'कोर्ट इंडस्ट्री नहीं है और वकील...', इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आखिर क्यों ऐसा कहा?

Courts Are Not Industries: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने साफ कहा कि अदालतों को इंडस्ट्री की तरह नहीं माना जा सकता है, जहां हड़तालें हो सकती हैं. इलाहाबाद हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनोज कुमार गुप्ता और जस्टिस क्षितिज शैलेन्द्र की पीठ ने बलिया जिले की रसड़ा तहसील में बार-बार होने वाली वकीलों की हड़ताल और अदालती कामकाज रोके जाने पर चिंता जताने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए यह कड़ी टिप्पणी की. हाईकोर्ट ने कहा कि अदालतों में हड़ताल से न्याय के दुश्मनों के चाबुक और अधिक मोटे हो जाते हैं.

'कोर्ट इंडस्ट्री नहीं है और वकील...', इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आखिर क्यों ऐसा कहा?
Courts Are Not Industries: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने साफ कहा कि अदालतों को इंडस्ट्री की तरह नहीं माना जा सकता है, जहां हड़तालें हो सकती हैं. इलाहाबाद हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनोज कुमार गुप्ता और जस्टिस क्षितिज शैलेन्द्र की पीठ ने बलिया जिले की रसड़ा तहसील में बार-बार होने वाली वकीलों की हड़ताल और अदालती कामकाज रोके जाने पर चिंता जताने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए यह कड़ी टिप्पणी की. हाईकोर्ट ने कहा कि अदालतों में हड़ताल से न्याय के दुश्मनों के चाबुक और अधिक मोटे हो जाते हैं.