ने किया चक्काजाम

छत्तीसगढ़ संवाददाता रायगढ़, 29 सितंबर। जिले के तमनार ब्लाक की खस्ताहाल सडक़ों से क्षेत्र की जनता त्रस्त हो चुकी है। जर्जर और कीचड़ युक्त सडक़ पर चल पाना मुश्किल हो गया है। सलिहाभांठा से मिलुपारा तक की सडक़ की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। लेकिन मजबूरन लोगों को जान हथेली पर रखकर सडक़ से गुजरना पड़ रहा है। ग्रामीणों द्वारा सडक़ बनवाने के लिए शासन- प्रशासन से लगातार गुहार लगाई जा रही हैं, लेकिन सडक़ की समस्या दूर होते नहीं दिख रही। खम्हरिया,गारे में चक्काजाम होने के बाद आज हुंकराडिपा की महिलाएं भी सडक़ मरम्मत को लेकर चौक में सडक़ पर कुर्सी लगाकर बैठ गईं। जिससे चैक से होकर गुजरने वाली भारी गाडिय़ां रुक गई। मामले की जानकारी मिलने पर तमनार पुलिस और जेएसपी प्रबंधन कर्मी मौके पर पहुंचे। जहां घंटो समझाइश के बाद महिलाओं ने चक्काजाम खोला। सडक़ के लिए सडक़ पर बैठी महिलाओं को जेएसपी कंपनी द्वारा सडक़ मरम्मत के लिए लिखित तौर पर आश्वासन दिया गया। कंपनी प्रमुखों के द्वारा हुंकराडिपा चौक से लेकर ओपी जिंदल स्कूल तक आगामी 5 अक्टूबर तक सडक़ मरम्मत करने की बात लिखित तौर पर कही गई है। प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने यह स्पष्ट किया है कि अगर हफ्ते भर के अंदर सडक़ मरम्मत नहीं की जाती है, तो दोबारा सडक़ जाम कर प्रदर्शन करेंगे। हुंकराडिपा चौक से बंजारी मंदिर मिलुपारा की लगभग 7.5 किलोमीटर तक कि सडक़ निर्माण व मरम्मत की जिम्मेदारी शारडा एनर्जी, जिंदल स्टील एंड पावर, छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जेनरेशन और अंबुजा सीमेंट लिमिटेड को दी गई है। साथ ही साथ 15 अक्टूबर से पक्की सडक़ बनाने का काम शुरू हो जाने की बात भी प्रशासन की ओर से कही गई है। पक्की सडक़ न बनते तक उक्त कंपनियों को लगातार सडक़ मरम्मत कार्य करने को कहा गया है। लेकिन कंपनियों के द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है। प्रशासन की ओर से भी कोई मॉनिटरिंग नहीं की जा रही। जब की गारे चक्का जाम के दौरान एसडीम और सीएसपी द्वारा खुद सडक़ की मॉनिटरिंग करने की बात कही गई थी। लेकिन ऐसा कुछ अब देखने को नहीं मिल रहा। सडक़ की स्थिति फिर जस के तस होने को है।

खस्ताहाल सडक़, महिलाओं ने किया चक्काजाम

छत्तीसगढ़ संवाददाता रायगढ़, 29 सितंबर। जिले के तमनार ब्लाक की खस्ताहाल सडक़ों से क्षेत्र की जनता त्रस्त हो चुकी है। जर्जर और कीचड़ युक्त सडक़ पर चल पाना मुश्किल हो गया है। सलिहाभांठा से मिलुपारा तक की सडक़ की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। लेकिन मजबूरन लोगों को जान हथेली पर रखकर सडक़ से गुजरना पड़ रहा है। ग्रामीणों द्वारा सडक़ बनवाने के लिए शासन- प्रशासन से लगातार गुहार लगाई जा रही हैं, लेकिन सडक़ की समस्या दूर होते नहीं दिख रही। खम्हरिया,गारे में चक्काजाम होने के बाद आज हुंकराडिपा की महिलाएं भी सडक़ मरम्मत को लेकर चौक में सडक़ पर कुर्सी लगाकर बैठ गईं। जिससे चैक से होकर गुजरने वाली भारी गाडिय़ां रुक गई। मामले की जानकारी मिलने पर तमनार पुलिस और जेएसपी प्रबंधन कर्मी मौके पर पहुंचे। जहां घंटो समझाइश के बाद महिलाओं ने चक्काजाम खोला। सडक़ के लिए सडक़ पर बैठी महिलाओं को जेएसपी कंपनी द्वारा सडक़ मरम्मत के लिए लिखित तौर पर आश्वासन दिया गया। कंपनी प्रमुखों के द्वारा हुंकराडिपा चौक से लेकर ओपी जिंदल स्कूल तक आगामी 5 अक्टूबर तक सडक़ मरम्मत करने की बात लिखित तौर पर कही गई है। प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने यह स्पष्ट किया है कि अगर हफ्ते भर के अंदर सडक़ मरम्मत नहीं की जाती है, तो दोबारा सडक़ जाम कर प्रदर्शन करेंगे। हुंकराडिपा चौक से बंजारी मंदिर मिलुपारा की लगभग 7.5 किलोमीटर तक कि सडक़ निर्माण व मरम्मत की जिम्मेदारी शारडा एनर्जी, जिंदल स्टील एंड पावर, छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जेनरेशन और अंबुजा सीमेंट लिमिटेड को दी गई है। साथ ही साथ 15 अक्टूबर से पक्की सडक़ बनाने का काम शुरू हो जाने की बात भी प्रशासन की ओर से कही गई है। पक्की सडक़ न बनते तक उक्त कंपनियों को लगातार सडक़ मरम्मत कार्य करने को कहा गया है। लेकिन कंपनियों के द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है। प्रशासन की ओर से भी कोई मॉनिटरिंग नहीं की जा रही। जब की गारे चक्का जाम के दौरान एसडीम और सीएसपी द्वारा खुद सडक़ की मॉनिटरिंग करने की बात कही गई थी। लेकिन ऐसा कुछ अब देखने को नहीं मिल रहा। सडक़ की स्थिति फिर जस के तस होने को है।